ह्रिंबै क्वे खिसि “शास्त्रिमैं प्हैंसि छाइ-छुइ बजारजरे प्रमा म्हिमैंइ म्हाँदिरिगे ङ्हाँब, च्हों धिंजरे ह्यामा म्हिमैंइ थेब लरिगे ङ्हाँब छलेन भत्यारजरे ह्यामा मान तबै क्ल्ह्योर क्हुँल् म्हैबै शास्त्रिमैंने जोगेसि टिद्। चमैंइ म्हरेस्योमैंए धिं नाँ लुडिमुँ। दिलेया म्हिमैंए उँइँरि बिस्याँ बेल्ले प्राथना लब् प्हैंम्। छाब्मैंइ झन् थेबै सजैं योंब्मुँ।”