अय्यूब 28:20-21
अय्यूब 28:20-21 HERV
“तो फिर हम कहाँ विवेक को पाने जायें? हम कहाँ समझ सीखने जायें? विवेक धरती के हर व्यक्ति से छुपा हुआ है। यहाँ तक की ऊँचे आकाश के पक्षी भी विवेक को नहीं देख पाते हैं।
“तो फिर हम कहाँ विवेक को पाने जायें? हम कहाँ समझ सीखने जायें? विवेक धरती के हर व्यक्ति से छुपा हुआ है। यहाँ तक की ऊँचे आकाश के पक्षी भी विवेक को नहीं देख पाते हैं।