निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबलनमूना

निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल

दिन 29 का 365

आपसे प्रेम किया गया है

शेन टलर यूके की बंदीगृह पध्दति में बहुत ही खतरनाक व्यक्ति के रुप में जाने जाते थे। उन्हें हत्या के प्रयास में जेल हुई थी, और जब उन्होंने टूटे हुए ग्लास से बंदीगृह के अधिकारी पर आक्रमण किया था, तब उनकी सजा को और 4 वर्ष के लिए बढा दिया गया था।

 

उन्हें अधिकतम सुरक्षित बंदीगृह के अंदर अलग विभाग में रखा गया था। उन्हें उनका भोजन द्वार के माध्यम से ही दिया जाता था। उनका द्वार तब तक नहीं खोला जाता था जब तक बाहर छह अधिकारी हथियारों के साथ तैनाद ना हों।

 

बाद में लाँग लार्टिन का अधिकतम सुरक्षित बंदीगृह में स्थानांतरण किया गया, जहाँ उन्हें अल्फा के लिए निमंत्रण दिया गया। अध्ययन के दौरान उन्होंने प्रार्थना की ‘यीशु मसीह, मैं जानता हूँ कि आप मेरे लिए सूली पर मरे। मैं जो भी हूँ उससे मैं नफरत करता हूँ, कृपया मुझे क्षमा कर दीजिए और मेरे जीवन में आइये’। उसी क्षण वे पवित्र आत्मा से भर गए। एक रात में सबकुछ बदल गया। उन्होंने कहा ‘मैंने परमेश्वर के अस्तित्व को जाना है, मैंने जाना है कि यीशु ने मुझे स्पर्श किया है और मैं सदा उनके लिए जीऊँगा’।

 

उनका व्यवहार इतना परिवर्तित हो गया कि उन्हें बंदीगृह में सम्पूर्ण अलगाव में रहने से हटाकर बंदीग्रह में पादरी के पद की भरोसेमंद नौकरी दी गई। उन्होंने बंदीगृह में रहे हुई ही, अफ्रीका के एक दानी संस्था को भेंट के लिए पैसे भेजने शुरु कर दिये थे। उन्होंने बंदीगृह के अधिकारियों के लिए और अपने शत्रुओं के लिए प्रार्थनाएं की, और जब वे बंदीगृह से बाहर आए, तब वे एक कलीसिया से जुड़ गए। वे एक लड़की से मिले जिसे ‘सैम’ बुलाते थे, उनका जीवन भी बहुत कठिन था और वे नशीली दवाईयों और अपराधी गतिविधियों में सम्मिलित थीं। वह भी यीशु में विश्वास करने लगीं। अब उनका विवाह हो चुका है और उनकी 4 संतान हैं।  

 

शेन से अब बातें करते हुए, कल्पना करना कठिन है कि ये वही व्यक्ति है जिसने कुछ समय पहले बहुत लोगों को सताया था। उसके बाद उसने परमेश्वर के ‘अदभुत प्रेम के आश्चर्य’ का अनुभव किया था। (भजनसंहिता 17:7) वे कहते हैं कि ‘यीशु ने मुझे दिखाया है कैसे प्रेम करना है और कैसे क्षमा करना है। उन्होंने मुझे बचाया है। जो कुछ मैंने किया था उसके लिए उन्होंने मुझे क्षमा किया है। उन्होंने मेरे जीवन को चारों ओर से बदल दिया है।’ 

भजन संहिता 17:6-12

यह जान लीजिए कि परमेश्वर आपसे प्रेम करते हैं, और आप उनके  लिए मूल्यवान हैं

 

