तेरा नाम पवित्र माना जाएनमूना

तेरा नाम पवित्र माना जाए

दिन 1 का 21

  

दिन 1 

तेरा नाम पवित्र माना जाए।

मत्ती 6:9 ”अतः तुम इस रीति से प्रार्थना किया करो ‘‘ हे हमारे पिता, तु जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र माना जाए।

यीशु ने अपने चेलों को प्रार्थना करना सिखाया, और जब वे परमेश्वर को अपना पिता कहकर बुलाते है, तो उन्होंने याद रखना है, की उसकी शुरुवात परमेश्वर के नाम को पवित्र मानने के द्वारा की जानी चाहिए; परमेश्वर हमारा पिता है, लेकिन बेपरवाह होकर हम उसके समीप नही आ सकते।

यशायाह 57:15 ”क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता, और जिसका नाम पवित्र है....“

कुछ पवित्र मानने का मतलब, पवित्र मानकर उस चीज को अलग रखना, उसे सम्पूर्ण भक्ति के योग्य समझना है, क्योंकि परमेश्वर पवित्र है, और उसका नाम भी पवित्र है।

तो हम उसके नाम को पवित्र कैसे माने?

हमारे शब्दों के द्वारा।

निर्गमन 20:7 ‘‘ तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना।

उसके नाम को व्यर्थ में लेने का मतलब उसे हल्के में, मजाक में या झूठमूठ में लेना है। 

यहूदी लोग परमेश्वर का नाम लेने से थरथराते थे, क्योंकि वे उसे पवित्र मानते थे: इसका मतलब हम भी जब परमेश्वर के नामों को लेते है, तब उसके नाम के प्रति बड़े आदर और समझ के साथ उसका उपयोग करना है, हमे उसके नाम का उपयोग अपने मक्सद को बढ़ावा देने के लिए नही करना है।

हमारे आदरपूर्ण मनोभावना के द्वारा।

लैवव्यवस्था 10:3 ”....जो मेरे समीप आए, अवश्य है की वे मुझे पवित्र जाने....“

हमने परमेश्वर के सामने आदरपूर्ण भय के साथ आना चाहिए। क्योंकि हम कभी भी पवित्रता या भलाई में उससे मेल नही कर सकते। यह उसकी नम्रता ही है, जो वह हमारे साथ सहभागिता करने के लिए झुकता है।

♥ प्रतिक्रियाः मुझे प्रतिदिन आपके नाम की स्तुति करना, आपके नाम के बारे में सोचना सिखाइए, और आपके नाम को पुकारने और आपके नाम को आदर देने के लिए मेरी मदत कीजिए। होने दो, की मैं कभी भी आपके नाम का उपयोग हल्के में ना करूँ, यीशु के नाम में।

घोषणाएँ:

मेरे पिता आप जो स्वर्ग में हो, मैं आपके नाम से प्रेम और उसका आदर करता हुँ। मैं आपके नाम के बारे में सोचता हुँ, आप कौन हो और क्या करते हो। मत्ती 6:9

आप वह परमेश्वर हो जो मेरे लिए बड़ी और महान बातों को करते हो, मैं आपका आदर करता हुँ, क्योंकि आपका नाम पवित्र है। लूका 1:49

मैं आपके पवित्र मन्दिर की ओर आराधना करूँगा और आपके नाम को स्तुति करूँगा। भजनसंहिता 138:2

मैं पूरे दिन भर आपके नाम में आनन्द से मगन रहुँगा। भजनसंहिता 89:16

अपने नाम के द्वारा मेरा उद्धार कर और अपने बल से मेरी रक्षा कर। भजनसंहिता 54:1

हे यहोवा, मैंने रात को तेरा नाम स्मरण किया और तेरी व्यवस्था पर चला हुँ। भजनसंहिता 119:55

मैं धर्मी हुँ और तेरे नाम को धन्यवाद दूँगा। मैं सीधा हुँ और तेरी उपस्थिती में निवास करूँगा। भजनसंहिता 140:13

हे यहोवा, अपने नाम के निमित्त मेरे अधर्म जो बहुत से है, उन्हें क्षमा कर। भजनसंहिता 25:11

प्रतिदिन मैं तुझको धन्य कहुँगा, और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहुँगा। भजनसंहिता 145:2

हे प्रभु, हमारे परमेश्वर, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर कितना श्रेष्ठ है। भजनसंहिता 8:9

आइएँ प्रार्थना करेः

परमेश्वर से इन पूरे 21 दिनों में उपवास और प्रार्थना करने के लिए अनुग्रह माँगे।

प्रार्थना करे की इस मौसम में परमेश्वर आपके जीवन में कुछ नया करे, ताकि परमेश्वर कौन है उसके बारे में आपके पास बड़ा महान प्रकाशन हो और आप उसके योग्य जीवन जी सके।

परमेश्वर से प्रतिदिन उसके वचन में समय बिताने के लिए अनुग्रह माँगे, और होने दो की परमेश्वर आपको समझ दे।

दिन 2

इस योजना के बारें में

तेरा नाम पवित्र माना जाए

यह पवित्र शास्त्र आपको इस बात पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा कि आपके लिए क्रूस पर यीशु की बलिदान की मृत्यु क्या है, आपको परमेश्वर के वचन की सच्चाई को स्वीकार करने और इन 21 दिनों के दौरान सरल बिंदुओं का उपयोग करके प्रार्थना करने के लिए प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी। मैं आपको उपवास, प्रार्थना और अपने जीवन को फिर से समर्पित करने के लिए प्रोत्साहित करूंगा।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए न्यू लाइफ लोकखंडवाला को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://www.facebook.com/pastorvijaynadar/