मरकुस 14
14
ईसु कै मार डान्नै की साजिस
(मत्ती 26:1–5; लूका 22:1,2; यहून्ना 11:45–53)
1फसै को तौहार#14:1 फसै के दिन परमेसर के दूत यहूदी लोगौं कै छोड़कै मिसरी लोगौं के और जनाबरौ के पैलौठे बच्चौं कै मार डान्नै के दिन कै याद कन्नै को तौहार और बिना खट्टे चून की रोटी को तौहार,#14:1 इस तौहार मै यहूदी लोग बिना खमीर की खास रोटी खावै हे आनै सै दो दिन पैले की बात है, मुक्ख पुजारी और सास्तरी ईसु कै छल सै गिरप्तार कन्नै और मार डान्नै की तरकीब ढूंड़ रए हे। 2फिर बी बे कैबै हे, “तौहार के दिनौ मै ना, कहीं ऐंसो ना हो कै लोग हंगामो मचांऐ।”
ईसु के ऊपर ईत्तर उडेलनो
(मत्ती 26:6–13; यहून्ना 12:1–8)
3 #
लूका 7:37,38 जब ईसु बैतनिया गाम मै समौन कोढ़ी के घर रोटी खानै बैठो हो, तबई एक बईयर संगमरमर की सीसी मै भौत मैहंगो ईत्तर लेकै आई, उसनै बौ सीसी की सील तोड़ी और ईत्तर ईसु के खोपड़ी मै डार दओ। 4इस्सै बहाँ कुछ लोग घुस्सा करकै आपस मै कैललगे, “ईत्तर की ऐंसी बरबादी काए करी गई है? 5जौ ईत्तर तीन सौ दिनार सै बी जादा मै बिक सकै हो, और इसकी कीमत गरीबौ मै बाँटी जा सकै ही” और बे उसकै डाँटते रैहए।
6तब ईसु नै कैई, “उसकै काए तंग कर रए हौ? उसकै छोड़ दो, उसनै तौ मेरे संग भलाई करी है। 7गरीब तौ हमेसा तुमरे संग रैहंगे जब तुम चाँहौ उनकी मदत कर सको हौ, पर मैं तुमरे संग हमेसा ना रैहंगो। 8बौ जो कुछ कर सकै ही उसनै करो, उसनै मेरे दफनाए जानै की तईयारी मै पैलेसैई मेरे सरीर मै ईत्तर मलो है। 9मैं तुमसै सच कैरओ हौं कै सैरी दुनिया मै जहाँ कहीं बी अच्छी खबर को परचार करो जागो, बहीं उसके इस काम की चरचा बी उसकी याद मै करी जागी।”
ईसु के खिलाप यहूदा को सौदा
(मत्ती 26:14–16; लूका 22:3–6)
10तब यहूदा इसकरोती जो उसके बारैह खास चेलौ मै सै एक हो, मुक्ख पुजारिऔं के धौंरे ईसु कै धोके सै पकड़बानै के ताँई गओ। 11बे जौ सुनकै भौत खुस भए, उनौनै उसकै रुपिया दैनै को बादो करो। और यहूदा ईसु कै धोके सै पकड़बानै की ताख मै रैहल लगो।
फसै के तौहार कै खानै की तईयारी
(मत्ती 26:17–25; लूका 22:7–14,21–23; यहून्ना 13:21–30)
12बिना खमीर की रोटी के तौहार के पैले दिन, जब फसै के मैमना की बलि चढ़ाई जाए करै ही, उसके खास चेलौ नै उस्सै पूँछी, “तू कहाँ चाँहै है कै हम जाकै तेरे ताँई फसै की रोटी खानै की तईयारी करैं?” 13तब उसनै अपने चेलौ मै सै दो चेला जौ कैह कै भेजे, “सैहर मै जाऔ, जहाँ तुमकै एक आदमी पानी को घल्ला लेए भए मिलैगो, उसके पीछे हो लेईओ। 14फिर जहाँ कहीं बी बौ घर के भीतर जाय, उस घर के मालिक सै कैईयो, ‘गुरू नै पूँछी है रोटी खानै को मेरो बौ कमरा कहाँ है? जहाँ मैं अपने चेलौ के संग फसै को खानो खा सकौं।’ 15फिर बौ तुमकै ऊपर को एक बड़ो सजो-सजाओ तईयार कमरा दिखागो, बहीं हमरे ताँई तईयारी करौ।”
