एक वर्ष 2019 में बाइबलनमूना

परमेश्वर के लिए सबकुछ संभव है
नॉर्मन विन्सेंट पेले लिखते हैं, ‘जब जिंदगी आपको नींबू थमाती है, तो नींबू का शरबत बनाइये,’ जिन्होंने सन् 1952 में अपनी सबसे प्रसिद्ध किताब द पॉवर ऑफ पोजिटिव थिंकिंग प्रकाशित की थी. यह लगातार 186 हफ्तों तक न्यूयॉर्क की यह सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब रही है. उन्हें जो कहना था उसमें से ज्यादातर बातें बहुत ही अच्छी और उपयोगी रही हैं.
सकारात्मक नॉर्मन विन्सेंट पेले ने कहा है, ‘सकारात्मक मानसिक बर्ताव एक मान्यता है कि सभी चीजें ठीक हो जाएंगी और आप किसी भी तरह की परेशानी से उबर पाएंगे.’ यीशु ने कहा है, ‘परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है’ (मत्ती 19:26). यह सकारात्मक सोच की शक्ति से कहीं ज्यादा है. यह परमेश्वर का सामर्थ है जो असंभव को संभव बनाता है. परमेश्वर से सबकुछ हो सकता है (लूका 1:37).
नीतिवचन 3:11-20
यीशु के द्वारा, सृष्टि की रचना की गई थी
सच्चाई यह है कि ‘परमेश्वर से सबकुछ हो सकता है’ और यह इस बात से साबित होता है कि संपूर्ण सृष्टि की रचना शून्य में से की गई थी. नीतिवचन का लेखक कहता है, ‘यहोवा ने पृथ्वी की नीव बुद्धि ही से डाली; और स्वर्ग को समझ ही के द्वारा स्थिर किया। उसी के ज्ञान के द्वारा गहरे सागर फूट निकले, और आकाशमण्डल से ओस टपकती लगी’ (वव.19-20).
नीतिवचन का लेखक बुद्धि को एक व्यक्तित्व के रूप में देखता है (वव.13-18). जब हम इसे नये नियम की दृष्टि से देखते हैं, तो हम पाते हैं कि यह यीशु का व्यक्तित्व है. संत पौलुस हमें बताते हैं कि ‘मसीह परमेश्वर की सामर्थ हैं और परमेश्वर की बुद्धि हैं’ (1 कुरिंथियों 1:24).
जब तक आप यीशु के साथ संबंध न बना लें, जीवन का कुछ मतलब नहीं रहेगा. संपूर्ण सृष्टि की रचना यीशु के द्वारा हुई है (यूहन्ना 1:3). वह आपसे प्यार करते हैं. उनके साथ संबंध में आप परमेश्वर की बुद्धि और परमेश्वर की सामर्थ पाते हैं.
जब आप यीशु को पाते हैं, तो आप सभी बुद्धि का स्रोत पाते हैं. यह आशीष पाने का तरीका है (नीतिवचन 3:13अ). यह समझ पाने का भी तरीका है (व.13ब). यह सारी भौतिक आशीषों से भी ज्यादा फायदेमंद है (वव.14-15). वास्तव में, ‘जितनी वस्तुओं की तू लालसा करता है, उन में से कोई भी उसके तुल्य न ठहरेगी’ (व.15ब).
यह दीर्घायु पाने का तरीका है (व.16 जो कि नये नियम में अनंत जीवन है, यूहन्ना 3:16 देखें). यहाँ आप ‘सच्चा धन और महिमा’ पाते हैं (नीतिवचन 3:16). यह शांति पाने का तरीका है जो समझ से परे है (व.17). यहाँ आप जीवन का वृक्ष पाते हैं (व.18).
प्रभु, आज मैं आपको खोजता हूँ. मुझे बुद्धि, शांति और सामर्थ दीजिये ताकि मैं उस तरह का जीवन जीऊँ जैसा आप मुझ से चाहते हैं.
