निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो मरकुस 14:36 से संबंधित हैं
यीशु मसीह की प्रार्थना
5 दिन
किसी भी रिश्ते को मज़बूत बनाने के लिए वार्तालाप का क्या महत्व है, इस बात को हम जानते हैँ, और परमेश्वर के साथ हमारा रिश्ता इस बात से अलग नही है! प्रार्थना के द्वारा हम वार्तालाप करतें रहें, इसके लिए परमेश्वर लालायित रहतें हैं- ऐसा अनुशासन जिसका पालन, यहाँ तक कि उसके पुत्र यीशु मसीह ने भी किया इस योजना के अंतर्गत, आप यीशु मसीह के उदाहरण से सीखेंगे, और आपको जिंदगी की भीड़-भाड से बाहर निकलने की चुनौतियाँ दी जाएँगी तथा वो सामर्थ और सहायता जो केवल प्रार्थना से मिलती हैं, आप ख़ुद इसका अनुभव करेंगे !
मरूस्थल से प्राप्त शिक्षाएं
7 दिन
मरूस्थल एक अवस्था है जिसमें हम खुद को भटका,भूला और त्यागा हुआ महसूस करते हैं। लेकिन इस उजड़ेपन में रूचीकर बात यह है कि यह नज़रिये को बदलने,जीवन रूपांतरित करने और विश्वास का निर्माण करने वाली होती है। इस योजना के दौरान मेरी प्रार्थना यह है कि आप इस जंगल से क्रोधित होने के बजाय इसे स्वीकार करें और परमेश्वर को आप में कुछ उत्तम कार्य करने दें।