16तब उसके चेला बहाँ सै सैहर कै चल पड़े और जैसो उसनै उनसै कैओ हो, बैसोई मिलो, तब उनौनै फसै को खानो तईयार करो। 17दिन छपे बारैह खास चेलौ के संग ईसु बहाँ पौंचो। 18जब बे बैठे भए रोटी खा रए हे, तब ईसु नै कैई, “मैं सच कैरओ हौं: तुम्मै सै एक जो मेरे संग रोटी खा रओ है, बौई मैंकै धोके सै पकड़बागो।” 19बे उदास हो गए और एक-एक करकै उस्सै पूँछल लगे, “कहीं बौ मैं तौ ना हौं?” 20तब ईसु नै उनसै कैई, “बौ तुम बारैह मै सैई एक है, जो मेरे संग एकई थरिया मै खा रओ है। 21आदमी के लौंड़ा कै तौ मरनोई है, जैसो कै बाके बारे मै लिखो है। पर उस आदमी के ताँई हाय है जिसके दुआरा आदमी को लौंड़ा पकड़बाओ जागो। भलो होतो, उस आदमी को जलमई ना होतो।”
ईसु मसी को अपने चेलौ के संग आखरी खानो
(मत्ती 26:26–30; लूका 22:14–20; 1 कुरन्थियों 11:23–25)
22जब बे खाई रए हे तब ईसु नै रोटी लई और धन्नबाद देकै तोड़ी, और खास चेलौ कै देई, और कैई, “जौ मेरो सरीर है।” 23फिर उसनै कटोरा उठाओ, धन्नबाद करो और उनकै दओ और उन सबनै उसमै सै पिओ। 24तब ईसु बोलो, “जौ मेरो खून है, जौ परमेसर को नओ बादो है, जो भौतौं के ताँई बहाओ जा रओ है। 25मैं तुमसै सच कैरओ हौं, कै अंगूर को रस उस दिन तक फिर कबी ना पींगो, जब तक परमेसर के राज मै नओ ना पिऔं।” 26फिर बे एक भजन गाकै जैतून के पहाड़ मै चले गए।
पतरस के इनकार कन्नै की ईसु की भबिसबानी
(मत्ती 26:31–35; लूका 22:31–34; यहून्ना 13:36–38)
27तब रस्ता मै ईसु नै उनसै कैई, “तुम सबको बिसवास डिग जागो, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, ‘मैं गड़रिया कै मारंगो और सिगरी भेड़ तितर बितर हो जांगी।’ 28#मत्ती 28:16पर फिर सै जी उठनै के बाद मैं तुमसै पैलेई गलील कै चलो जांगो।” 29तब पतरस बोलो, “चाँए सब अपनो बिसवास खो बैठैं, पर मैं ना खोंगो।” 30ईसु नै उस्सै कैई, “मैं तेसै सच कैरओ हौं, आज इसई रात मुरगा के दो फेरी बाँक दैनै सै पैले तू तीन फेरी मैंकै पैचान्नै सै इनकार करैगो।” 31पर पतरस नै और बी जोर देकै कैई, अगर मैंकै तेरे संग मरनो बी पड़ै तौबी तेरो इनकार कबी ना करंगो: तब बाकी चेलौ नै बी ऐंसेई कैई।
ईसु की एकान्त मै पिराथना
(मत्ती 26:36–46; लूका 22:39–46)
