नीतिवचन 9:1-6
नीतिवचन 9:1-6 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
बुद्धि ने अपना घर बनाया, और उसके सातों खंभे गढ़े हुए हैं। उसने अपने पशु वध करके, अपने दाखमधु में मसाला मिलाया है, और अपनी मेज़ लगाई है। उसने अपनी सहेलियाँ, सब को बुलाने के लिये भेजी हैं; वह नगर के ऊँचे स्थानों की चोटी पर पुकारती है, “जो कोई भोला है वह मुड़कर यहीं आए!” और जो निर्बुद्धि है, उससे वह कहती है, “आओ, मेरी रोटी खाओ, और मेरे मसाला मिलाए हुए दाखमधु को पीओ। भोलों का संग छोड़ो, और जीवित रहो, समझ के मार्ग में सीधे चलो।”
नीतिवचन 9:1-6 पवित्र बाइबल (HERV)
सुबुद्धि ने अपना घर बनाया है। उसने अपने सात खम्भे गढ़े हैं। उसने अपना भोजन तैयार किया और मिश्रित किया अपना दाखमधु अपनी खाने की मेज पर सजा ली है। और अपनी दासियों को नगर के सर्वोच्च स्थानों से बुलाने को भेजा है। “जो भी भोले भले हैं, यहाँ पर पधारें।” जो विवेकी नहीं, वह उनसे यह कहती है, “आओ, मेरा भोजन करो, और मिश्रित किया हुआ मेरा दाखमधु पिओ। तुम अपनी दुर्बद्धि के मार्ग को छोड़ दो, तो जीवित रहोगे। तुम समझ—बूझ के मार्ग पर आगे बढ़ो।”
नीतिवचन 9:1-6 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
बुद्धि ने अपना घर बनाया; उसने घर के सातों खम्भे खड़े किए। उसने भोज के लिए अपने पशु काटे, और अंगूर-रस में मसाले मिलाए; और आतिथियों के लिए भोज तैयार किया। तब उसने अपनी सेविकाओं को भेजा कि वे नगर के उच्च स्थान पर खड़े होकर लोगों को यह निमंत्रण दें : ‘जो मनुष्य सीधा-सादा है, वह घर के भीतर आए।’ जिसमें बुद्धि नहीं है उससे बुद्धि यह कहती है : ‘आ, और मेरी रोटी खा, और मसाला मिला अंगूर-रस पी। तब तुझे समझ आ जाएगी और तू जीवित रहेगा, तू समझ के मार्ग पर चलेगा।’
नीतिवचन 9:1-6 Hindi Holy Bible (HHBD)
बुद्धि ने अपना घर बनाया और उसके सातों खंभे गढ़े हुए हैं। उस ने अपने पशु वध कर के, अपने दाखमधु में मसाला मिलाया है, और अपनी मेज़ लगाई है। उस ने अपनी सहेलियां, सब को बुलाने के लिये भेजी है; वह नगर के ऊंचे स्थानों की चोटी पर पुकारती है, जो कोई भोला हे वह मुड़ कर यहीं आए! और जो निर्बुद्धि है, उस से वह कहती है, आओ, मेरी रोटी खाओ, और मेरे मसाला मिलाए हुए दाखमधु को पीओ। भोलों का संग छोड़ो, और जीवित रहो, समझ के मार्ग में सीधे चलो।
नीतिवचन 9:1-6 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
बुद्धि ने अपना घर बनाया और उसके सातों खम्भे गढ़े हुए हैं। उसने भोज के लिए अपने पशु काटे, अपने दाखमधु में मसाला मिलाया और अपनी मेज लगाई है। उसने अपनी सेविकाओं को आमन्त्रित करने भेजा है; और वह नगर के सबसे ऊँचे स्थानों से पुकारती है, “जो कोई भोला है वह मुड़कर यहीं आए!” और जो निर्बुद्धि है, उससे वह कहती है, “आओ, मेरी रोटी खाओ, और मेरे मसाला मिलाए हुए दाखमधु को पीओ। मूर्खों का साथ छोड़ो, और जीवित रहो, समझ के मार्ग में सीधे चलो।”
नीतिवचन 9:1-6 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
ज्ञान ने एक घर का निर्माण किया है; उसने काटकर अपने लिए सात स्तंभ भी गढ़े हैं. उसने उत्कृष्ट भोजन तैयार किए हैं तथा उत्तम द्राक्षारस भी परोसा है; उसने अतिथियों के लिए सभी भोज तैयार कर रखा है. आमंत्रण के लिए उसने अपनी सहेलियां भेज दी हैं कि वे नगर के सर्वोच्च स्थलों से आमंत्रण की घोषणा करें, “जो कोई सरल-साधारण है, यहां आ जाए!” जिस किसी में सरल ज्ञान का अभाव है, उसे वह कहता है, “आ जाओ, मेरे भोज में सम्मिलित हो जाओ. उस द्राक्षारस का भी सेवन करो, जो मैंने परोसा है. अपना भोला चालचलन छोड़कर; समझ का मार्ग अपना लो और जीवन में प्रवेश करो.”