बच्चों के लिए बाइबिलनमूना

बच्चों के लिए बाइबिल

दिन 1 का 8

हमारी रचना किसने की? बाइबिल में परमेश्वर द्वारा मनुष्य के प्रादुर्भाव के संबंध में कहा गया है। बहुत प्राचीन काल में परमेश्वर ने आदि मनुष्य की रचना की जिसे आदम नाम दिया गया। परमेश्वर ने मिट्टी के धूल से आदम का निर्माण किया। जब परमेश्वर ने उसमें प्राणवायु दिया तो वह जीवित हो उठा। वह अपने आपको एक सुन्दर गार्डेन में पाया जो ईडन नाम से जाना जाता था।

परमेश्वर द्वारा आदम की रचना करने से पूर्व उन्होंने बहुत ही आश्चर्यजनक चीजों से भरपूर एक बहुत ही सुन्दर दुनिया की रचना की। धीरे-धीरे उन्होंने पहाड़ी घाटी और घास का मैदानी इलाका, लम्बे-लम्बे वृक्ष तथा सुगंधित फूल, सुनहरे पंखों वाली पक्षियाँ तथा गुनगुनाती हुई मधुमक्खियाँ, विशालकाय ह्वेल और चिकने घोंघा आदि। वास्तव में जो भी चीज यहाँ है, परमेश्वर ने सभी चीजों की रचना की।

आरंभ में कुछ भी निर्माण से पूर्व यहाँ परमेश्वर के सिवा कुछ भी न था। कोई वस्तु, स्थान और लोग, कुछ भी नहीं। न अँधकार न प्रकाश। न उपर न नीचे। न आज न कल। यहाँ केवल परमेश्वर था जिसने शुरूआत नहीं किया था। फिर परमेश्वर ने कार्य करना शुरू किया।

आरंभ में, परमेश्वर ने धरती और स्वर्ग की रचना की।

और पृथ्वी बिना किसी आकृति और शून्यता के था। और आकृतियों पर गहरा अँधकार था। तब परमेश्वर ने कहा। “चलो यहाँ प्रकाश करते हैं।”

और वहाँ प्रकाश हुआ। परमेश्वर ने प्रकाश को दिन और अँधेरा को रात कहा। और सुबह और शाम प्रथम दिन हुए।

दूसरे दिन परमात्मा ने स्वर्ग के तहत समुद्र, महासागर तथा झीलों से पानी लाया। तीसरे दिन परमात्मा ने कहा “चलो सूखी धरती दिखायी देने दो।” और ऐसा ही हुआ।

परमात्मा ने घास और फूल तथा झाड़ी और पेड़ भी दिखायी देने का आदेश दिया। और वह सब दिखायी देने लगा। और यह सुबह और शाम तीसरा दिन था।

इसके बाद परमेश्वर ने सूर्य, चाँद और असंख्य तारे बनाए जिसे कोई भी गिन नहीं सकता। और यह सुबह और शाम चौथा दिन था।

परमात्मा की सूची में अब दूसरी चीजें थी समुद्री प्राणी, मछली तथा पक्षियाँ। पाँचवें दिन उन्होंने विशाल स्वॉरडफिस और छोटी मछलियाँ बनायी, लम्बे पैरों वाला शुतुरमुर्ग और चहचहाती हुई छोटी सी पक्षी। परमेश्वर ने अनेक प्रकार की मछलियाँ तथा पक्षियाँ बनाया जो धरती, आकाश और समुद्र में खुशीपूर्वक रह सके। और यह सुबह और शाम पाँचवाँ दिन था।

इसके बाद परमेश्वर ने पुनः कहा। कहा कि, “चलो अब पृथ्वी पर अन्य सजीव प्राणी लाते हैं ...” सभी प्रकार के पशु, कीड़े-मकोड़े तथा रेंगने वाले प्राणी अस्तित्व में आए। इनमें धरती को हिला देनेवाले हाथी और व्यस्त उदबिलाव भी थे। शरारती बंदर और भद्दा मगरमच्छ। कुलबुलाते हुए कीड़े और ढीठ गिलहरी। झुंड में रहने वाले जिराफ़ और म्याउँ करती बिल्लियाँ। उस दिन प्रत्येक प्रकार के पशुओं की रचना परमेश्वर द्वारा की गई। और यह सुबह और शाम छठा दिन था।

परमेश्वर ने छठे दिन इसके अलावा भी कुछ किया — कुछ खास। अब मनुष्य के लिए प्रत्येक वस्तु तैयार था। यहाँ खाने को जमीन पर अनाज था और सेवा करने के लिए पशु। और परमेश्वर ने कहा, “चलो अब मनुष्य को हम अपनी प्रतिकृति देते हैं” उसे पृथ्वी के समस्त प्राणियों का स्वामी बनाते हैं। इस तरह परमेश्वर ने अपनी ही प्रतिकृति में मनुष्य की रचना की, परमेश्वर की प्रतिकृति में उन्होंने उनको बनाया ...

परमेश्वर ने आदम से कहा, “तुम्हारी जो भी इच्छा हो तुम इस बगीचे से खाओ। लेकिन अच्छाई और बुराई के इस ज्ञानवृक्ष से कुछ भी मत खाना। यदि तुम इस पेड़ से कुछ भी खा लोगे तो निश्चित ही मर जाओगे।”

और परमेश्वर ने कहा, “मनुष्य अकेला रहे यह अच्छा नहीं है।” मैं उनके लिए एक साथी बनाउँगा। परमेश्वर ने सभी पक्षियों और जानवरों को आदम के पास बुलाया। आदम ने उनसबों को नाम दिया। उन्होंने यह काम बड़ी चतुराई से किया। किन्तु इन सभी पक्षी और जानवरों के बीच आदम के लिए कोई भी उपयुक्त साथी नहीं था।

परमेश्वर आदम को एक गड्ढे में ले गया, गहरी नींद में। वहाँ परमेश्वर ने सोते हुए आदम के एक पसली से औरत का निर्माण किया। परमेश्वर द्वारा बनाई गई यह औरत आदम के लिए उपयुक्त साथी थी।

छः दिनों में परमेश्वर ने सभी चीजें बना ली। तब परमेश्वर ने सातवें दिन को अपना आशीर्वचन दिया और उसे विश्राम का दिन बनाया। ईडन गार्डेन में आदम और हौवा, उनकी पत्नी परमेश्वर का शुक्रिया करते हुए खुशी-खुशी रहने लगे। परमेश्वर ही उनका प्रभु था, उनके दाता और दोस्त।

समाप्त

दिन 2

इस योजना के बारें में

बच्चों के लिए बाइबिल

ये सब कैसे शुरु हुआ? हम कहां से आए थे? दुनिया में इतनी दुःख क्यों है? क्या कोई उम्मीद है? क्या मृत्यु के बाद जीवन है? जैसे ही आप दुनिया के इस सच्चे इतिहास को पढ़ते हैं, जवाब पाएं।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए बाइबिल फॉर चिल्ड्रन, इंक. को धन्यवाद देना चाहते हैं। और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें: https://bibleforchildren.org/languages/hindi/stories.php