बाइबल एक वर्ष में 2023 की योजना निकी और पिप्पा गम्बेल के विचारों के साथनमूना
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पहला प्रश्न
‘आपका पहला प्रश्न क्या होनेवाला है?’ मैं अपने पहले अपराधिक मुकदमें की बहस की तैयारी कर रहा था जिसमें मैं शामिल था, जब मैने वकील के रूप में प्रैक्टिस शुरु की थी। एक वरिष्ठ और अनुभवी वकील मुझे तैयारी में मदद कर रहे थे। उन्होंने मुझे ‘ पहले प्रश्न ’ का महत्व समझाया।भजन संहिता 2:1-12
1. भजन संहिता में सबसे पहला प्रश्न यीशु के बारे में है
सब कुछ येशू के बारे में है। जीवन में सबसे सुरक्षित स्थान यीशु के करीब रहना है।
पौलुस, अंताकिया में प्रचार करते समय भजन संहिता का उद्धरण देता है। वह कहता है, “हम तुम्हें उस प्रतिज्ञा के विषय में, जो बाप दादों से की गई थी, यह सुसमाचार सुनाते हैं। कि परमेश्वर ने यीशु को जिलाकर, वही प्रतिज्ञा हमारी सन्तान के लिये पूरी की ; जैसा दूसरे भजन में भी लिखा है, कि तू मेरा पुत्र है; आज मैंने ही तुझे जन्माया है।” (प्रेरितों के कार्य 13:32 - 33, उद्धरण भजन संहिता 2:7)।
यीशु हैं जो उनके ‘अभिषिक्त ’ हैं (भजन संहिता 2:2)। इसका इब्रानी शब्द है ‘मसाया’ (मसीहा)। वह मसीह हैं, परमेश्वर के पुत्र, जिनसे हमें प्यार करना है : ‘उनके पुत्र को चूमो ’ (पद - 12)।
भजन संहिता का मूल संदर्भ शायद एक खास स्थिति से संबंधित है जिसमें इस्राएल का एक इंसानी राजा शामिल है। तब भी, जब हम इसे खुले मन से पढ़ते हैं, तो हम देखते हैं कि भजन संहिता में पूछा गया सबसे पहला प्रश्न यीशु के पुर्वानुमान को दर्शाता है। जाति-जाति के लोग उनके विरोध में क्यों ‘हुल्लड़ मचाते हैं ’ और ‘व्यर्थ बातें’ क्यों सोच रहे हैं*? ’ (पद - 1-2)
नये नियम में हम बिल्कुल ऐसा ही होते हुए देखते हैं। बल्कि आज के पद में भी - जो यीशु के संदर्भ में है - यीशु के जीवन के आरंभ से लेकर, शासक इकठ्ठा होते हैं और उनके विरोध में हुल्लड़ मचाते हैं और व्यर्थ की बातें सोचते हैं (मत्ती 2: 3-4)।
फिर भी भजन की समाप्ति ‘धन्य (खुश, भाग्यशाली और ईर्ष्या करने योग्य) हैं जो उनपर भरोसा करते हैं और उनकी शरण में आते हैं ’ से होती है ! (पद – 12ब, एम्प)। जीवन के सभी तूफानों में और यीशु के अत्यधिक तेज़ तूफान में जो अंतिम न्याय में आएगा, एकमात्र सुरक्षित जगह ‘येशू में ’ ही है।
प्रभु, मैं आपको धन्यवाद देता हूँ कि जैसे आनेवाले वर्ष को और सभी संभावित चुनौतियों, अवसरों, और संभावनाओं को मैं देखता हूँ, तो अपने सुरक्षा के स्थान को आप में ही पाता हूँ।
मत्ती 2:1-18
2. नये नियम में सबसे पहला प्रश्न यीशु के बारे में है
उपर्युक्त तरीके से, नये नियम में भी सबसे पहला प्रश्न यीशु के बारे में है। सारे पुराने नियम की परिपूर्णता यीशु में है।
