“प्रभु री आत्मा मूँ पैंधै सा,
किबैकि परमेश्वरै मूँ पैंधै अभिषेक केरू कि
गरीबा बै खुशी रा समाद
देणै री तैंईंयैं हांऊँ चुनू सा,
गुलाम आज़ाद केरिनै,
कांणै हेरदै लागणा,
दु:खी होर लाचार लोका तिन्हां पैंधै ज़ुल्म केरनु आल़ै न बच़ाइणै,
होर परमेश्वरा रा आपणै लोका पैंधै दया केरनै रा बौगत आऊ सा। ऐसा गैला प्रगट केरनै री तैंईंयैं परमेश्वरै हांऊँ भेज़ू सा।”