निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो यूहन्ना 14:15 से संबंधित हैं
शांतिदाता बनें
5 दिन
शांति प्रिय बनना सच्ची शांति की ओर नहीं ले जाता क्यूंकि शांति प्रिय शांति की ग़लत भावना प्रदान करते हैं, टालमटोल करने के द्वारा। हालांकि, एक विश्वासी के रूप में, आपके पास सच्ची शांति के साथ एक आत्मिक संबंध है, जो यीशु है। आप एक शांतिप्रिय हैं - तो आप एक पुल है अपने दोस्तों और परिवार, और यीशु के बीच! आपके पास संघर्ष को खत्म करने और लोगों को यीशु के साथ मिलाने की क्षमता है। आज हमारे शांतिदाता बाइबल योजना में इसके लिए युक्तियों की खोज करें।
विश्वास - जानबूझकर अनंत काल को देखते हुए रहना
पांच दिन
परमेश्वर चाहता है कि विश्वासी,विश्वास की पंखों से उड़ें | बाइबल मार्गदर्शक किताब है, पात्र इसके उदाहरण हैं, और पवित्र आत्मा इस विश्वास के जीवन का शिक्षक है | बाइबल कहानियों से भरी हैं, उनके लिए जो उदासीनता ,विद्रोह और अनाज्ञाकरिता के कारण रुके हुए हैं और उनके लिए जो अद्भुत विश्वास के पंखों से उड़ते है |
मसीह एक धर्मात्मा (परमेश्वर-मनुष्य): कुंवारी से जन्म ले ने पर पड़ने वाला प्रभाव
6 दिन
छह दिन डॉ.रमेश रिचर्ड के साथ बिताएं, जो RREACH (वैश्विक स्तर पर सुसमाचार सुनाने वाली सेवकाई) के अध्यक्ष और डालास थियोलोजिकल सेमिनरी के आचार्य हैं, जो हमें मसीह की ईश्वरीयता और उसकी मानवता से सम्बन्धित समयोचित प्रकाशन प्रदान करेगें। अपने हृदय को कुवांरी से जन्म लेने तथा मसीही जीवन में इसके आशय के महत्व पर चिन्तन करते हुए क्रिमसस के पर्व को मनाने के लिए तैयार करें।
महान कहानियां सुनायें, महान जीवन जिएं
7 दिन
आपका यीशु के साथ रिश्ता और आप यीशु की तरह कैसे रहते हैं, इसकी कहानियाँ किसी और के जीवन में आज़ादी, चंगाई और आशा ला सकती है। आप महान कहानियों को सुनाते हुए आत्मविश्वास महसूस कर सकते हैं और महान जीवन जी सकते हैं क्योंकि आप के साथ पवित्र आत्मा है। आइए मिलकर देखें कि आप कैसा जीवन जी सकते हैं और कहानियों बाँटे जो दूसरों को पसंद आए।
आज्ञा पालन
2 हफ्ते
प्रभु ईसा मसीह ने कहा हैं जो मुझसे प्यार करता हैं मेरे शिक्षण का पालन करेगा। चाहे जो भी कीमत व्यक्तिगत तौर पर हमे चुकाना पड़े। प्रभु को हमारा आज्ञाकारिता से मतलब हैं। यह पाठक योजना आपको बाइबिल आज्ञाकारिता के बारे में क्या कहना हैं पर आधारित हैं और आपको नित्य जीवन में प्रभु से आज्ञाकारी होने में मददगार साबित होगा।और किस तरह जीवन में इमानदारी,दूसरों के प्रति दया और आज्ञाकारिता से हमारे जीवन को आशीष प्राप्त होगा यह भी दर्शाया गया हैं।