मत्ती 19:16-30
परमेश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है
क्या कभी-कभी आपको लगता है कि आप असंभव परिस्थिति का सामना कर रहे हैं? यह ऐसा संबंध हो सकता है जो अप्राप्य रूप से टूट गया हो, या धन और स्वास्थय से संबंधित कोई मामला या कुछ और जहाँ कोई परिवर्तन असंभव नजर आ रहा हो. परमेश्वर के साथ हमेशा आशा बनी रहती है, चाहें चीजें कितनी भी बुरी क्यों न दिखाई दें. परमेश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है. उनकी सामर्थ सबकुछ संभव बना देती है.
यीशु के वचनों का संदर्भ कि ‘परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है’ (व.26), यहाँ उस व्यक्ति का उल्लेख किया गया है जिसे यीशु ने अपने पीछे आने को कहा: ' आकर मेरे पीछे हो ले ' (व.21ब). यीशु उससे कहते हैं, ' जा, अपना माल बेचकर कंगालों को दे दे ' (व.12अ). लेकिन यह उसके लिए बहुत ज्यादा था और वह जवान दु:खी होकर चला गया (व.22). यीशु बताते हैं कि धनवान का स्वर्ग में प्रवेश करना कितना कठिन है (वव.22-24). फिर भी, ' परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है ' (व.26).
यीशु कहते हैं मनुष्यों से तो यह नहीं हो सकता कि वह स्वर्ग में प्रवेश करे (व.26). संसार का धन कोई काम का नहीं. वास्तव में, ये ज्यादा रूकावटें पैदा करते हैं. यीशु कहते हैं, ‘परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊंट का सुई के नाके में से निकल जाना सहज है’ (व.24).
कुछ लोगों ने सुझाव दिया है कि यह यरूशलेम के फाटक के संदर्भ में है जिसे ‘सुई का छेद कहते हैं’. किसी ऊँट को इसमें से गुजरने के लिए अपने सभी सामान को खाली करना पड़ॆगा. अन्य लोगों ने बताया कि ‘ऊँट’ शब्द का मतलब एक तरह से रस्सी है. हो सकता है कि वह सुई के छेद में से एक रस्सी डालने के बारे में बात कर रहे थे.
यह प्रयास यीशु के शब्दों को तर्कसंगत करने के लिए था जिसे वह भूल गए थे. बात यह है कि यह एक ऊँट का सुई के छेद में से गुजरना पूरी तरह से समझ के बाहर है. लेकिन मनुष्य के लिए जो असंभव है वह परमेश्वर से हो सकता है (व.26).
चेलों ने बहुत चकित होकर पूछा, ‘फिर किस का उद्धार हो सकता है? यीशु ने उन की ओर देखकर कहा, मनुष्यों से तो यह नहीं हो सकता, परन्तु परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है ’ (वव.25-26).
इस दुनिया में लोग धनी, ताकतवर और प्रसिद्ध व्यक्तियों को ‘अग्रणी’ के रूप में देखते हैं. गरीबों को नीचा देखा जाता है और उन्हें ‘आखिरी’ के रूप में देखा जाता है. लेकिन स्वर्ग के राज्य में यह बिल्कुल उल्टा है. यीशु कहते हैं, ‘परन्तु बहुतेरे जो पहले हैं, पिछले होंगे; और जो पिछले हैं, पहले होंगे’ (व.30).
यह उतार-चढ़ाव वाला परमेश्वर का राज्य है. यीशु उस धनी जवान से अपना सारा धन गरीबों को देने के लिए कहते हैं, क्योंकि वह चाहते हैं कि वह मनुष्य अपना भरोसा परमेश्वर पर रखे और इसलिए क्योंकि परमेश्वर के राज्य में गरीबों को ज्यादा प्राथमिकता मिलती है. यह हमारे लिए भी होना चाहिये: हरदिन लगभग 17,000 बच्चे गरीबी और भूख से मर रहे हैं, अनेक देशों में दु:खी लोग बहुत हैं, रास्तों पर बेघर पड़े हुए, मूक और संवेदनशील.
यीशु लोगों से सबकुछ देने के लिए बहुत कम बोलते हैं, लेकिन इस मामले में उन्होंने ऐसा किया. यीशु के पीछे चलने के लिए हर एक को कीमत देनी पड़ती है. इस बैरी दुनिया में उनका झंडा ऊँचा करने के लिए भी कीमत देनी पड़ती है. जहाँ हमें कीमत देनी पड़ती है उसके बारे में हमें लगता है कि यह चीजें गलत हैं.
