सच्ची कहानी, यीशु की जुबानीनमूना
अमिताभ बच्चन, हमारे समय के सबसे बड़े सुपरस्टार ने, दो समान नामों वाली, फिर भी काफी अलग, फिल्मों में अभिनय किया। पहली फिल्म नमक हराम और दूसरी का नाम नमक हलाल थी। पहली फिल्म भावनाओं और ड्रामा से भरी हुई थी, वहीं दूसरी कॉमेडी फिल्म थी। हम भारतीयों को हमारा नमक बहुत पसंद है! नमकहीन भोजन का अर्थ है स्वादहीन भोजन। यदि आप नमक डालना भूल गए, तो भोजन को ‘अस्पताल’ का भोजन माना जाएगा। यहाँ तक कि बाइबल में अय्यूब भी वर्णन करता हैं कि अगर भोजन में नमक न हो तो लोग बेस्वाद खाने की शिकायत करते हैं।
प्राचीन समय में, जब लोग एक साथ खाना खाते थे तो वे दोस्त बन जाते थे। आमतौर पर वाचा की पुष्टि बलिदान किए भोजन से की जाती थी और नमक हमेशा मौजूद होता था। नमक को एक संरक्षक के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था ताकि भोजन या अन्य खराब होने वाली वस्तुएं समय की कसौटी पर जीवित रहें और नए सिरे से रहें। हिंदी में एक प्रसिद्द संवाद है "मैने आपका नमक खाया है" या "नमक का कर्ज़ अदा करना" जिसका सीधा सा मतलब है कि जब नमक का सेवन किया जाता है तो एक निश्चित वफादारी की उम्मीद की जाती है। यीशु के समय में, रोमी अपने सैनिकों को नमक में भुगतान करते थे! नमक उन समय की वैध मजदूरी मुद्रा थी इसलिए यह कहावत आई, "वह अपने नमक के लायक है"। यह सभी बातें हमें नमक का महत्व बताते हैं।
हमारि बुलावट बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्वयं येशु ने हमें पृथ्वी का नमक और प्रकाश कहा है। सिर्फ नमक नहीं, बल्कि 'पृथ्वी' का नमक। परमेश्वर हमें अपने विश्वास को अनोखे तरीकों से साझा करने के लिए कहता हैं। यहाँ उनका तात्पर्य है कि हम अपने आस-पास की दुनिया में प्रभाव लाये जैसे नमक भोजन को प्रभावित करता है। यह सूक्ष्म और अदृश्य है फिर भी यह हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन पर एक बड़ा प्रभाव डालता है। अब नमक के बगैर बिरयानी की कल्पना करें। चावल या मसालों की गुणवत्ता कितनी ही अच्छी क्यों न हो, बिना नमक यह बेस्वाद होता है। एक और ध्यान देने योग्य बात यह है कि कोई भी नमक की तारीफ नहीं करता है लेकिन बिरयानी की करता हैं।
आपको और मुझे हमारे आचरण और कार्यों के माध्यम से दुनिया में असर लाने के लिए बुलाया गया है। सुसमाचार हमेशा शब्दों के माध्यम से प्रचार नहीं किया जाता है, यह हमारे सोचने और बोलने के तरीके, हमारे व्यवहार, पारिवारिक जीवन, रिश्तों, विभिन्न परिस्थितियों को संभालने की क्षमता के माध्यम से प्रचार किया जाता है। यीशु ने हमें नमकीन बनाया है और हमें चेतावनी दी गई है कि हम अपना नमकीन स्वाद न खोएं। हम पृथ्वी पर उसके संदेश के 'संरक्षक' हैं। हमारे द्वारा लोग जानेंगे कि 'स्वर्ग में एक परमेश्वर हैं'।
इस योजना के बारें में
एक ज़बरदस्त कहानी किसे पसंद नहीं आती? एक्शन हो या रोमांस, सस्पेंस या थ्रिलर, हम भारतीयों को हमारी फिल्में और उनसे जुड़ी कहानियां बहुत पसंद हैं। यीशु को भी कहानियां पसंद थीं! एक बात को साबित करने के लिए उन्होंने अक्सर सनसनीखेज कहानियां सुनाईं। अगले चार दिनों में, हम ४ ऐसी कहानियों को समझेंगे और दूसरों के साथ परमेश्वर के प्रेम को बांटने की प्रेरणा पाएंगे।
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए हां में धन्यवाद देना चाहेंगे। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://yhm2h.app.goo.gl/NqrH