Лого на YouVersion
Иконка за търсене

लूका 14

14
बिषाँव के देसे प्रभू यीशू ऐ चाँग्गाँ करा
1तबे प्रभू यीशू बिषाँव के देसे कोसी यहूदी भाट-बाणों के नंम्बरदार कागी खाँणों खाँदे हुटे, परह् से तिनू मार्णो के ताक दे थिऐ। 2तेथै ऐक आदमी प्रभू यीशू के सहाँम्णें आया, जैस्दा थंहरा काँम्णा थिया; 3ईन्दें गाशी प्रभू यीशू ऐ यहूदी-निय्म के शिखाँणों वाल़े, अरह् यहूदी भाट-बाँम्णों खे बुलो; “कियो रे, बिषाँव के देसे चाँग्गा करणा यहूदी-निय्म दा ठीक असो के गलत असो?” 4परह् से बादे झुणें चुप्प-चाँण रूऐ। तबे प्रभू यीशू ऐ तैसी थोहरे वाल़े दु:खिया का हाथ थाँम्बड़ियों तैसी आच्छ़ा करियों तेथै शा बिदा करी दिता। 5अरह् तबे प्रभू यीशू ऐ तिन खे बुलो, “तुँओं मुँझी ऐशा कुँण असो; जेस्के बिषाँव के देसे बोल़द, के गाधा कुँऐं ऊदा छूटो, अरह् से बिषाँव के देसे तेसी तेख्णी तेसी कुँऐं शा ऊबा ने गाड़ो?” 6परह् से तियों बातो का किऐ भे जबाब ने देऐ सकी।
नीम्ताई शा पाऊँणें का आदर-सत्त्कार
7जबे प्रभू यीशू ऐ दे:खो, के जीनू लोगो खे नेंऊँग लाऐ थऐ थी, सेजे लोग कैष्णी-कैष्णी आच्छी जागे दे बंईठ्दे लागे; तबे तिनू दे:खियों प्रभू यीशू ऐ ऐक अनाँणों दितो; 8के “जबे कुँऐं तुँओं जाज्ड़े दे नेंऊँग लाऐयों बईदो; तअ तुऐं सोभी शे आगु दाँई ने बंईठे, किन्देंखे के जैने ताँव नेंऊँग लाऐयों बऐदी थुवा; तेने ही कोसी ओकी बड़े आदमी खे भे नेंऊँग लाऐ थऐ हली। 9अरह् जेने आदमी ऐं ताँव अरह् सेजा बड़ा आदमी दुईन्नै नेऊँग लाऐयों बऐदी थुऐ; से आऐयों ताँव खे बुल्ल़ा, के तू आप्णी आच्छी ‘जागा ठाँव छुड़ियों ऐस्खे दे’ अरह् तबे ताँव सरमाँऐयों सोभी शो पाछु दाँई बईठणों पड़लो। 10ईन्देंखे जबे तुओं नीऊँग लाऐयों बईदे ज़ाँव, तअ तुऐं तेथै ज़ाऐयों सोभी शे पाछ़ू दाँई बंईठे; अरह् जबे ताँव पाछ़ू दाई बंईठा अंदा सेजा आदमी दे:ख्ला जेने ताँव खे नीऊँग लाऐ थंऐ हली, तअ से ताँव कैई आऐयों बुल़्ला, के ‘हे बंन्धू! ईथै आगु दाँई बंईठ’, तअ ताँव तिनू बादे बंईदे अंदे पाँऊँणें-पंई मुँजी आदर-ईज्जत्त भेट्ली। 11किन्देंखे के जुण्जा कुँऐं आप्खे बड़ा जाँण्ला, सेजा छ़ुटा बंणी ज़ाँदा; परह् जुण्जा आप्खे छोटा बंणला तैसी बड़ा बंणाया ज़ाला।”
12तबे प्रभू यीशू ऐ तेसी आदमी खे बुलो, जेने तिनू सोभी खे नीऊँग लाऐ थंऐ थी, के “जबे भे तू देसो, के रात्ती भोज खाणा देणाँ चाईला; तअ ना आप्णे भाऐ, अरह् ना आप्णें मित्तर, बंईदे; अरह् ना आप्णें सैठ-सऊँकार पड़ोसी बईदे, किन्देखे के से भे ताँव खे पाछू तैष्णी ही नींऊग लाँदे; अरह् सेजो बादो बुरा-बर हऐ ज़ाँदो। 13परह् जबे तू भोज खाँणा दिऐं, तअ कंगाल-गरीब, टूण्डे, लगड़े, अरह् शैड़े बईदे। 14तबे तू भागोईत्त बंणला! किन्देंखे के तिन कैई ताँव्खें किऐ पाछू देणों खे ने आथी; अरह् ताँव धर्मी लोगो के दुज़ाल़िऐ ऊँबे जीऊँणों के बख्ते ईन्दें का प्रत्ति फल़ भेटला।”
बड़े भोज को अनाँणों
(मत्ती 22:1-10)