32फिर बे गतसमनी नाम की एक जघै मै आए, और उसनै अपने चेलौ सै कैई, “जब तक मैं पिराथना कर रओ हौं, तुम हिंयई बैठे रैहऔ।” 33और बौ पतरस और याकूब और यहून्ना कै अपने संग ले गओ: बौ भौत दुखी और परेसान हो रओ हो। 34उसनै उनसै कैई, “मेरो जी बेसानी घबराओ भओ है, हिंया तक कै मैं मरनै कै हौं, तुम हिंयई ठैरौ और चौकन्ने रौह।” 35फिर थोड़ो और अग्गे बढ़नै के बाद बौ जमीन मै झुक्कै पिराथना करल लगो कै, “अगर हो सकै तौ जौ दुख की घड़ी मैंसै टल जाय।” 36और कैई, “हे अब्बा, हे पिता तेसै सब कुछ हो सकै है, इस दुख के कटोरा कै मेरे धौंरे सै हटा ले, तौबी जैसो मैं चाँहौ हौं बैसो ना, पर जैसो तू चाँहै है बैसोई हो।” 37फिर बौ लौहटो तौ उसनै अपने चेलौ कै सोते देखकै पतरस सै कैई, “समौन, का तू सो रओ है? का तू घंटा भर बी मेरे संग ना जग सको? 38जगते और पिराथना करते रौह कै तुम किसी मुसकल मै ना पड़ौ। आत्मा तौ तईयार है पर सरीर कमजोर है।”
39और ईसु फिर चलो गओ, और पैले जैसी उसनै फिर पिराथना करी। 40जब बौ दुबारा लौहटो तौ उसके चेला फिर सोते भए मिले, कैसेकै उनकी आँखौ मै नींद भरी पड़ी ही। बे ना जानै हे कै का जबाब दैं। 41बौ तीसरी फेरी लौहटकै आओ और उनसै बोलो, “का तुम अब तक आराम सै सो रए हौ? बस, बौ घड़ी आ पौंची है जब आदमी के लौंड़ा कै धोके सै पकड़बाकै पापिऔं के हवाले कर दओ जागो। 42उठौ, चलैं देखौ, मेरो पकड़बानै बारो धौंरे आ पौंचो है।”
ईसु की गिरपतारी
(मत्ती 26:47–56; लूका 22:47–53; यहून्ना 18:3–12)
43ईसु बोलई रओ हो कै उसके बारैह खास चेलौ मै सै एक यहूदा दिखाई पड़ो। उसके संग लठिया और तरवार लेए भए एक भीड़ ही, जिसकै मुक्ख पुजारिऔं, सास्तरिऔं और बुजरग इज्जतदार यहूदिऔं नै भेजो हो। 44धोके सै पकड़बानै बारे नै जौ इसारो बतार खाओ हो, “जिसकै मैं चूमौ बौई ईसु है। उसई कै पकड़ लेईओ और पकड़कै साबधानी सै पैहरे मै रखिओ।” 45और जैसेई यहूदा बहाँ आओ, उसनै ईसु कै धौंरे जाकै “गुरूजी” कैह कै बौ चूम लओ। 46फिर तुरन्त उनौनै ईसु पकड़कै गिरप्तार कर लओ। 47उनमै सै एक आदमी नै जो उसके धौंरेई खड़ो हो अपनी तरवार खैंच लई और बड़े पुजारी के एक नौकर मै चलाकै उसको कान काट दओ।
48ईसु नै उनसै कैई, “का तुम डाँकू समजकै मैंकै पकड़नै के ताँई लठिया और तरवार लेकै आए हौ? 49#लूका 19:47; 21:37मैं तौ हर दिन मन्दर मै तुमरे संग रैहकै सिकाए करै हो, और तब तुमनै ना पकड़ो; पर जौ इसताँई भओ कै पबित्तर सास्तर की बात पूरी हो।” 50फिर उसके सबई चेला बाकै इकलो छोड़कै भाज गए। 51और एक नौजमान अपने नंगे सरीर मै चद्दर ओढ़े भए, ईसु के पीछे हो लओ, लोगौ नै बौ पकड़ लओ। 52पर बौ चद्दर छोड़कै नंगोई भाज गओ।
ईसु की पेसी
(मत्ती 26:57–68; लूका 22:54,55,63–71; यहून्ना 18:13,14,19–24)
