बच्चों के लिए बाइबिलनमूना
परमेश्वर ने सभी चीजें बनाया! जब परमेश्वर ने पहला मनुष्य, आदम बनाया, वह अपनी पत्नी हौवा के साथ ईडन गार्डेन में रहता था। अबतक वे दोनों परमेश्वर का धन्यवाद करते हुएखुशी-खुशी रह रहे थे, एक दिन ...
“क्या तुम्हें परमेश्वर ने प्रत्येक पेड़ का फल खाने को नहीं कहा?” साँप ने हौवा से कहा। “मैं सभी फल खा सकती हूँ लेकिन एक नहीं” उसने उत्तर दिया। “यदि हमने उस फल को खाया या छूआ, तो हम मर जाएँगे।” “तुम नहीं मरोगे।” साँप ने बनावटी हँसी से कहा। “तुम्हें भी परमेश्वरकी तरह होना चाहिए” हौवा उस पेड़ का फल चाहती थी। उन्होंने साँप की बातें सुनी और वह फल खा लिया।
परमेश्वर के आज्ञा का उल्लंघन करने के बाद हौवा ने आदम को भी फल खाने को उठाया। आदम को कहना चाहिए था, “नहीं! मैं परमेश्वर के वाणी का उल्लंघन नहीं करूँगा।”
जब आदम और हौवा ने यह पाप कर लिया, दोनों नंगे हो गए। वे दोनों अंजीर के पत्तों की सिलाई कर अपने आपको ढँका और परमेश्वर की नज़रों से ओझल होकर एक झाड़ी में छिप गए।
एक ठंढी शाम को परमेश्वर बगीचे में आए। उन्होंने समझ लिया कि आदम और हौवा ने क्या किया है। आदम हौवा का दोष दे रहा था और हौवा साँप का। परमेश्वर ने कहा, “साँप अभिशप्त है। जब इनके बच्चे पैदा होंगे इस औरत को बहुत दर्द होगा।” “आदम, चूँकि तुमने पाप किया है, इसलिए यह पृथ्वी काँटे और काँटेदार झाड़ियों से पट गया है। अब तुम्हें प्रतिदिन खाने के लिएकठोर परिश्रम और पसीना बहाना होगा।”
परमेश्वर ने आदम और हौवा को उस सुंदर बगीचे से बाहर कर दिया। चूँकि उसने पाप किया था, इसलिए उसे जीवन-दाता परमेश्वर से अलग कर दिया गया।
परमेश्वर ने उसे अलग रखने के लिए एक जलता हुआ तलवार बनाया। परमेश्वर ने आदम और हौवा के चमड़े के लिए खाल बनाया। परमेश्वर ने चमड़ा कहाँ से लिया?
एक समय, आदम और हौवा के यहाँ एक परिवार पैदा लिया। उसकी पहली संतान, कैन, एक माली था। उनकी दूसरी संतान, हाबिल एक गड़ेड़िया था। एक दिन कैन परमेश्वर के लिए कुछ सब्जियाँ भेंट स्वरूप लाया। हाबिल ने भेंट स्वरूप परमेश्वर के लिए अपने सबसे अच्छे भेंड़ लाया। परमेश्वर हाबिल के भेंट से बहुत खुश था।
परमेश्वर कैन के उपहार से प्रसन्न नहीं था। कैन बहुत नाराज था। किन्तु परमेश्वर ने कहा, “अगर तुम वह करोगे जो अच्छा है तो क्या तुम स्वीकार नहीं किए जाओगे?”
कैन की नाराजगी दूर नहीं हुई। कुछ समय बाद उसने एक मैदान में हाबिल पर हमला किया और— उसकी हत्या कर दी।
परमेश्वर ने कैन से कहा “तुम्हारा भाई हाबिल कहाँ है?” “मै नहीं जानता”, कैन ने झूठ कहा। “क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूँ?” परमेश्वर ने कैन को दण्डित किया, उसने उससे खेती करने की क्षमता छीन ली और भटकने को छोड़ दिया।
कैन प्रभु के सामने से चला गया। उसने आदम और हौवा की बेटी से शादी की। उसने अपना परिवार बसाया। शीघ्र ही कैन के पोते और परपोते से शहर भर गया जिसे वह बसाया था।
इस बीच, आदम और हौवा का परिवार बड़ी तेजी से बढ़ रहा था। उन दिनों आज की तुलना में लोग अधिक दिनों तक जिन्दा रहते थे।
जब उसका बेटा सेथ पैदा हुआ, हौवा ने कहा “परमेश्वर ने मुझे हाबिल की जगह सेथ दिया।” सेथ बहुत धर्मात्मा था जो 912 वर्षों तक जीवित रहा और उनके कई बच्चे हुए।
दुनिया में मनुष्य पीढ़ी-दर-पीढ़ी कमजोर होता गया। अंततः परमेश्वर ने मानवता को समाप्त करने का फैसला कर लिया और सभी जानवर और पक्षियाँ। मनुष्य को बनाकर परमेश्वर बहुत ही दुःखी था। किन्तु एक मनुष्य परमेश्वर को प्रिय था।
यह व्यक्ति नोह था। सेथ का वंशज नोह एक धार्मिक और निर्दोष व्यक्ति था। वह परमेश्वर के साथ चला। उसने अपने तीनों बेटों को परमेश्वर का आज्ञा मानने को सिखाया। अब परमेश्वर ने नोह को बहुत ही खास और अप्रत्याशित रूप से उपयोग करने की योजना बनायी।
समाप्त
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
ये सब कैसे शुरु हुआ? हम कहां से आए थे? दुनिया में इतनी दुःख क्यों है? क्या कोई उम्मीद है? क्या मृत्यु के बाद जीवन है? जैसे ही आप दुनिया के इस सच्चे इतिहास को पढ़ते हैं, जवाब पाएं।
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए बाइबिल फॉर चिल्ड्रन, इंक. को धन्यवाद देना चाहते हैं। और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें: https://bibleforchildren.org/languages/hindi/stories.php