‘अब, ओ इस्राएल, तेरा प्रभु परमेश्वर तुझ से क्या चाहता है? केवल यह कि तू अपने प्रभु परमेश्वर की भक्ति करे उसके सब मार्गों पर चले और उससे प्रेम करे; तू अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर की सेवा करे, और उसकी सब आज्ञाओं तथा संविधियों का पालन करे, जिसका आदेश मैं तेरी भलाई के लिए आज तुझे दे रहा हूँ।