मत्ती 24:12-13

मत्ती 24:12-13 SGJNT

अधर्म कर बड़हे ले ढेरेच झन मन कर प्रेम ठण्डाए जाही, लेकिन जेहर अन्त तक ले धीरज धरे रही, ओकरेच उद्धार होही।