 परमेश्वर का प्रेम आपके लिए बहुत ही अदभुत है, क्योंकि यह बहुत घनिष्ठ है। दाऊद परमेश्वर को पुकारते हैं और उनसे कहते हैं कि ‘परमेश्वर अपने सर्वोत्तम प्रेम का अदभुत दृश्य दिखाइए’ (व. 7)। वह प्रार्थना करते हैं कि ‘अपनी आँखो की पुतली की नाईं सुरक्षित रखें’ (व. 8अ)। आँख की पुतली यह (आँखों में पुतली का खुलना, जिसके द्वारा एक प्रकाश दृष्टिपटल तक पहुँचता है), सबसे अधिक बहुमूल्य है। यह आपके लिए परमेश्वर के अद्भुत प्रेम का उल्लेखनीय चित्र है।

 

फिर से वे प्रार्थना करते हैं, ‘अपने पंखो के तले मुझे छिपाए रख’ (व. 8ब)। फिर एक बार, यह परमेश्वर के प्रेम, घनिष्टता और सुरक्षा को कहता है। यीशु इसी चित्र को लेकर अपने क्रूस पर चढ़ाए जाने के दिनों में यरुशलेम के लोगों को देखते हैं, और चाहते हैं कि वे आएं और उनके पंखो तले छिप जाएँ। (मत्ती 23:37)

 

दाऊद ‘शत्रुओं’ से घिरे हुए हैं (भजनसंहिता 17:9), ऐसे कठोर ह्रद्य वाले लोग जो उनके विरुद्ध घमंड में बातें करते हैं (व 10)। आपके जीवन में ऐसा समय आया होगा जब आपने पूरी तरह से “शत्रुओं” का सामना किया, लेकिन जो भी संघर्ष या कठिनाईयों का आप सामना कर रहे हैं, आप उसके लिए अपने प्रति परमेश्वर के घनिष्ठ प्रेम पर निर्भर हो सकते हैं।

 

प्रभु, मैं आज आपको पुकारता हूँ। मुझे समझ दीजिए और मेरी प्रार्थना सुनिए। आपके अद्भुत प्रेम का चमत्कार मुझे दिखाए। मुझे अपनी आँखो की पुतली की तरह रखिए, अपने पंखो तले मुझे छिपाए रखिए।

मत्ती 20:1-19

 परमेश्वर के प्रेम, उदारता और अनुग्रह को अनुभव करना

 

 यीशु एक दृंष्टात को कहते हैं, जो फिर एक बार परमेश्वर के आश्चर्य को दर्शाता है। दाख की बारी का दृष्टांत परमेश्वर की असाधारण उदारता और अनुग्रह को दर्शाता है, जो राज्य में अंत में प्रवेश करने वालों को सभी के समान आशीष देता है। यह कभी कभी हमें ‘ईष्यालु’ बना देता है (व 15ब)। हम अपनी परिस्थिती के साथ तब तक ही खुश रहते हैं, जब तक हम यह नहीं सुनते कि कोई और हमसे बेहतर कर रहा है। उसके बाद हम उनसे ईर्ष्या के प्रलोभन में आते हैं।

द्रष्टांत में जमीनदार सामान्य व्यवसायिक अभ्यासों से उल्टा करता है। वो यह करता है कि, स्वयं के लिए अधिक मुनाफा नहीं कमाता लेकिन उसके विपरीत कारणों के लिए वो दयालु बनता है। वो न्याय की माँग से भी बढकर मूल्य देता है। परमेश्वर उस जमीनदार की तरह हैं और उनके आशीष और उनकी क्षमा हमारी योग्यता से कहीं बढकर हैं।

शेन टेलर जिसने खतरनाक जीवन बिताया था, उसकी तरह हम बहुत से लोगों की गवाही सुनते हैं। बाद में, ‘ग्यारहवें घंटे’ (व. 9) वे मन फिराते हैं और यीशु पर विश्वास करते हैं। वे पूर्ण रुप से क्षमा किये जाते हैं और उन्हें यीशु की मृत्यु और पुनरुत्थान का पूरा लाभ मिलता है। कुछ लोग शिकायत करते हैं कि यह उचित नहीं है, या जो शेन की तरह है उन्हें बहुत ऊँची रुपरेखा दी है। फिर भी कई बार देखा गया है कि जिन्होंने ‘दिन भर की धूप सही’ उनसे अधिक परमेश्वर ऐसे लोगों की गवाहियों का अदभुत रीति से उपयोग करते हैं।