15प्रभू यीशू की गईलो भोजन कर्णो वाल़े मुझ्शो ऐकी ऐ ऐजी बातो शुणियों, तिनखे बुलो, “भागोईत्त असो! सेजा जू पंण्मिश्वर के राज्य दा भोजन करला।” 16प्रभू यीशू ऐ तैस्खे बुलो, “कोसी आदमी ऐ ऐक बड़ा भोज खाँणा दिता, अरह् तेने बैजाऐ भहीते लोग बईदे। 17जबे खाणा तैयार हुआ, तबे तेने आप्णे दास खे बुलो, के जिन खे नीऊँग लाऐ थंऐ थी; तिनू लोग ऊडे बंईदो, किन्देंखे के ऐबे खाँणा तैयार असो। 18परह् सेजे लोग बादे के बादे भाँना लाँदे लागे; आगले ऐं तेसी दास खे बुलो, मुँऐं खैच़ खर्दी थो, अरह् मेरे तिन्दें दे:ख्दो ज़ाँणों; मेरी तरफ शी माँफी माँगे। 19दुज़े ऐ बुलो, ‘मुँऐं पाँच जुड़ै बोल़्द खर्दे थुऐं, अरह् मेरे तिनू जुडियों दे:ख्णें हाँव ताँव कैई शी ढाल-अरज करू के मेरी तरफ शी माँफी माँगे।’ 20च़ीज़े ऐ बुलो, मुँऐं जाज्ड़ा बाँणीं थुवा, मेरे ने आँईदो। 21तेने दास ऐ आप्णे माँलिक कैई आऐयों ऐजी बादी बातो आगू बुली, तबे घरह् के माँलिक दा रोष आया, अरह् तैने घीपियों आप्णे दास खे बुलो; के ‘हेभी नंगर के बईजारो अरह् गल़ियों दे ज़ाऐयों, कंगाल-गरीब, टूण्डे, लंग्ड़े, अरह् शैड़े ईथै बऐदियों आँणों।’ 22तबे तिनू दासे ऐ हजो बुलो, के ‘हे माँलिक जेष्णों तुँऐं बुलो, आँमें तेष्णों ही कोरो, परह् ईथै तअ हजो भे जागा बंची रंऐ।’ 23तबे तेने माँलिकें बुलो, ‘शड़की दे, बाटो दे, ज़ाव, अरह् लोग जोरे-जबरीऐं बऐदियों लियाओं अरह् मेरो बादो घरह् भरी दियों। 24किन्देंखे के हाँव तुँओं खे बुलू, के जिन खे नीऊँग लाऐ थऐ थी, तिनू मुझ्शे कुँऐं भे मेरा ऐजा भोज ने खाऐ सको।’”
खास-चैला बण्णों का मोल
(मत्ती 10:37-38)
25प्रभू यीशू की गईलो लोगो के बै-शुमार भीड़ चाली रंऐ थी; तबे प्रभू यीशू ऐं लोगों की ढबे पाछ़ु फीरियों बुलो। 26“जे कुँऐं मुँह पाछ़ी आऐयों मेरा चैला बंण्णों चहाँव तअ तेसी, आप्णें माँ-बाबा, घरवाल़ी, अलाद, भाऐ-बंईणों, अरह् ऐतै तोड़ी के आप्णी जीयाँन-प्राण भे निष्टे ने करी दियों तअ से मेरा चैला ने हऐ सक्दा। 27अरह् जुण्जा कुँऐं आप्णे शुँल़ी-फ़ाँशी टीपियों दुख्ह ने संह्ऐन करी सको; तअ से मेरा चैला ने हऐ सक्दा।
28“तुँओं मुँझी ऐष्णाँ कुँण असो, जू आप्णों घरह् बाँण्णों चहाँव; अरह् आगे बऐठियों आप्णा घरह् बाँण्णों का खर्चा ने जूड़ो, के हाँव आप्णों घरह् पोऐ-नींव शो शीऐ लाँऐ पादा के लाऐ ने बल़्दा? 29जू कदी ऐशो ने हऐयों के जबे से पोऐ-नीव शो शियों तोड़ी ने लाऐ बल़ो; तअ बादे दे:ख्णों वाल़े लोग तैसी आदमी के ठाठै पाड़ल़े? 30अरह् बुल़्लै के ऐने आदमी ऐ आप्णों घरह् तअ बाँण्णों चहाव परह् ऐ पुरो शीऐ ने लाऐ बल़ी। 31अरह् कुँण्जा सेजा राजा हला, जुण्जा ओकी राजे खे जुह्जदा ज़ाला, अरह् आगे बऐठियों ऐजा बिचार ने करह्, के जुण्जा राजा बीष हजार सपाई की फ़ऊँजी आरी मुँखे जुह्जदा आँदा; कियों हाँव दष हजार फ़ऊँजियों लई, तैस्का मुँकाब्ला करी पाँदा? 32तअ जबे से तैसी ओकी राजे के मुँकाब्ले ज़ुगा ने आथी, तअ जैख्णों सेजा ओका राजा दुरका ही हला; तेख्णों ही से आप्णा दूत्त डियाल़ियों तैसी राजा आरी मेल-मिलाप दुस्त्ती का समाचार देला।
33“ऐष्णों ही तुँओं मुँझ्शा जुण्जा आदमी आप्णों सब-कुछ़ ने छुड़ी दियों; तअ से मेरा चैला ने बंणी सक्दा।
खारे का सुवाद
(मत्ती 5:13; मरकुस 9:50)
34“खारो आच्छो हों, परह् जे खारे का सुवाद बिगड़ी ज़ाँव; तअ से कोसी कामों को ने रंह्दी? 35से ना तअ भूमि के कंसी काँम आँदी, अरह् ना से खाँणों ज़ुगो रंह्दो; तबे लोग तैथू ऊदो फेरकाँव, जुण्जा कुऐं मेरी बात शुँण्णीं चहाँव, से सुओं करियों काँन लाऐयों शुंणों।”

Избрани в момента:

लूका 14: sri

Маркирай стих

Споделяне

Копиране

None

Искате ли вашите акценти да бъдат запазени на всички ваши устройства? Регистрирайте се или влезте