53फिर बे ईसु कै बड़े पुजारी के धौंरे उसके घर ले गए, और मुख्य पुजारिऔं और बुजरग इज्जतदार यहूदी और सास्तरी उसके हिंया इखट्टे हो गए। 54पतरस उस्सै दूर-दूर रैहते भए उसके पीछे-पीछे बड़े पुजारी के घर के दारे तक चलो गओ। और बहाँ के पैहरेदारौ के संग बैठकै आग तापल लगो। 55बड़े पुजारी और सैरी यहूदी महासभा ईसु कै मार डान्नै के ताँई उसके बिरोद मै गभाई के ताख मै हे, पर ना मिली। 56भौतौं नै उसके बिरोद मै झूँटी गभाई दई, पर उनकी गभाई एक सी ना ही। 57फिर कुछ लोग खड़े भए और उसके बिरोद मै झूँटी गभाई देते भए कैललगे, 58#यहून 2:19“हमनै इसकै जौ कैते भए सुनो है, कै मैं इस हात के बनाए भए मन्दर कै ढै दंगो, और तीन दिन के भीतर दूसरो बना दंगो जो हातौ सै ना बनो होगो।” 59पर इसके बारे मै बी उनके बयान मेल ना खावै हे।
60तब बड़े पुजारी नै बीच मै खड़े होकै ईसु सै पूँछी, “जे लोग तेरे बिरोद मै जो गभाई दे रए हैं, का इसको कोई जबाब तेरे धौंरे ना है?” 61पर ईसु चुप रैहओ। उसनै कोई जबाब ना दओ। बड़े पुजारी नै उस्सै फिर पूँछी, “का तू पबित्तर परमेसर को लौंड़ा मसी है?” 62ईसु नै कैई, “हाँ मैं हौं” और तुम “आदमी के लौंड़ा कै सरब सकतिमान परमेसर के खाने हात बैठे, और आसमान के बादरौं मै आते भए देखौगे।” 63तब बड़े पुजारी नै अपने लत्ता फाड़ते भए कैई, “अब हमकै गभाऔ की जरूरतई काए है? 64तुमनै जाकै परमेसर के बारे मै बुरो बोलते सुनो: तुमरी का राय है?” उन सबनै बाकै दोसी ठैराओ और कैई बौ मौत की सजा के लायक है। 65तब कुछ लोग उसके ऊपर थूकल लगे और उसकी आँखौ मै पट्टी बांधकै जौ कैते भए उसकै घूंसा मारल लगे, “अगर तूई परमेसर को सच्चो सन्देसो दैनै बारो है, तौ बता तेकै किसनै मारो?” सिपाई नै बाकै पकड़कै चाँट मारे।
पतरस कै ईसु को इनकार कन्नो
(मत्ती 26:69–75; लूका 22:56–62; यहून्ना 18:15–18,25–27)
66पतरस अबी नीचे दारे मैई बैठो हो कै बड़े पुजारी की एक नौकरानी आई। 67जब उसनै पतरस बहाँ आग तापते देखो तौ बड़े गौर सै देक्कै बोली, “तू बी तौ उस ईसु नासरी के संग हो।” 68पर पतरस मुकर गओ और कैललगो, “मैं ना जानौ हौं, मेरी समज मै ना आ रओ है कै तू का कैरई है।” जौ कैते भए बौ गेट तक पौंचोई हो कै मुरगा नै बाँक दे दई। 69उस नौकरानी नै बौ दुबारा देखो तौ बहाँ खड़े लोगौ सै फिर कैललगी, “जौ आदमी बी उनई लोगौ मै सै एक है।” 70पतरस फिर मुकर गओ। थोड़ी देर बाद बहाँ खड़े लोगौ नै पतरस सै कैई, “जरूरई तू उन लोगौ मै सै एक है कैसेकै तू बी गलील को है।” 71तब पतरस अपने आप कै कोसल लगो और कसम खाल लगो, “जिसके बारे मै तुम बात कर रए हौ, उस आदमी कै तौ मैं जानौ तक ना हौं।” 72ठीक उसई टैम मुरगा नै दूसरी दफै बाँक दे दई, पतरस कै बौ बात जो ईसु नै उस्सै कैई ही याद आई, कै मुरगा के दो दफै बाँक दैनै सै पैले तू तीन फेरी मेरो इनकार करैगो, बौ इस बात कै सोचकै फूट-फूटकै रोल लगो।
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मरकुस 14
14
