योहन 1:1-5
योहन 1:1-5 पवित्र बाइबल (HERV)
आदि में शब्द था। शब्द परमेश्वर के साथ था। शब्द ही परमेश्वर था। यह शब्द ही आदि में परमेश्वर के साथ था। दुनिया की हर वस्तु उसी से उपजी। उसके बिना किसी की भी रचना नहीं हुई। उसी में जीवन था और वह जीवन ही दुनिया के लोगों के लिये प्रकाश (ज्ञान, भलाई) था। प्रकाश अँधेरे में चमकता है पर अँधेरा उसे समझ नहीं पाया।
योहन 1:1-5 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
आदि में शब्द था, शब्द परमेश्वर के साथ था और शब्द परमेश्वर था। वह आदि में परमेश्वर के साथ था। उसके द्वारा सब कुछ उत्पन्न हुआ और जो कुछ भी उत्पन्न हुआ, वह उसके बिना उत्पन्न नहीं हुआ। उसमें जीवन था, और यह जीवन मनुष्यों की ज्योति था। वह ज्योति अन्धकार में चमकती रही, और अन्धकार उसे नहीं बुझा सका।
योहन 1:1-5 Hindi Holy Bible (HHBD)
आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। यही आदि में परमेश्वर के साथ था। सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई। उस में जीवन था; और वह जीवन मुनष्यों की ज्योति थी। और ज्योति अन्धकार में चमकती है; और अन्धकार ने उसे ग्रहण न किया।
योहन 1:1-5 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। यही आदि में परमेश्वर के साथ था। सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ, और जो कुछ उत्पन्न हुआ है उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न नहीं हुई। उसमें जीवन था और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था। ज्योति अन्धकार में चमकती है, और अन्धकार ने उसे ग्रहण न किया।
योहन 1:1-5 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। यही आदि में परमेश्वर के साथ था। सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई। उसमें जीवन था; और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था। और ज्योति अंधकार में चमकती है; और अंधकार ने उसे ग्रहण न किया।
योहन 1:1-5 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
आदि में वचन था, वचन परमेश्वर के साथ था और वचन परमेश्वर था. यही वचन आदि में परमेश्वर के साथ था. सारी सृष्टि उनके द्वारा उत्पन्न हुई. सारी सृष्टि में कुछ भी उनके बिना उत्पन्न नहीं हुआ. जीवन उन्हीं में था और वह जीवन मानव जाति की ज्योति था. वह ज्योति अंधकार में चमकती रही. अंधकार उस पर प्रबल न हो सका.