यशायाह 13

13
परमेश्‍वर बेबीलोन को दण्ड देगा
1बेबीलोन के विषय भारी भविष्यवाणी जिसको आमोस के पुत्र यशायाह ने दर्शन में पाया।#यशा 47:1–15; यिर्म 50:1—51:64 2मुंडे पहाड़ पर एक झण्डा खड़ा करो, हाथ से संकेत करो और उन से ऊँचे स्वर से पुकारो कि वे सरदारों के फाटकों में प्रवेश करें। 3मैं ने स्वयं अपने पवित्र किए हुओं को आज्ञा दी है, मैं ने अपने क्रोध के लिये अपने वीरों को बुलाया है जो मेरे प्रताप के कारण प्रसन्न हैं।
4पहाड़ों पर एक बड़ी भीड़ का सा कोलाहल हो रहा है, मानो एक बड़ी फौज की हलचल हो। राज्य राज्य की इकट्ठी की हुई जातियाँ हलचल मचा रही हैं। सेनाओं का यहोवा युद्ध के लिये अपनी सेना इकट्ठी कर रहा है। 5वे दूर देश से, आकाश की छोर से आए हैं, हाँ, यहोवा अपने क्रोध के हथियारों समेत सारे देश का नाश करने के लिये आया है।
6हाय–हाय करो, क्योंकि यहोवा का दिन समीप है; वह सर्वशक्‍तिमान की ओर से मानो सत्यानाश करने के लिये आता है।#योए 1:15 7इस कारण सब के हाथ ढीले पड़ेंगे, और हर एक मनुष्य का हृदय पिघल जाएगा#13:7 मूल में, मनुष्य का सारा हृदय गल जाएगा , 8और वे घबरा जाएँगे। उनको पीड़ा और शोक होगा; उनको ज़च्‍चा की सी पीड़ाएँ उठेंगी। वे चकित होकर एक दूसरे को ताकेंगे; उनके मुँह जल जाएँगे।#13:8 मूल में, उनके लौ वाले मुँह होंगे
9देखो, यहोवा का वह दिन रोष और क्रोध और निर्दयता के साथ आता है कि वह पृथ्वी को उजाड़ डाले और पापियों को उसमें से नष्‍ट करे। 10क्योंकि आकाश के तारागण और बड़े बड़े नक्षत्र अपना प्रकाश न देंगे, और सूर्य उदय होते होते अन्धेरा हो जाएगा, और चन्द्रमा अपना प्रकाश न देगा।#यहेज 32:7; मत्ती 24:29; मरकुस 13:24,25; लूका 21:25; प्रका 6:12,13 11मैं जगत के लोगों को उनकी बुराई के कारण, और दुष्‍टों को उनके अधर्म का दण्ड दूँगा; मैं अभिमानियों के अभिमान का नाश करूँगा, और उपद्रव करने वालों के घमण्ड को तोड़ूँगा। 12मैं मनुष्य को कुन्दन से, और आदमी को ओपीर के सोने से भी अधिक महँगा करूँगा। 13इसलिये मैं आकाश को कँपाऊँगा, और पृथ्वी अपने स्थान से टल जाएगी; यह सेनाओं के यहोवा के रोष के कारण और उसके भड़के हुए क्रोध के दिन होगा। 14वे खदेड़े हुए हरिण, या बिन चरवाहे की भेड़ों के समान अपने अपने लोगों की ओर फिरेंगे, और अपने अपने देश को भाग जाएँगे। 15जो कोई मिले वह बेधा जाएगा, और जो कोई पकड़ा जाए, वह तलवार से मार डाला जाएगा। 16उनके बाल बच्‍चे उनके सामने पटक दिए जाएँगे; और उनके घर लूटे जाएँगे, और उनकी स्त्रियाँ भ्रष्‍ट की जाएँगी।
17देखो, मैं उनके विरुद्ध मादी लोगों को उभारूँगा जो न तो चाँदी का कुछ विचार करेंगे और न सोने का लालच करेंगे। 18वे तीरों से जवानों को मारेंगे, और बच्‍चों पर कुछ दया न करेंगे, वे लड़कों पर कुछ तरस न खाएँगे। 19बेबीलोन जो सब राज्यों का शिरोमणि है, और जिसकी शोभा पर कसदी लोग फूलते हैं, वह ऐसा हो जाएगा जैसे सदोम और अमोरा, जब परमेश्‍वर ने उन्हें उलट दिया था।#उत्प 19:24 20वह फिर कभी न बसेगा और युग युग तक उसमें कोई वास न करेगा; अरबी लोग भी उस में डेरा खड़ा न करेंगे, और न चरवाहे उस में अपने पशु बैठाएँगे। 21वहाँ जंगली जन्तु बैठेंगे, और उल्‍लू उनके घरों में भरे रहेंगे; वहाँ शुतुर्मुर्ग बसेंगे, और जंगली बकरे वहाँ नाचेंगे।#यशा 34:14; सप 2:14; प्रका 18:2 22उस नगर के राज–भवनों में हुँडार, और उसके सुख–विलास के मन्दिरों में गीदड़ बोला करेंगे; उसके विनाश का समय निकट आ गया है, और उसके दिन अब बहुत नहीं रहे।

वर्तमान में चयनित:

यशायाह 13: HINOVBSI

हाइलाइट

शेयर

कॉपी

None

Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in