चाहें इसकी कीमत कुछ भी हो, लेकिन आपको ‘अनंत जीवन’ देने के लिए यीशु ने जो कीमत चुकाई है उसकी तुलना में यह कुछ भी नहीं है. और यीशु के पीछे न चलने के लिए कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी. उस धनवान जवान ने बहुत कुछ गंवा दिया.
इसके अलावा, आप जो पाएंगे उसकी तुलना में यह कुछ भी नहीं है. ‘और जिस किसी ने घरों या भाइयों या बहनों या पिता या माता या लड़केबालों या खेतों को मेरे नाम के लिये छोड़ दिया है, उस को सौ गुना मिलेगा: और वह अनन्त जीवन का अधिकारी होगा’ (व.29). यीशु वायदा करते हैं कि तुम जो कुछ भी दोगे उसके बदले में तुम्हें बहुत ज्यादा मिलेगा – इस जीवन में और महत्वपूर्णता से, यीशु के साथ अनंत जीवन में.
प्रभु, परमेश्वर के राज्य के लिए मुझे सबकुछ देने में मेरी मदद कीजिये. आपको धन्यवाद कि सबसे ज्यादा और सबसे स्थायी धन यीशु के पीछे चलने से मिलता है. आपको धन्यवाद कि परमेश्वर की सामर्थ से सबकुछ संभव है.
अय्यूब 8:1-10:22
आपके जीवन में परमेश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है
कभी-कभी जब हम दूसरों की तकलीफें देखते हैं, तो सतही स्पष्टीकरण देने का मन करता है. अय्यूब के दोस्त बिल्दद, के सुझाव में, हम सत्य और अर्ध सत्य और असत्यता का असाधारण मिश्रण देखते हैं (8:1-22).
जब अय्यूब उत्तर देता है, तो वह कहता है, ' मैं निश्चय जानता हूं, कि बात ऐसी ही है; परन्तु ' (9:2). दूसरे शब्दों में, वह बताता है कि बिल्दद की कही हुई कुछ बातें सही थीं, लेकिन सब नहीं. वह उसके सतही स्पष्टीकरण को अमान्य करता है कि उस पर संकट क्यों आ रहे हैं.
अय्यूब के शब्द ज्यादा यथार्थ हैं. ये दिल से निकले हैं. वह परमेश्वर से विनती करता है, ‘मैं अपने मुद्दई से गिड़गिड़ाकर बिनती करता’ (व.15). वह कहता है, काश मैं पैदा ही न होता (10:18-19). उसके साथ जो हो रहा है उसके प्रति वह अपने संघर्ष और संदेह को और बल्कि अपने क्रोध को भी मानता है. वह कहता है, ‘मेरा प्राण जीवित रहने से उकताता है; मैं स्वतंत्रता पूर्वक कुड़कुड़ाऊंगा; और मैं अपने मन की कड़वाहट के मारे बातें करूंगा’ (व.1).
फिर भी इन सब के बीच में वह स्वीकार करता है कि परमेश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है. अय्यूब कहता है, ‘वे बुद्धिमान और अति सामथीं हैं..... वह तो पर्वतों को अचानक हटा देता है और उन्हें पता भी नहीं लगता, वह क्रोध में आकर उन्हें उलट पुलट कर देता है. वह तो ऐसे बड़े कर्म करता है, जिनकी थाह नहीं लगती; और इतने आश्चर्यकर्म करता है, जो गिने नहीं जा सकते.’ (9:4-5,10). 'तू ने मुझे जीवन दिया, और मुझ पर करुणा की है; और तेरी चौकसी से मेरे प्राण की रक्षा हई' (10:12).
यहाँ सच्चे संघर्ष और विश्वास के संघर्ष का असाधारण मिश्रण है. अय्यूब ढोंग करने की कोशिश नहीं करता कि सबकुछ ठीक है, या वह इसे समझा सकता है, फिर भी इन सबके बीच वह उसे पकड़े रहता है कि परमेश्वर को सब पता है.
