कुछ रोज तक ऊ न्यायधीस, ओखर बिनती के परवाह नेहको करथै, पय बाद हे ऊ अपन मनै मन हइ कथै, मै न भगवान लग डरथो, अउ न कउनो मनसे के परवाह करथो। पय हइ बिधवा डउकी मोके परसान करथै, इहैनिता मै एखर निता नियाव के जुगाड करहुं, जेखर लग ऊ बेर-बेर आय के मोके परसान करथै।