1
लूक़ा 19:10
किताब-ए मुक़द्दस
क्योंकि इब्ने-आदम गुमशुदा को ढूँडने और नजात देने के लिए आया है।”
Ṣe Àfiwé
Ṣàwárí लूक़ा 19:10
2
लूक़ा 19:38
“मुबारक है वह बादशाह जो रब के नाम से आता है। आसमान पर सलामती हो और बुलंदियों पर इज़्ज़तो-जलाल।”
Ṣàwárí लूक़ा 19:38
3
लूक़ा 19:9
ईसा ने उससे कहा, “आज इस घराने को नजात मिल गई है, इसलिए कि यह भी इब्राहीम का बेटा है।
Ṣàwárí लूक़ा 19:9
4
लूक़ा 19:5-6
जब ईसा वहाँ पहुँचा तो उसने नज़र उठाकर कहा, “ज़क्काई, जल्दी से उतर आ, क्योंकि आज मुझे तेरे घर में ठहरना है।” ज़क्काई फ़ौरन उतर आया और ख़ुशी से उस की मेहमान-नवाज़ी की।
Ṣàwárí लूक़ा 19:5-6
5
लूक़ा 19:8
लेकिन ज़क्काई ने ख़ुदावंद के सामने खड़े होकर कहा, “ख़ुदावंद, मैं अपने माल का आधा हिस्सा ग़रीबों को दे देता हूँ। और जिससे मैंने नाजायज़ तौर से कुछ लिया है उसे चार गुना वापस करता हूँ।”
Ṣàwárí लूक़ा 19:8
6
लूक़ा 19:39-40
कुछ फ़रीसी भीड़ में थे। उन्होंने ईसा से कहा, “उस्ताद, अपने शागिर्दों को समझाएँ।” उसने जवाब दिया, “मैं तुम्हें बताता हूँ, अगर यह चुप हो जाएँ तो पत्थर पुकार उठेंगे।”
Ṣàwárí लूक़ा 19:39-40
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Àwon Fídíò