ईसु कै मार डान्नै की साजिस
(मत्ती 26:1–5; लूका 22:1,2; यहून्ना 11:45–53)
1फसै को तौहार#14:1 फसै के दिन परमेसर के दूत यहूदी लोगौं कै छोड़कै मिसरी लोगौं के और जनाबरौ के पैलौठे बच्चौं कै मार डान्नै के दिन कै याद कन्नै को तौहार और बिना खट्टे चून की रोटी को तौहार,#14:1 इस तौहार मै यहूदी लोग बिना खमीर की खास रोटी खावै हे आनै सै दो दिन पैले की बात है, मुक्ख पुजारी और सास्तरी ईसु कै छल सै गिरप्तार कन्नै और मार डान्नै की तरकीब ढूंड़ रए हे। 2फिर बी बे कैबै हे, “तौहार के दिनौ मै ना, कहीं ऐंसो ना हो कै लोग हंगामो मचांऐ।”
ईसु के ऊपर ईत्तर उडेलनो
(मत्ती 26:6–13; यहून्ना 12:1–8)
3 #
लूका 7:37,38 जब ईसु बैतनिया गाम मै समौन कोढ़ी के घर रोटी खानै बैठो हो, तबई एक बईयर संगमरमर की सीसी मै भौत मैहंगो ईत्तर लेकै आई, उसनै बौ सीसी की सील तोड़ी और ईत्तर ईसु के खोपड़ी मै डार दओ। 4इस्सै बहाँ कुछ लोग घुस्सा करकै आपस मै कैललगे, “ईत्तर की ऐंसी बरबादी काए करी गई है? 5जौ ईत्तर तीन सौ दिनार सै बी जादा मै बिक सकै हो, और इसकी कीमत गरीबौ मै बाँटी जा सकै ही” और बे उसकै डाँटते रैहए।
6तब ईसु नै कैई, “उसकै काए तंग कर रए हौ? उसकै छोड़ दो, उसनै तौ मेरे संग भलाई करी है। 7गरीब तौ हमेसा तुमरे संग रैहंगे जब तुम चाँहौ उनकी मदत कर सको हौ, पर मैं तुमरे संग हमेसा ना रैहंगो। 8बौ जो कुछ कर सकै ही उसनै करो, उसनै मेरे दफनाए जानै की तईयारी मै पैलेसैई मेरे सरीर मै ईत्तर मलो है। 9मैं तुमसै सच कैरओ हौं कै सैरी दुनिया मै जहाँ कहीं बी अच्छी खबर को परचार करो जागो, बहीं उसके इस काम की चरचा बी उसकी याद मै करी जागी।”
ईसु के खिलाप यहूदा को सौदा
(मत्ती 26:14–16; लूका 22:3–6)
10तब यहूदा इसकरोती जो उसके बारैह खास चेलौ मै सै एक हो, मुक्ख पुजारिऔं के धौंरे ईसु कै धोके सै पकड़बानै के ताँई गओ। 11बे जौ सुनकै भौत खुस भए, उनौनै उसकै रुपिया दैनै को बादो करो। और यहूदा ईसु कै धोके सै पकड़बानै की ताख मै रैहल लगो।
फसै के तौहार कै खानै की तईयारी
(मत्ती 26:17–25; लूका 22:7–14,21–23; यहून्ना 13:21–30)
12बिना खमीर की रोटी के तौहार के पैले दिन, जब फसै के मैमना की बलि चढ़ाई जाए करै ही, उसके खास चेलौ नै उस्सै पूँछी, “तू कहाँ चाँहै है कै हम जाकै तेरे ताँई फसै की रोटी खानै की तईयारी करैं?” 13तब उसनै अपने चेलौ मै सै दो चेला जौ कैह कै भेजे, “सैहर मै जाऔ, जहाँ तुमकै एक आदमी पानी को घल्ला लेए भए मिलैगो, उसके पीछे हो लेईओ। 14फिर जहाँ कहीं बी बौ घर के भीतर जाय, उस घर के मालिक सै कैईयो, ‘गुरू नै पूँछी है रोटी खानै को मेरो बौ कमरा कहाँ है? जहाँ मैं अपने चेलौ के संग फसै को खानो खा सकौं।’ 15फिर बौ तुमकै ऊपर को एक बड़ो सजो-सजाओ तईयार कमरा दिखागो, बहीं हमरे ताँई तईयारी करौ।”
