जन-गणना 17

17
हारून की लाठी
1 # 17:1 इब्रानी में अध्‍याय 17:16 प्रभु मूसा से बोला, 2‘तू इस्राएली समाज से बोल और उनके पूर्वजों के परिवार के अनुसार बारह लाठियाँ ले, अर्थात् प्रत्‍येक परिवार के अनुसार उस परिवार के मुखिया से एक लाठी ले। तू प्रत्‍येक मुखिया का नाम उसकी लाठी पर लिखना। 3हारून का नाम लेवी की लाठी पर लिखना। उनके पूर्वजों के प्रत्‍येक परिवार के मुखिया के पास एक-एक लाठी होगी। 4तू उनको मिलन-शिविर में, साक्षी की पट्टियों के सम्‍मुख, जहाँ मैं तुम लोगों से भेंट करता हूं, जमा कर देना।#नि 25:22 5जिस व्यक्‍ति को मैं चुनूंगा, उसकी लाठी में अंकुर निकल आएंगे। इस प्रकार मैं इस्राएलियों की बक-बक, जिसे वे तुम्‍हारे विरुद्ध करते हैं, अपने ऊपर से दूर करूंगा।’ 6मूसा इस्राएली समाज से ऐसा ही बोले। उनके मुखियों ने अपने-अपने परिवार की लाठी मूसा को दे दी। मुखियों ने अपने पूर्वजों के परिवार के अनुसार एक-एक लाठी, अर्थात् कुल बारह लाठियाँ दीं। उन लाठियों के मध्‍य हारून की लाठी भी थी। 7मूसा ने उन लाठियों को साक्षी के तम्‍बू में प्रभु के सम्‍मुख जमा कर दिया।
8दूसरे दिन मूसा साक्षी के तम्‍बू में आए। उन्‍होंने देखा कि हारून की लाठी में जो लेवी-परिवार के लिए थी, अंकुर निकल आए। उसमें कलियाँ खिलीं, फूल फूले और पके बादाम भी लग गए। 9मूसा सब लाठियों को प्रभु के सम्‍मुख से उठाकर इस्राएलियों के पास ले गए। उन्‍होंने उन्‍हें देखा और अपनी-अपनी लाठी ले ली। 10प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू हारून की लाठी को साक्षी कि पट्टियों के सम्‍मुख पुन: रख दे ताकि वह विद्रोहियों के लिए चिह्‍न हेतु सुरक्षित रहे, और तू मेरे विरुद्ध उनकी बक-बक को समाप्‍त कर दे; ऐसा न हो कि वे मर जाएँ।’#इब्र 9:4 11मूसा ने ऐसा ही किया। जो आज्ञा प्रभु ने उन्‍हें दी थी, उसी के अनुसार उन्‍होंने किया।
12इस्राएली लोगों ने मूसा से कहा, ‘देखिए, हमारे प्राण निकल रहे हैं। हम मर रहे हैं। हम-सब नष्‍ट हो रहे हैं। 13प्रभु के निवास-स्‍थान के निकट आने वाले प्रत्‍येक व्यक्‍ति की मृत्‍यु हो जाती है। क्‍या हम सब के सब मर जाएंगे?’

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जन-गणना 17: HINCLBSI

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