परमेश्वर अय्यूब के जीवन में वह सब कर सके जो मनुष्य के प्रयास से असंभव था. परमेश्वर ने अय्यूब के भविष्य को फिर से नया बना दिया और ‘और यहोवा ने अय्यूब के पिछले दिनों में उसको अगले दिनों से भी अधिक आशीष दी; ’ (42:12).
इस समय आप चाहें कोई भी संघर्ष क्यों न कर रहे हों, यह कितना भी कठिन नजर क्यों न आ रहा हो, यह स्थिति कितनी भी असंभव नजर क्यों न आ रही हो, फिर भी आपके लिए उनके प्यार को याद रखना और यह भरोसा करना महत्वपूर्ण है कि ‘परमेश्वर से सबकुछ हो सकता है’ (मत्ती 19:26).
प्रभु, अय्यूब के असाधारण उदाहरण के लिए और उसकी विश्वासयोग्यता तथा उसके जीवन में संघर्ष के दौरान आप पर विश्वास रखने के लिए धन्यवाद. मेरा जीवन आपके हाथों में है और आपको समर्पित है. अद्भुत प्रेम के लिए आपको धन्यवाद. आपको धन्यवाद कि आपके लिए कुछ भी असंभव नहीं है.
Pippa Adds
पीपा विज्ञापन
मत्ती 19:16-26
हमारे चर्च में अल्फा अभी फिर से शुरू हुआ है. उन सभी लोगों को देखना बेहद रोमांचकारी है जो अपने विश्वास को जताने आए हैं. उम्मीद करता हूँ कि सुई के छेद में बहुत से ऊँट न फंसे (व.24). परमेश्वर से सबकुछ हो सकता है (व.26). जो इस मार्ग पर है उनके जीवन में परमेश्वर के कार्यों को देखने के लिए अब मैं और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकता.
References
नोट्स:
नॉर्मन विन्सेंट पेले, द पॉवर ऑफ पोजिटिव थिंकिंग, (प्रेंटिस-हॉल, 1952)
जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।
जिन वचनों को (एएमपी) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)
जिन वचनों को (MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।
संपादकीय नोट्स
ऑगीन पीटरसन, द मैसेज (नावप्रेस, 2007) पन्ना 632 – 2016 में उपयोग नहीं किया गया.
अयूब उन सभी सुझाव और शिक्षा को अस्वीकार करता है जिसे परमेश्वर ने तैयार किया था, जो हरएक परिस्थिति के लिए धाराप्रवाह स्पष्टीकरण प्रदान करता है, ऐसा ऑगीन पीटसर अपनी किताब ‘इंट्रोडक्शन टू बुक ऑफ जोब’ में लिखते हैं. ‘सकारात्मक सोचने वालों की रूढ़ोक्ति के विरूद्ध अयूब की सबसे खरी चुनौती जारी रहती है’. (ऑगीन पीटरसन, द मैसेज, पन्ना 632).
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में

दुनिया भर में 20 लाख से अधिक अनुमानित प्रयोक्ताओं के साथ, Bible in One Year, एक प्रमुख दैनिक बाइबल पठन की योजना है। प्रत्येक दिन आपको, एक प्साल्म या नीतिवचन पाठ, एक न्यूटेस्टामेंट पाठ और एक ओल्ड टेस्टामेंट पाठ प्राप्त होगा। फिर निकी और पिप्पा गंबेल, अंतर्दृष्टिपूर्ण कमेंटरी प्रदान करते हैं, जो कि बाइबल के साथ-साथ पाठों के बारे में ताज़ा समझ प्रदान करने के लिएपढ़े या सुने जाने के लिए है। निकी लंदन में HTB चर्च के पादरी और Alpha के अग्रदूत हैं।
More
अपने दिन Bible in One Year के साथ शुरू करें जो कि निकी और पिप्पा गंबेल की टिप्पणी के साथ लंदन के HTB चर्च से एक बाइबल पठन की योजना है।.हम इस योजना को प्रदान करने के लिए निकी और पिपा गंबेल, एचटीबी का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://www.bibleinoneyear.org/