1 थिस्‍सलुनीकियों 1

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अभिवादन
1पिता परमेश्‍वर और प्रभु येशु मसीह में थिस्‍सलुनीके नगर की कलीसिया के नाम पौलुस, सिल्‍वानुस और तिमोथी का पत्र।
आप को अनुग्रह तथा शान्‍ति प्राप्‍त हो!#प्रे 15:40; 17:1; 2 थिस 1:1
थिस्‍सलुनीकियों का जीवन और विश्‍वास
2-3जब-जब हम आप लोगों को अपनी प्रार्थनाओं में याद करते हैं, तो हम हमेशा आप सब के लिए परमेश्‍वर को धन्‍यवाद देते हैं।#2 थिस 1:11 आपका सक्रिय विश्‍वास, प्रेम से प्रेरित आपका परिश्रम तथा येशु मसीह पर आपका अटल भरोसा-यह सब हम अपने पिता-परमेश्‍वर के सामने निरन्‍तर स्‍मरण करते हैं।#कुल 1:4-5; 1 कुर 13:13 4भाइयो और बहिनो! परमेश्‍वर आप को प्‍यार करता है। हम जानते हैं कि परमेश्‍वर ने आप को चुना है, 5क्‍योंकि हमने निरे शब्‍दों द्वारा नहीं, बल्‍कि सामर्थ्य, पवित्र आत्‍मा तथा दृढ़ विश्‍वास के साथ आप लोगों के बीच शुभ समाचार का प्रचार किया। आप जानते हैं कि आपके कल्‍याण के लिए आप के बीच हमारा आचरण कैसा था।#1 कुर 2:5
6आप ने हमारा तथा प्रभु का अनुसरण किया और घोर कष्‍टों का सामना करते हुए पवित्र आत्‍मा की प्रेरणा से आनन्‍दपूर्वक शुभसंदेश स्‍वीकार किया।#1 कुर 4:16; प्रे 13:52; 2 थिस 3:9 7इस प्रकार आप मकिदुनिया प्रदेश तथा यूनान देश के सब विश्‍वासियों के लिए आदर्श बन गये।#1 थिस 4:10; 1 पत 5:3; फिल 3:7 8आप के यहाँ से प्रभु का संदेश न केवल मकिदुनिया तथा यूनान में फैला, बल्‍कि परमेश्‍वर में आप के विश्‍वास कि चर्चा सर्वत्र हो रही है। हमें कुछ नहीं कहना है।#रोम 1:8 9लोग स्‍वयं हमें बताते हैं कि आप के यहाँ हमारा कैसा स्‍वागत हुआ और आप किस प्रकार देवमूर्तियाँ छोड़ कर परमेश्‍वर की ओर अभिमुख हुए, जिससे आप सच्‍चे तथा जीवन्‍त परमेश्‍वर के सेवक बनें#प्रे 14:15; यो 17:3; 1 कुर 12:2 10और उसके पुत्र अर्थात् येशु की प्रतीक्षा करें, जिन्‍हें परमेश्‍वर ने मृतकों में से जिलाया। यही येशु स्‍वर्ग से उतरेंगे और हमें आने वाले प्रकोप से बचायेंगे।#1 थिस 5:9; तीत 2:13; प्रे 17:31

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