16तब उसके चेला बहाँ सै सैहर कै चल पड़े और जैसो उसनै उनसै कैओ हो, बैसोई मिलो, तब उनौनै फसै को खानो तईयार करो। 17दिन छपे बारैह खास चेलौ के संग ईसु बहाँ पौंचो। 18जब बे बैठे भए रोटी खा रए हे, तब ईसु नै कैई, “मैं सच कैरओ हौं: तुम्मै सै एक जो मेरे संग रोटी खा रओ है, बौई मैंकै धोके सै पकड़बागो।” 19बे उदास हो गए और एक-एक करकै उस्सै पूँछल लगे, “कहीं बौ मैं तौ ना हौं?” 20तब ईसु नै उनसै कैई, “बौ तुम बारैह मै सैई एक है, जो मेरे संग एकई थरिया मै खा रओ है। 21आदमी के लौंड़ा कै तौ मरनोई है, जैसो कै बाके बारे मै लिखो है। पर उस आदमी के ताँई हाय है जिसके दुआरा आदमी को लौंड़ा पकड़बाओ जागो। भलो होतो, उस आदमी को जलमई ना होतो।”
ईसु मसी को अपने चेलौ के संग आखरी खानो
(मत्ती 26:26–30; लूका 22:14–20; 1 कुरन्थियों 11:23–25)
22जब बे खाई रए हे तब ईसु नै रोटी लई और धन्नबाद देकै तोड़ी, और खास चेलौ कै देई, और कैई, “जौ मेरो सरीर है।” 23फिर उसनै कटोरा उठाओ, धन्नबाद करो और उनकै दओ और उन सबनै उसमै सै पिओ। 24तब ईसु बोलो, “जौ मेरो खून है, जौ परमेसर को नओ बादो है, जो भौतौं के ताँई बहाओ जा रओ है। 25मैं तुमसै सच कैरओ हौं, कै अंगूर को रस उस दिन तक फिर कबी ना पींगो, जब तक परमेसर के राज मै नओ ना पिऔं।” 26फिर बे एक भजन गाकै जैतून के पहाड़ मै चले गए।
पतरस के इनकार कन्नै की ईसु की भबिसबानी
(मत्ती 26:31–35; लूका 22:31–34; यहून्ना 13:36–38)
27तब रस्ता मै ईसु नै उनसै कैई, “तुम सबको बिसवास डिग जागो, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, ‘मैं गड़रिया कै मारंगो और सिगरी भेड़ तितर बितर हो जांगी।’ 28#मत्ती 28:16पर फिर सै जी उठनै के बाद मैं तुमसै पैलेई गलील कै चलो जांगो।” 29तब पतरस बोलो, “चाँए सब अपनो बिसवास खो बैठैं, पर मैं ना खोंगो।” 30ईसु नै उस्सै कैई, “मैं तेसै सच कैरओ हौं, आज इसई रात मुरगा के दो फेरी बाँक दैनै सै पैले तू तीन फेरी मैंकै पैचान्नै सै इनकार करैगो।” 31पर पतरस नै और बी जोर देकै कैई, अगर मैंकै तेरे संग मरनो बी पड़ै तौबी तेरो इनकार कबी ना करंगो: तब बाकी चेलौ नै बी ऐंसेई कैई।
ईसु की एकान्त मै पिराथना
(मत्ती 26:36–46; लूका 22:39–46)
