मत्ती 3
3
यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला
(मरकुस 1:1–8; लूका 3:1–18; यूह 1:6–8,15–34)
1उन दिनों में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला#मत्ती 11:2–14; 14:1–12; लूका 1:13,57–66; प्रेरि 19:3,4 आकर यहूदिया के जंगल में यह प्रचार करने लगा : 2“मन फिराओ, क्योंकि स्वर्ग का राज्य#मत्ती 4:17; 7:21; मरकुस 1:15; लूका 10:9; 11:20; 17:20,21; 21:31; यूह 3:3,5 निकट आ गया है।” 3यह वही है जिसकी चर्चा यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा की गई :
“जंगल में एक पुकारनेवाले का शब्द हो रहा
है, कि प्रभु का मार्ग तैयार करो,
उसकी सड़कें सीधी करो।”#यशा 40:3; मलाकी 3:1; लूका 1:76
4यह यूहन्ना ऊँट के रोम का वस्त्र#2 राजा 1:8; जक 13:4 पहिने था, और अपनी कमर में चमड़े का कटिबन्ध बाँधे हुए था। उसका भोजन टिड्डियाँ#3:4 यूनानी भाषा का यह शब्द कनान देश में उत्पन्न होनेवाले ‘करोब’ नामक वृक्ष की खाने योग्य फलियों को भी व्यक्त करता है। और वनमधु था।#लैव्य 11:22 5तब यरूशलेम और सारे यहूदिया, और यरदन के आसपास के सब स्थानों के लोग उसके पास निकल आए। 6उन्होंने अपने–अपने पापों को मानकर यरदन नदी में उससे बपतिस्मा लिया।
7जब उसने बहुत से फरीसियों#मत्ती 16:1,11,12; 23:13–36; प्रेरि 23:6,7 और सदूकियों#मत्ती 22:23; प्रेरि 5:17; 23:8 को बपतिस्मा के लिए अपने पास आते देखा, तो उनसे कहा, “हे साँप के बच्चो,#मत्ती 12:34; 23:33 तुम्हें किसने जता दिया कि आनेवाले क्रोध#रोम 1:18; 1 थिस्स 1:10 से भागो? 8इसलिये मन फिराव के योग्य फल लाओ;#प्रेरि 17:30; 26:20; इफि 5:8,9 9और अपने–अपने मन में यह न सोचो कि हमारा पिता अब्राहम है;#यूह 8:33,39,53 क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ कि परमेश्वर इन पत्थरों से अब्राहम के लिए संतान उत्पन्न कर सकता है। 10अब कुल्हाड़ा पेड़ों की जड़ पर रखा हुआ है, इसलिये जो–जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता, वह काटा और आग में झोंका जाता है।#भजन 92:12–14; मत्ती 7:19; लूका 13:7–9; यूह 15:2,6
11“मैं तो पानी से#3:11 अथवा, में तुम्हें मन फिराव का बपतिस्मा देता हूँ#मरकुस 1:4,8; प्रेरि 1:5; 19:4 , परन्तु जो मेरे बाद आने वाला है, वह मुझ से शक्तिशाली है; मैं उसकी जूती उठाने के योग्य नहीं। वह तुम्हें पवित्र आत्मा और आग से बपतिस्मा देगा।#प्रेरि 2:3,4; 11:16 12उसका सूप उस के हाथ में है, और वह अपना खलिहान अच्छी रीति से साफ करेगा,#मलाकी 3:3 और अपने गेहूँ को तो खत्ते में इकट्ठा करेगा,#मत्ती 13:29,30 परन्तु भूसी#मलाकी 4:1 को उस आग में जलाएगा जो बुझने की नहीं#यशा 66:24; मत्ती 13:41,42; मरकुस 9:43,48 ।”
यूहन्ना द्वारा यीशु का बपतिस्मा
(मरकुस 1:9–11; लूका 3:21,22; यूह 1:31–34)
13उस समय यीशु गलील से यरदन के किनारे यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने आया। 14परन्तु यूहन्ना यह कह कर उसे रोकने लगा, “मुझे तो तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्यकता है, और तू मेरे पास आया है?” 15यीशु ने उसको यह उत्तर दिया, “अब तो ऐसा ही होने दे, क्योंकि हमें इसी रीति से सब धार्मिकता को पूरा करना उचित है।” तब उसने उसकी बात मान ली। 16और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और देखो, उसके लिए आकाश खुल गया,#यहेज 1:1; यूह 1:51; प्रेरि 7:55,56; 10:11; प्रका 4:1; 19:11 और उसने परमेश्वर के आत्मा#यशा 11:2; 42:1; यूह 1:32 को कबूतर के समान उतरते और अपने ऊपर आते देखा। 17और देखो, यह आकाशवाणी हुई : “यह मेरा प्रिय पुत्र है,#उत्प 22:2; भजन 2:7; प्रेरि 13:33; इब्रा 1:1–5; 5:5 जिससे मैं अत्यन्त प्रसन्न हूँ।”#मत्ती 12:18; 17:5; मरकुस 9:7; लूका 9:35; यूह 12:28; 2 पत 1:17,18
वर्तमान में चयनित:
मत्ती 3: HINOVBSI
हाइलाइट
शेयर
कॉपी
Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in
Hindi OV (Re-edited) Bible - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible
Copyright © 2012 by The Bible Society of India
Used by permission. All rights reserved worldwide.