लूकस 18:35-43

लूकस 18:35-43 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

जब वह यरीहो के निकट पहुँचा, तो एक अन्धा सड़क के किनारे बैठा हुआ भीख माँग रहा था। वह भीड़ के चलने की आहट सुनकर पूछने लगा, “यह क्या हो रहा है?” उन्होंने उसको बताया, “यीशु नासरी जा रहा है।” तब उसने पुकार के कहा, “हे यीशु, दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर!” जो आगे–आगे जा रहे थे, वे उसे डाँटने लगे कि चुप रहे; परन्तु वह और भी चिल्‍लाने लगा, “हे दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर!” तब यीशु ने खड़े होकर आज्ञा दी कि उसे मेरे पास लाओ, और जब वह निकट आया तो उसने उससे पूछा, “तू क्या चाहता है कि मैं तेरे लिए करूँ?” उसने कहा, “हे प्रभु, यह कि मैं देखने लगूँ।” यीशु ने उससे कहा, “देखने लग; तेरे विश्‍वास ने तुझे अच्छा कर दिया है।” तब वह तुरन्त देखने लगा और परमेश्‍वर की बड़ाई करता हुआ उसके पीछे हो लिया; और सब लोगों ने देखकर परमेश्‍वर की स्तुति की।

लूकस 18:35-43 पवित्र बाइबल (HERV)

यीशु जब यरीहो के पास पहुँच रहा था तो भीख माँगता हुआ एक अंधा, वहीं राह किनारे बैठा था। जब अंधे ने पास से लोगों के जाने की आवाज़ सुनी तो उसने पूछा, “क्या हो रहा है?” सो लोगों ने उससे कहा, “नासरी यीशु यहाँ से जा रहा है।” सो अंधा यह कहते हुए पुकार उठा, “दाऊद के बेटे यीशु! मुझ पर दया कर।” वे जो आगे चल रहे थे उन्होंने उससे चुप रहने को कहा। किन्तु वह और अधिक पुकारने लगा, “दाऊद के पुत्र, मुझ पर दया कर।” यीशु रुक गया और उसने आज्ञा दी कि नेत्रहीन को उसके पास लाया जाये। सो जब वह पास आया तो यीशु ने उससे पूछा, “तू क्या चाहता है? मैं तेरे लिये क्या करूँ?” उसने कहा, “हे प्रभु, मैं फिर से देखना चाहता हूँ।” इस पर यीशु ने कहा, “तुझे ज्योति मिले, तेरे विश्वास ने तेरा उद्धार किया है।” और तुरन्त ही उसे आँखें मिल गयीं। वह परमेश्वर की महिमा का बखान करते हुए यीशु के पीछे हो लिया। जब सब लोगों ने यह देखा तो वे परमेश्वर की स्तुति करने लगे।

लूकस 18:35-43 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

येशु यरीहो नगर के पास पहुँचे। वहाँ एक अन्‍धा सड़क के किनारे बैठा भीख माँग रहा था। उसने भीड़ को गुजरते सुन कर पूछा कि क्‍या हो रहा है। लोगों ने उसे बताया कि येशु नासरी जा रहे हैं। इस पर वह यह कहते हुए पुकार उठा, “येशु! दाऊद के वंशज! मुझ पर दया कीजिए।” आगे चलने वाले लोगों ने उसे चुप करने के लिए डाँटा, किन्‍तु वह और भी जोर से पुकारने लगा, “हे दाऊद के वंशज! मुझ पर दया कीजिए।” येशु रुक गए और उसको अपने पास लाने की आज्ञा दी। जब वह पास आया, तो येशु ने उससे पूछा, “तुम क्‍या चाहते हो? मैं तुम्‍हारे लिए क्‍या करूँ?” उसने उत्तर दिया, “प्रभु! मैं फिर देख सकूँ।” येशु ने उससे कहा, “तुम फिर देखने लगो। तुम्‍हारे विश्‍वास ने तुम्‍हें स्‍वस्‍थ किया।” उसी क्षण वह देखने लगा और वह परमेश्‍वर की स्‍तुति करते हुए येशु के पीछे हो लिया। सारी जनता भी यह देखकर परमेश्‍वर की स्‍तुति करने लगी।

