हम अहाँ सभ केँ कहैत छी जे, एहि तरहेँ निनान्नबे एहन धर्मी सभ जे ई बुझैत अछि जे हमरा अपना पापक लेल पश्चात्ताप कऽ हृदय-परिवर्तन करबाक कोनो आवश्यकता नहि अछि, स्वर्ग मे ओकरा सभक अपेक्षा ओहि एक पापीक लेल बेसी आनन्द मनाओल जायत जे अपना पापक लेल पश्चात्ताप कऽ हृदय-परिवर्तन करैत अछि।