अय्यूब 11:13-15
अय्यूब 11:13-15 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
“यदि तू अपना मन शुद्ध करे, और ईश्वर की ओर अपने हाथ फैलाए, और जो कोई अनर्थ काम तुझ से होता हो उसे दूर करे, और अपने डेरों में कोई कुटिलता न रहने दे, तब तो तू निश्चय अपना मुँह निष्कलंक दिखा सकेगा; और तू स्थिर होकर कभी न डरेगा।
अय्यूब 11:13-15 पवित्र बाइबल (HERV)
सो अय्यूब, तुझको अपना मन तैयार करना चाहिये, परमेश्वर की सेवा करने के लिये। तुझे अपने निज हाथों को प्रार्थना करने को ऊपर उठाना चाहिये। वह पाप जो तेरे हाथों में बसा है, उसको तू दूर कर। अपने तम्बू में बुराई को मत रहने दे। तभी तू निश्चय ही बिना किसी लज्जा के आँख ऊपर उठा कर परमेश्वर को देख सकता है। तू दृढ़ता से खड़ा रहेगा और नहीं डरेगा।
अय्यूब 11:13-15 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
‘यदि तुम अपना हृदय शुद्ध कर लो तो तुम प्रार्थना के लिए परमेश्वर की ओर हाथ उठा सकते हो! यदि तुम्हारे हाथ अधर्म से रंगे हैं, तो उनको धो डालो; दुष्कर्म को अपने घर में टिकने मत दो। तब तुम निस्सन्देह, निष्कलंक होकर अपना मुख परमेश्वर की ओर उठा सकोगे! तुम सुरक्षित रहोगे, और तुम्हें किसी बात का डर न होगा।
अय्यूब 11:13-15 Hindi Holy Bible (HHBD)
यदि तू अपना मन शुद्ध करे, और ईश्वर की ओर अपने हाथ फैलाए, और जो कोई अनर्थ काम तुझ से होता हो उसे दूर करे, और अपने डेरों में कोई कुटिलता न रहने दे, तब तो तू निश्चय अपना मुंह निष्कलंक दिखा सकेगा; और तू स्थिर हो कर कभी न डरेगा।
अय्यूब 11:13-15 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
“यदि तू अपना मन शुद्ध करे, और परमेश्वर की ओर अपने हाथ फैलाए, और यदि कोई अनर्थ काम तुझ से हुए हो उसे दूर करे, और अपने डेरों में कोई कुटिलता न रहने दे, तब तो तू निश्चय अपना मुँह निष्कलंक दिखा सकेगा; और तू स्थिर होकर कभी न डरेगा।
अय्यूब 11:13-15 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
“यदि तुम अपने हृदय को शुद्ध दिशा की ओर बढ़ाओ, तथा अपना हाथ परमेश्वर की ओर बढ़ाओ, यदि तुम्हारे हाथ जिस पाप में फंसे है, तुम इसका परित्याग कर दो तथा अपने घरों में बुराई का प्रवेश न होने दो, तो तुम निःसंकोच अपना सिर ऊंचा कर सकोगे तथा तुम निर्भय हो स्थिर खड़े रह सकोगे.