भजन संहिता 110

110
प्रभु राजा को राज्‍य प्रदान करता है
दाऊद का। एक भजन।
1प्रभु ने मेरे स्‍वामी से कहा:
‘जब तक मैं तेरे शत्रुओं को
तेरे चरणों की चौकी न बना दूं,
तू मेरी दाहिनी ओर बैठ।’#मत 22:44; 26:64; प्रे 2:34-35; 1 कुर 15:25; इफ 1:20-22; कुल 3:1; इब्र 1:13; 10:12; 1 पत 3:22
2प्रभु सियोन से आपको
शक्‍तिशाली राजदण्‍ड प्रदान करता है, कि
आप अपने शत्रुओं के मध्‍य शासन करें।
3जब आप युद्ध में विजय प्राप्‍त करते हैं,
तब आपकी प्रजा
स्‍वेच्‍छा से स्‍वयं को अर्पित करती है।
आप पवित्रता से सुशोभित हैं।#110:3 पाठांतर, “पवित्र पर्वतों पर” ।
उषा कल के गर्भ से
ओस की बूंद के सदृश
तरुणाई आपको प्राप्‍त होती है।#110:3 पाठांतर, “मैंने आपको जन्‍म दिया” ।
4प्रभु ने शपथ खाई है,
और वह अपना यह निश्‍चय नहीं बदलेगा:
‘तू मलकीसेदेक के समान
सदा के लिए पुरोहित है।’ #इब्र 5:6; 6:20; 7:17,21
5प्रभु आपकी दाहिनी ओर है,
वह अपने कोप के दिन राजाओं को कुचल
देगा।#भज 2:5
6वह राष्‍ट्रों का न्‍याय-निर्णय करेगा,
और लाशों को पाट देगा।
वह धरती के विशाल क्षेत्र में
शासकों को कुचल देगा।
7महाराज, आप मार्ग में झरने से जल पिएंगे,
आप विजय से अपना सिर ऊंचा करेंगे।

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