ज्योतिषियों ने (जिन्हें अक्सर ‘बुद्धिमान मनुष्य’ के रूप में संदर्भित किया जाता है) यीशु के जन्म के महत्व को महसूस किया। उन्होंने पूछा, “कि यहूदियों का राजा जिस का जन्म हुआ है,कहां है ?” उन्होने उसे खोजा और पाया भी। जब उन्होने बालक को देखा, तो गिरकर उसको दंडवत किया (पद - 11)। उन्होने यह जान लिया था की येशू के जन्म तक के लोगों की सारी बातों और सारी आशाओं की परिपूर्णता खुद येशू ही हैं।
यीशु ही हैं जो परमेश्वर के वायदों को पूरा करते हैं। कल के पठन में हम ने इसी बात के उदाहरण देखे थे। आज हम तीन और उदाहरणों को देखेंगे :
- जन्म का स्थान :
मत्ती ने देखा कि यीशु के जन्म के स्थान के बारे में भी भविष्यवाणी मीका 5:2 में की गई थी। यह तय था कि बेथलेहम से वो ‘शासक’ और ‘चरवाहा’ उठेगा, ‘क्योंकि भविष्यवक्ता के द्वारा यों लिखा गया है’ (मत्ती 2:5-6)।
- मिस्र में निर्वासन
जब हैरोदेस ने यीशु को मारने की कोशिश की, तो उनका परिवार मिस्र को चला गया (पद - 13). मत्ती लिखता है, “इसलिये कि वह वचन जो प्रभु ने भविष्यवक्ता के द्वारा कहा था पूरा हो - मैं ने अपने पुत्र को मिस्र से बुलाया है।” (पद - 15, होशे 11:1 भी देखें)।
- बच्चों की हत्या
जब हैरोदेस ने दो साल से छोटे सभी बालकों को मार डालने की आज्ञा दी (मत्ती 2:16), तो यिर्मयाह 31:15 की भविष्यवाणी भी पूरी हुई (देखें "पिपा जोड़ती हैं” - मत्ती 2:17-18)।**
प्रभु यीशु, आज मैं आपके सामने झुकना और आपकी आराधना करना चाहता हूँ। मेरे पास जो भी है उसे मैं आपको समर्पित करना चाहता हूँ – मेरा जीवन, मेरा सबकुछ।
उत्पत्ति 2:18-4:16
3. बाइबल का पहला प्रश्न परमेश्वर की भलाई के बारे में है
क्या आपने कभी खुद को संदेह करते पाया है कि परमेश्वर का मार्ग सच में सबसे अच्छा है ? क्या आपने खुद को कभी विस्मित होते हुए पाया है कि, भले ही परमेश्वर कहते हैं कि यह गलत है, फिर भी यह कोशिश करके देखने लायक है ?
परमेश्वर ने संभवत: मनुष्य को सबकुछ दिया है जिसकी जिसकी वह इच्छा कर सकता था। रचा गया संपूर्ण संसार हमारे आनंद के लिए बनाया गया था। इंसान ही परमेश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना था। समुदाय की आवश्यकता को पूरा करने के लिए परमेश्वर ने और भी इंसानों को बनाया: ‘आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं ’ (2:18)।
इसकी शुरुवात विवाह के सुंदर उपहार से हुई: “ इस कारण पुरुष अपने माता पिता को छोड़कर अपनी पत्नी से मिला रहेगा, और वे एक ही तन बने रहेंगे” (पद – 24)। विवाह स्त्री और पुरूष का जीवन भर का संजोग है जिसमे यौन संबंध - जो परमेश्वर की ओर से एक और उपहार है – आनंद से व बिना लज्जा या शर्म की घनिष्ठता और आज़ादी से लेना चाहिए (पद - 24-25)।
सभी भली चीजों के भरपूर प्रावधान के बावजूद, मनुष्य ने कुछ और पाने का प्रयास किया और उसने लालसा के वशीभूत में आकर मना किये गए फल को खा लिया।
लालसा की शुरूवात परमेश्वर के बारे में संदेह से शुरू हुई। बाइबल का यह पहला प्रश्न है:‘ क्या सच है, कि परमेश्वर ने कहा, कि तुम इस बाटिका के किसी वृक्ष का फल न खाना ? ’ (3:1)।
