याहवेह की यह वाणी है,
“इस्राएल, यदि तुम लौटो, तो तुम्हारा मेरे पास लौट आना उपयुक्त होगा,
यदि तुम वे घृणास्पद वस्तुएं मेरे समक्ष से दूर कर दो
और यदि तुम अपने संकल्प से विचलित न हो,
और तुम पूर्ण निष्ठा में, न्यायपूर्णता में तथा पूर्वजों में यह शपथ लो,
‘जीवित याहवेह की शपथ,’
तब जनता स्वयं ही याहवेह द्वारा आशीषित की जाएंगी
तथा याहवेह में उनका गौरव हो जाएगा.”