32फिर बे गतसमनी नाम की एक जघै मै आए, और उसनै अपने चेलौ सै कैई, “जब तक मैं पिराथना कर रओ हौं, तुम हिंयई बैठे रैहऔ।” 33और बौ पतरस और याकूब और यहून्ना कै अपने संग ले गओ: बौ भौत दुखी और परेसान हो रओ हो। 34उसनै उनसै कैई, “मेरो जी बेसानी घबराओ भओ है, हिंया तक कै मैं मरनै कै हौं, तुम हिंयई ठैरौ और चौकन्ने रौह।” 35फिर थोड़ो और अग्गे बढ़नै के बाद बौ जमीन मै झुक्कै पिराथना करल लगो कै, “अगर हो सकै तौ जौ दुख की घड़ी मैंसै टल जाय।” 36और कैई, “हे अब्बा, हे पिता तेसै सब कुछ हो सकै है, इस दुख के कटोरा कै मेरे धौंरे सै हटा ले, तौबी जैसो मैं चाँहौ हौं बैसो ना, पर जैसो तू चाँहै है बैसोई हो।” 37फिर बौ लौहटो तौ उसनै अपने चेलौ कै सोते देखकै पतरस सै कैई, “समौन, का तू सो रओ है? का तू घंटा भर बी मेरे संग ना जग सको? 38जगते और पिराथना करते रौह कै तुम किसी मुसकल मै ना पड़ौ। आत्मा तौ तईयार है पर सरीर कमजोर है।”
39और ईसु फिर चलो गओ, और पैले जैसी उसनै फिर पिराथना करी। 40जब बौ दुबारा लौहटो तौ उसके चेला फिर सोते भए मिले, कैसेकै उनकी आँखौ मै नींद भरी पड़ी ही। बे ना जानै हे कै का जबाब दैं। 41बौ तीसरी फेरी लौहटकै आओ और उनसै बोलो, “का तुम अब तक आराम सै सो रए हौ? बस, बौ घड़ी आ पौंची है जब आदमी के लौंड़ा कै धोके सै पकड़बाकै पापिऔं के हवाले कर दओ जागो। 42उठौ, चलैं देखौ, मेरो पकड़बानै बारो धौंरे आ पौंचो है।”
ईसु की गिरपतारी
(मत्ती 26:47–56; लूका 22:47–53; यहून्ना 18:3–12)
43ईसु बोलई रओ हो कै उसके बारैह खास चेलौ मै सै एक यहूदा दिखाई पड़ो। उसके संग लठिया और तरवार लेए भए एक भीड़ ही, जिसकै मुक्ख पुजारिऔं, सास्तरिऔं और बुजरग इज्जतदार यहूदिऔं नै भेजो हो। 44धोके सै पकड़बानै बारे नै जौ इसारो बतार खाओ हो, “जिसकै मैं चूमौ बौई ईसु है। उसई कै पकड़ लेईओ और पकड़कै साबधानी सै पैहरे मै रखिओ।” 45और जैसेई यहूदा बहाँ आओ, उसनै ईसु कै धौंरे जाकै “गुरूजी” कैह कै बौ चूम लओ। 46फिर तुरन्त उनौनै ईसु पकड़कै गिरप्तार कर लओ। 47उनमै सै एक आदमी नै जो उसके धौंरेई खड़ो हो अपनी तरवार खैंच लई और बड़े पुजारी के एक नौकर मै चलाकै उसको कान काट दओ।
48ईसु नै उनसै कैई, “का तुम डाँकू समजकै मैंकै पकड़नै के ताँई लठिया और तरवार लेकै आए हौ? 49#लूका 19:47; 21:37मैं तौ हर दिन मन्दर मै तुमरे संग रैहकै सिकाए करै हो, और तब तुमनै ना पकड़ो; पर जौ इसताँई भओ कै पबित्तर सास्तर की बात पूरी हो।” 50फिर उसके सबई चेला बाकै इकलो छोड़कै भाज गए। 51और एक नौजमान अपने नंगे सरीर मै चद्दर ओढ़े भए, ईसु के पीछे हो लओ, लोगौ नै बौ पकड़ लओ। 52पर बौ चद्दर छोड़कै नंगोई भाज गओ।
ईसु की पेसी
(मत्ती 26:57–68; लूका 22:54,55,63–71; यहून्ना 18:13,14,19–24)