सर्प के साथ बातचीत करना हव्वा की पहली गलती थी। हम परमेश्वर के साथ बातचीत /वार्तालाब करने के लिए बनाए गये हैं, शैतान के साथ नही।
सर्प के रूप में शैतान ने हव्वा को मूर्ख बनाया, इस सोच में कि उसके पाप का कोई भी परिणाम नहीं होगा – ‘तुम निश्चय न मरोगे’ (पद - 4)| वह परमेश्वर के प्रति बुरे इरादों को डालता है: ‘वरन परमेश्वर खुद जानते हैं कि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे उसी दिन तुम्हारी आंखें खुल जाएंगी, और तुम भले बुरे का ज्ञान पाकर परमेश्वर के तुल्य हो जाओगे;’ (पद - 5). अक्सर ऐसा होता है कि आप परमेश्वर के बारे में झूठ को निगल जाते हैं, इससे पहले कि आप मना किये गए फल को निगल जाएं।
फल देखने में ‘अच्छा’ और ‘दिखने में मनभावना’ और ‘बुद्धि देने के लिए चाहने योग्य’ भी था (पद - 6)। अक्सर लालसा इसी तरह प्रकट होती है। आदम और हव्वा ने पाप किया और किये गए पाप को ढंकना चाहा - जैसा की अक्सर होता है : ‘ इसलिए उन्होने अंजीर के पत्ते जोड़ जोड़ कर लंगोट बना लिए ’(पद - 7)।
4. बाइबल में सबसे पहला प्रश्न परमेश्वर आपके बारे में पूछते हैं
परमेश्वर के साथ आदम और हव्वा की दोस्ती टूट गई थी। जब उन्होंने सुना कि परमेश्वर आ रहे हैं, तो वे छिप गए (पद - 8)। लेकिन परमेश्वर तुरंत उन्हें ढूँढते हुए आए, और हम बाइबल में उनका पहला प्रश्न पाते हैं: ‘तू कहाँ है?’ (पद - 9)। परमेश्वर ने उन्हें उनपर नहीं छोड़ा। वह उन्हें ढूँढते हुए आए, उनके साथ संबंध को फिर स्थापित करने के लिए।
जब भी आप उनके साथ संबंध से दूर चले जाते हैं, परमेश्वर हमेशा आपको खोजते रहते हैं।
वह सर्प से कहते हैं कि हव्वा का वंश, “तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा ” (पद - 15 ब)। यीशु ही हैं जो सर्प के सिर को कुचलेंगे लेकिन इसकी एक कीमत होगी – “तू उसकी एड़ी को डसेगा ”| यहाँ हम पहले संकेत को देखते हैं कि संबंध को पुनर्स्थापित करने की कीमत क्या होगी। क्रूस पर यीशु ने शैतान के सिर को कुचला, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी जान देनी पड़ी। उनका खून बहाया गया ताकि आपको और मुझे क्षमा मिल सके और परमेश्वर के साथ हमारे संबंध फिर से स्थापित हो सकें।
5. मानव जाति ने पहला प्रश्न ज़िम्मेदारी के बारे में किया
‘क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूं ? (पद – 9 ब)| यह आज का अत्यंत महत्वपूर्ण सवाल है। क्या दूसरों के प्रति आपकी कोई ज़िम्मेदारी है ?
पतन का परिणाम परमेश्वर के साथ संबंध का टूटना है। आदम और हव्वा ने एक दूसरे पर दोष लगाया (पद – 11, 12), और चौथे अध्याय में हम पढ़ते हैं कि यहाँ पर उनके बच्चे भी एक दूसरे से अलग हो गए। वाद विवाद, झगड़े और एक दूसरे से अलगाव, इन सब की शुरुआत यहीं से हुई। इन्हीं चीज़ों ने मानव जाति को अभिशप्त किया है। वाद विवाद से बचने की कोशिश कीजिये। विनाशकारी होने के साथ - साथ, आप शायद ही कभी कोई वाद विवाद जीत पायें !
