हम गुलाम हैं,
पर गुलामी में भी, हे परमेश्वर, तूने हमें नहीं
छोड़ा,
वरन् फारस के सम्राट के सम्मुख
तूने हम पर करुणा की,
और हमें गुलामी से कुछ समय के लिए
मुक्त किया
ताकि हम तेरे भवन को पुन: खड़ा कर
सकें,
उसके खण्डहरों की मरम्मत कर सकें।
हे परमेश्वर, तूने हमें यहूदा प्रदेश और
यरूशलेम में
हमारे सिर के ऊपर एक छत प्रदान की।