मीका 1:5-10

मीका 1:5-10 HERV

ऐसा क्यों होगा यह इसलिये होगा कि याकूब ने पाप किया है। क्योंकि इस्राएल के वंश ने पाप किया है। याकूब से किसने पाप मानने से मना करवाया है वह तो शोमरोन है! यहूदा में और कौन ऊँचा स्थान है यह तो यरूशलेम है! इसलिये मैं शोमरोन को खाली मैदान के खण्डहरों का ढ़ेर बनाऊँगा। वह ऐसा स्थान हो जायेगा जिसमें अंगूर लगाये जाते हैं। मैं शोमरोन के पत्थरों को घाटी में नीचे उखाड़ फेंकूँगा और मैं उसकी नीवों को बर्बाद करदूँगा! उसके सारे मूर्ति टुकड़ों मे तोड़ दिये जायेंगे। सारा धन, जो भी इसने कमाया है, आग से भस्म होगा और मैं इसके झूठे देवताओं की मूर्तियों को नष्ट कर दूँगा क्योंकि शोमरोन से ये वस्तुएँ मेरे प्रति सच्चा न रहकर के पाई। सो ये सारी वस्तुएँ दूसरों के पास चली जायेंगी। ऐसे लोगों के पास जो मेरे प्रति सच्चे नहीं हैं। मैं इस शीघ्र आने वाले विनाश के कारण व्याकुल होऊँगा और हाय—हाय करूँगा। मैं जूते न पहनूँगा और न वस्त्र धारण करूँगा। गीदड़ों के जैसे मैं जोर से चिल्लाऊँगा। मैं विलाप करूँगा जैसे शुतुर्मुर्ग करते हैं। शोमरोन का घाव नहीं भर सकता है। उसकी व्याधी (पाप) यहूदा तक फैल गया है। यह मेरे लोगों के नगर—द्वार तक पहुँच गया बल्कि यह यरूशलेम तक आ गया है। इसकी बात गात की नगरी में मत करो। अको में मत रोओ। विलाप करो और बेत—आप्रा को मिट्टी में लोटों।

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