लूकस 18:35-43 Hindi Holy Bible (HHBD)

जब वह यरीहो के निकट पहुंचा, तो एक अन्धा सड़क के किनारे बैठा हुआ भीख मांग रहा था। और वह भीड़ के चलने की आहट सुनकर पूछने लगा, यह क्या हो रहा है? उन्होंने उस को बताया, कि यीशु नासरी जा रहा है। तब उस ने पुकार के कहा, हे यीशु दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर। जो आगे जाते थे, वे उसे डांटने लगे कि चुप रहे: परन्तु वह और भी चिल्लाने लगा, कि हे दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर। तब यीशु ने खड़े होकर आज्ञा दी कि उसे मेरे पास लाओ, और जब वह निकट आया, तो उस ने उस से यह पूछा। तू क्या चाहता है, कि मैं तेरे लिये करूं? उस ने कहा; हे प्रभु यह कि मैं देखने लगूं। यीशु ने उससे कहा; देखने लग, तेरे विश्वास ने तुझे अच्छा कर दिया है। और वह तुरन्त देखने लगा; और परमेश्वर की बड़ाई करता हुआ उसके पीछे हो लिया, और सब लोगों ने देख कर परमेश्वर की स्तुति की॥

लूकस 18:35-43 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

जब वह यरीहो के निकट पहुँचा, तो एक अंधा सड़क के किनारे बैठा हुआ भीख माँग रहा था। और वह भीड़ के चलने की आहट सुनकर पूछने लगा, “यह क्या हो रहा है?” उन्होंने उसको बताया, “यीशु नासरी जा रहा है।” तब उसने पुकारके कहा, “हे यीशु, दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर!” जो आगे-आगे जा रहे थे, वे उसे डाँटने लगे कि चुप रहे परन्तु वह और भी चिल्लाने लगा, “हे दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर!” तब यीशु ने खड़े होकर आज्ञा दी कि उसे मेरे पास लाओ, और जब वह निकट आया, तो उसने उससे यह पूछा, तू क्या चाहता है, “मैं तेरे लिये करूँ?” उसने कहा, “हे प्रभु, यह कि मैं देखने लगूँ।” यीशु ने उससे कहा, “देखने लग, तेरे विश्वास ने तुझे अच्छा कर दिया है।” और वह तुरन्त देखने लगा; और परमेश्वर की बड़ाई करता हुआ, उसके पीछे हो लिया, और सब लोगों ने देखकर परमेश्वर की स्तुति की।

लूकस 18:35-43 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

जब प्रभु येशु येरीख़ो नगर के पास पहुंचे, उन्हें एक अंधा मिला, जो मार्ग के किनारे बैठा हुआ भिक्षा मांग रहा था. भीड़ का शोर सुनकर उसने जानना चाहा कि क्या हो रहा है. उन्होंने उसे बताया, “नाज़रेथ के येशु यहां से होकर जा निकल रहें हैं.” वह अंधा पुकार उठा, “येशु! दावीद की संतान! मुझ पर दया कीजिए!” उन्होंने, जो आगे-आगे चल रहे थे, उसे डांटा और उसे शांत रहने की आज्ञा दी. इस पर वह और भी ऊंचे शब्द में पुकारने लगा, “दावीद के पुत्र! मुझ पर कृपा कीजिए!” प्रभु येशु रुक गए और उन्हें आज्ञा दी कि वह व्यक्ति उनके पास लाया जाए. जब वह उनके पास लाया गया, प्रभु येशु ने उससे प्रश्न किया, “क्या चाहते हो? मैं तुम्हारे लिए क्या करूं?” “प्रभु मैं देखना चाहता हूं!” उसने उत्तर दिया. प्रभु येशु ने कहा, “रोशनी प्राप्‍त करो. तुम्हारे विश्वास ने तुम्हें स्वस्थ किया है.” तत्काल ही वह देखने लगा. परमेश्वर की वंदना करते हुए वह प्रभु येशु के पीछे चलने लगा. यह देख सारी भीड़ भी परमेश्वर का धन्यवाद करने लगी.