टेस्टिंग टेस्टिंग, टेस्टिंगः एक पहचान की जांच। नमूना
जो बातें हमारे बारे में सत्य हैं उन्हें हम किस प्रकार पहचान पाते हैं?
हम प्रायः यह प्रोत्साहन सुनते हैं,"अपने आप के लिए ईमानदार बनें।" स्वाभाविक कार्यो को करने की सलाह अपने आप में दोषपूर्ण साबित होती है। मैं नहीं सोचता कि आप मुझसे इस सलाह को मानने की अपेक्षा कर रहे हैं। इससे मेरे और दूसरों के लिए खलबली मच जाएगी क्योंकि मैं तो स्वाभाविक तौर पर विकृत हूं।
लेकिन इस प्रकार के विकृत लोग कैसे बचे?वे अपने आप नहीं बचे हैं। इसके लिए मेरे पुराने जीव को नये जीव के साथ नया होना जरूरी है।
मसीहियत में,एक व्यक्ति यीशु मसीह में विश्वास के द्वारा "नया जन्म" पाता है (यूहन्ना3)। आत्मिक छुटकारे के कारण हम उन बातों पर विश्वास कर पाते हैं कि जो मसीही परमेश्वर हमारे बारे में हमारी पहचान को लेकर कहते हैं।
त्रीएक परमेश्वर-पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा- दृढ़ मूल्यों के साथ नयी पहचान प्रदान कर रहे हैं। भूमिकाओं का अल्प कालीन विघटन और जिम्मेदारियां या नियमित कामों और रिश्तों से दीर्घकालीन रूप् में वंचित रहने पर भी हमारी पहचान बनी रहती है।
कल हम देखेगें कि त्रीएक परमेश्वर इस कार्य को कैसे करते हैं।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
पांच दिन डॉ.रमेश रिचर्ड के साथ बिताएं, जो RREACH के अध्यक्ष और डालास थियोलोजिकल सेमिनरी के आचार्य हैं, जो एक पासबान के दृष्टिकोण को रखते हुए बताएंगे कि किस प्रकार से परेशानियां और दुर्घटनाएं विश्वासियों की "पहचान की जांच" करती हैं। अन्ततः, त्रीएक मसीही विश्वास की छाया और सशक्तीकरण में जीवन व्यतीत करने की हमें आज़ादी है। यह 3 भागों में से पहला 1भाग है।
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए रमेश रिचर्ड इवेंजेलिज़्म और चर्च हेल्थ को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://rreach.org/