जैसा कि कल हमने देखा था, ‘परमेश्वर का राज्य अस्त व्यस्त का राज्य है,’ इसलिए जो पीछे हैं, वह पहले होंगे और जो पहले हैं वे पीछे होंगे’ (व. 16)। यीशु कहते हैं कि ईर्ष्या करने का कारण यह नहीं है। बल्कि यह परमेश्वर की उदारता पर आश्चर्य करना है। उनके अदभुत प्रेम में वे सभी पर दयालु रहते हैं। यह सब उनका अनुग्रह है। यह सब अनर्जित है। यह सब कुछ यीशु ने जो कहा था उसका परिणाम था। (व 17-20)

वास्तविक्ता ये है कि यह शेन की तरह अन्य लोंगो के लिए नहीं है कि परमेश्वर उनके लिए दयालु बनें। वे मेरे और आपके लिए भी दयालु हैं। यदि परमेश्वर हमें केवल वही दें जो हमने कमाया है तो हम बहुत पहले ही बेकार हो जाते। फिर भी यदि आपने उस उदारता को स्वीकार किया है जो परमेश्वर ने आप पर प्रकट की है, तो उसका परिणाम चौंका देने वाला होगा।

यीशु अपने मृत्यु और पुनरुत्थान के द्वारा (व 18-19) आपके और मेरे लिए यह संभव करते हैं कि हम क्षमा किए जाएं और अनंतकाल तक उनके अदभुत प्रेम का आनंद लें।

प्रभु, मैं धन्यवाद करता हूँ, आपकी असाधारण उदारता के लिए। मैं प्रार्थना करता हूँ कि मैं कभी भी उनसे ईर्ष्यालु ना बनूं जिन्हें आप मुझसे अधिक आशीष देते हैं। मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि मैं यह जानता हूँ कि मुझसे अभी और सदा के लिए प्रेम किया गया हूँ।

अय्यूब 11:1-14:22

कठिन दिनों के द्वारा उनके अनोखे प्रेम को पकड़े रहें।

 

अय्यूब लंबे समय के अत्यधिक कष्ट के समय, परमेश्वर के अनोखे प्रेम को पकड़े रहे थे। वे कहते हैं ‘अगर वह मुझे घात करे, तो भी मुझे उसी में आशा है’ (व 13:15)।

हालाँकि अय्यूब ने दोषरहित और खरा जीवन बिताया है, परमेश्वर से डरते हुए, दुष्ट से बचते हुए (1:1), फिर भी वह सिद्ध नहीं था। वे यहाँ कहते हैं, मेरी जवानी के पाप, (13:26) और कहते हैं ‘मेरे अपराध छाप लगी हुई थैली में हैं, तूने मेरे अधर्म को सी रखा है’ (व 14:17)।

अय्यूब के मित्रों ने जो गलती की, उसके संघर्ष का उसके पाप से संबंध है। इस पथ में हम देखेते हैं कि अय्यूब की निराशा उनके मित्रों के साथ बढ़ती जा रही थी। वे ‘पाप’ के विषय में जारी रहते हैं (11:64) और अय्यूब पर प्रभावशाली दोष लगाते हैं (व. 5)। वे सभी तुच्छ बातें करते हैं जो किसी भी प्रकार की सच्ची सांत्वना नहीं देती हैं।

 अंत में अय्यूब मुड़कर उत्तर देते हैं ‘परंतु तुम्हारी तरह मुझ में भी समझ है, मैं तुम लोगों से कुछ नीचा नहीं हूँ कौन ऐसा है जो ऐसी बातें ना जानता हो? (12:3) जो कुछ तुम जानते हो वह मैं भी जानता हूँ (13:2)। वह उनकी ओर इशारा करते हैं कि उनकी अच्छी नीति यही होती कि वे कुछ ना कहें: ‘अगर तुम सब बिलकुल चुप रहते! तो इससे बुद्धिमान ठहरते’ (व. 5)