केन अपने भाई हाबिल से क्रोधित था। परमेश्वर उससे पूछते रहे :‘तू क्यों क्रोधित हुआ ? और तेरे मुंह पर उदासी क्यों छा गई है ? यदि तू भला करे, तो क्या तेरी भेंट ग्रहण न की जाएगी ? और यदि तू भला न करे, तो पाप द्वार पर छिपा रहता है, और उसकी लालसा तेरी ओर होगी, और तू उस पर प्रभुता करेगा ’ (4:6 - 7)।
या तो आप पाप पर प्रभुता करेंगे (अब क्रूस और पुनरूत्थान की सामर्थ के द्वारा और पवित्र आत्मा की सहायता से), या पाप आप पर प्रभुता करेगा। केन के मामले में ऐसा ही हुआ। उसने अपने भाई को मार डाला (पद - 8)। परमेश्वर ने उससे एक और प्रश्न पूछा: ‘तेरा भाई हाबिल कहां है?’ (पद - 9 अ)।
इसके जवाब में, केन ने मनुष्य होने के नाते बाइबल में पहला प्रश्न पूछा: ‘क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूं ?’ (पद - 9 ब)। केन ज़िम्मेदारी से छूटना चाहता था। वह कह रहा था, ‘क्या मुझे अपने अलावा सच में किसी और की ज़िम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी ? ’
बाइबल के अनुसार जवाब यह है कि दूसरों के प्रति आपकी भी ज़िम्मेदारी है। हमारे आसपास जो हो रहा है उसकी ज़िम्मेदारी से हम खुद को मुक्त नहीं कर सकते – अपने शहर में, देश में और दुनिया में। उदाहरण के लिए, जब अत्यंत गरीबी के कारण हर दिन हज़ारों लोग भूख से मर रहे हैं तब हम यह स्वीकार नहीं कर सकते और ऐसा नहीं कह सकते कि यह हमारी ज़िम्मेदारी नहीं है।
आपकी ज़िम्मेदारी केवल आपके साथियों के प्रति ही नहीं बल्कि यह आपका सौभाग्य है कि आप दोस्तों और परिवार में और अपने आसपास के लोगों में आशीष और आनंद लाएं ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के जीवन में बदलाव आए।
प्रभु आपका धन्यवाद कि आपने हमारे आनंद मनाने के लिए इस सुंदर सृष्टि को रचा है। मुझे क्षमा कीजिये कि मैं शैतान के झूठ में पड़ा और आप पर भरोसा नहीं कर सका। आपका धन्यवाद कि आप हमेशा मुझे खोजते रहे, और मैं यह विश्वास करता हूँ कि यीशु के द्वारा आपके साथ मेरा संबंध फिर से स्थापित हो गया है। मेरी मदद कीजिये कि इस साल दूसरों के जीवन में बदलाव लाने की मैं अपनी क्षमता को परिपूर्ण कर सकूँ।
Pippa Adds
पिपा जोड़ती हैं
मत्ती 2:16
‘जब हेरोदेस ने यह देखा, कि ज्योतिषियों ने उसके साथ चालाकी की है, तब वह क्रोध से भर गया; और लोगों को भेजकर ज्योतिषियों से ठीक ठीक पूछे हुए समय के अनुसार बैतलेहम और उसके आस पास के सब लड़कों को जो दो वर्ष तक के थे, मरवा डाला। ’
मैं जब भी इस पद को पढ़ती हूँ तो मेरे दिल को चोट पहुँचती है। अपनी राजगद्दी छूटने के डर से, हेरोदेस ने जो बच्चों के साथ लिया, वह बहुत ही दर्दनाक था ! क्या आप कभी भी ऐसे खतरे में पड़े हैं जिसमें अपनी स्थिति को सुरक्षित रखने के प्रयास में आपने दूसरों को नीचा किया है
References
नोट्स: जिन वचनों को (एमएसजी/MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है। जिन वचनों को (एएमपी/AMP) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। ([www.Lockman.org](http://www.lockman.org)) जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है। कॉपीराइट स्पष्टीकरण के लिए संपादकीय नोट: एनआईवी से लिये गए वचनों की संख्या : 16 अन्य अनुवाद (MSG) से : 1 जब एम्पलीफाइड बाइबल से लिये गए उद्धरण बिक्री-केलिए-नहीं मीडिया, जैसे चर्च बुलेटिन्स, सेवा के ऑर्डर्स, पोस्टर्स, ट्रांस्परेंसीस या ऐसे ही मीडिया के लिए उपयोग किये गए हैं, तो उद्धरण के बाद (एएमपी/ AMP) लघुरूप इस्तेमाल किया जा सकता है। वेब पेज पर यह लघुरूप www.Lockman.org लिंक से एक क्लिक द्वारा सक्षम होना चाहिये।**इस योजना के बारें में
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क्लासिक: "बाइबल को समझना कठिन हो सकता है। अल्फा पायनियर्स, निकी और पिप्पा गमबल की टिप्पणियों के साथ इसे हर रोज़ पढ़ें या सुनें। आज ही शुरू करें!
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Nicky Gumbel को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://bibleinoneyear.org/hi/