53फिर बे ईसु कै बड़े पुजारी के धौंरे उसके घर ले गए, और मुख्य पुजारिऔं और बुजरग इज्जतदार यहूदी और सास्तरी उसके हिंया इखट्टे हो गए। 54पतरस उस्सै दूर-दूर रैहते भए उसके पीछे-पीछे बड़े पुजारी के घर के दारे तक चलो गओ। और बहाँ के पैहरेदारौ के संग बैठकै आग तापल लगो। 55बड़े पुजारी और सैरी यहूदी महासभा ईसु कै मार डान्नै के ताँई उसके बिरोद मै गभाई के ताख मै हे, पर ना मिली। 56भौतौं नै उसके बिरोद मै झूँटी गभाई दई, पर उनकी गभाई एक सी ना ही। 57फिर कुछ लोग खड़े भए और उसके बिरोद मै झूँटी गभाई देते भए कैललगे, 58#यहून 2:19“हमनै इसकै जौ कैते भए सुनो है, कै मैं इस हात के बनाए भए मन्दर कै ढै दंगो, और तीन दिन के भीतर दूसरो बना दंगो जो हातौ सै ना बनो होगो।” 59पर इसके बारे मै बी उनके बयान मेल ना खावै हे।
60तब बड़े पुजारी नै बीच मै खड़े होकै ईसु सै पूँछी, “जे लोग तेरे बिरोद मै जो गभाई दे रए हैं, का इसको कोई जबाब तेरे धौंरे ना है?” 61पर ईसु चुप रैहओ। उसनै कोई जबाब ना दओ। बड़े पुजारी नै उस्सै फिर पूँछी, “का तू पबित्तर परमेसर को लौंड़ा मसी है?” 62ईसु नै कैई, “हाँ मैं हौं” और तुम “आदमी के लौंड़ा कै सरब सकतिमान परमेसर के खाने हात बैठे, और आसमान के बादरौं मै आते भए देखौगे।” 63तब बड़े पुजारी नै अपने लत्ता फाड़ते भए कैई, “अब हमकै गभाऔ की जरूरतई काए है? 64तुमनै जाकै परमेसर के बारे मै बुरो बोलते सुनो: तुमरी का राय है?” उन सबनै बाकै दोसी ठैराओ और कैई बौ मौत की सजा के लायक है। 65तब कुछ लोग उसके ऊपर थूकल लगे और उसकी आँखौ मै पट्टी बांधकै जौ कैते भए उसकै घूंसा मारल लगे, “अगर तूई परमेसर को सच्चो सन्देसो दैनै बारो है, तौ बता तेकै किसनै मारो?” सिपाई नै बाकै पकड़कै चाँट मारे।
पतरस कै ईसु को इनकार कन्नो
(मत्ती 26:69–75; लूका 22:56–62; यहून्ना 18:15–18,25–27)
66पतरस अबी नीचे दारे मैई बैठो हो कै बड़े पुजारी की एक नौकरानी आई। 67जब उसनै पतरस बहाँ आग तापते देखो तौ बड़े गौर सै देक्कै बोली, “तू बी तौ उस ईसु नासरी के संग हो।” 68पर पतरस मुकर गओ और कैललगो, “मैं ना जानौ हौं, मेरी समज मै ना आ रओ है कै तू का कैरई है।” जौ कैते भए बौ गेट तक पौंचोई हो कै मुरगा नै बाँक दे दई। 69उस नौकरानी नै बौ दुबारा देखो तौ बहाँ खड़े लोगौ सै फिर कैललगी, “जौ आदमी बी उनई लोगौ मै सै एक है।” 70पतरस फिर मुकर गओ। थोड़ी देर बाद बहाँ खड़े लोगौ नै पतरस सै कैई, “जरूरई तू उन लोगौ मै सै एक है कैसेकै तू बी गलील को है।” 71तब पतरस अपने आप कै कोसल लगो और कसम खाल लगो, “जिसके बारे मै तुम बात कर रए हौ, उस आदमी कै तौ मैं जानौ तक ना हौं।” 72ठीक उसई टैम मुरगा नै दूसरी दफै बाँक दे दई, पतरस कै बौ बात जो ईसु नै उस्सै कैई ही याद आई, कै मुरगा के दो दफै बाँक दैनै सै पैले तू तीन फेरी मेरो इनकार करैगो, बौ इस बात कै सोचकै फूट-फूटकै रोल लगो।
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New Life Compute Institute [NLCI] - CC BY-NC-ND 4.0