हमें इसी प्रकार की बुद्धि की आवश्यक्ता है जब लोग संघर्ष कर रहे हों, तब हम चिकनी चुपड़ी तुच्छ बातें ना करें, लेकिन सुनिश्चित करें कि हम परमेश्वर के अद्भुत प्रेम को हमारे व्यवहारों के द्वारा दर्शा रहे हैं और हम जो कह रहे हैं उसमें बहुत सतर्क हैं। 

 

 अय्यूब का स्वभाव उसके मित्रों से बढ़कर कहीं अधिक स्वस्थ था। अपने अत्याधिक संघर्षों में उसने अकेलेपन के भाव को अनुभव किया और परमेश्वर की ओर रोकर कहा कि, ‘तू ने अपना मुख क्यों छुपाया है?’ (व. 24) सी. एस. लेवीस की पत्नी की मृत्यु के पश्चात उन्होंने एक पुस्तक लिखी, द ग्रीफ ओबसर्व्ड। इस पुस्तक में, वे अपने अनुभव को ऐसे वर्णित करते हैं ‘जैसे एक द्वार हमारे मुख पर जोर से बंद हुआ हो’।

 

फिर भी, इन सभी के मध्य, अय्यूब परमेश्वर से कह रहे थे, ‘यदि वे मुझे मार भी डालेंगे, मैं उनपर ही आशा रखूँगा’ (व. 15 एम.एसजी)। वे यह जानते थे कि गहरी निराशा के मध्य परमेश्वर पर विश्वास करना पर्याप्त है।

 

यह जानना और विश्वास करना कि आपके जीवन की लंबाई अंत में परमेश्वर निर्धारित करेंगे और ‘महीनों की संख्या पूरी तरह नियंत्रण में है’ और कोई भी ‘उनके निर्धारित समय को पार नहीं कर सकता है’ (व. 15:5 एम.एस.जी)।

 

एक ही समय पर, अय्यूब को प्रतीत हो रहा था कि कब्र से परे जीवन की एक झलक देखें—कि कुछ भी, यहाँ तक कि मृत्यु भी नहीं है, जो आपको परमेश्वर के अद्भुत प्रेम से अलग कर सके: यदि हम मानव मर जाएँ, क्या हम फिर से जीएँगे? मेरा यही प्रश्न है। इन सभी कठिनाइयों के दिनों में: मैं आशा रखूँगा, और आखिरी परिवर्तन का इंतज़ार करूँगा—‘पुनरुत्थान के लिए!’ (व. 14 एम.एस.जी; 19:25 के आगे भी देखें)

 

आप और मैं अय्यूब की तुलना में बहुत ही धनी हैं, क्योंकि हम क्रूस और यीशु के पुनरुत्थान को जानते हैं और परमेश्वर की उपस्थिती में हमें अनंतकाल की आशा है—उनके महान प्रेम पर सदा के लिए आश्चर्य करते रहना।

 

जैसा कि अय्यूब की कहानी प्रकट करती है, हम देखते हैं कि वह परमेश्वर पर विश्वास करके सही कर रहे हैं। परमेश्वर ने कभी समझाया नहीं कि क्यों उन्होंने अय्यूब को इन सब से होकर जुज़रने की अनुमति दी, लेकिन परमेश्वर के प्रेम पर अय्यूब का आत्म विश्वास दोषमुक्त है। कठिनाइयों के मध्य जैसे भी हो ‘हमें महान अद्भुत प्रेम को पकड़े रहना है’। (भजनसंहिता 17:7)

 

 प्रभु, मैं धन्यवाद करता हूँ कि ऐसी बहुत सी बातें इस संसार में हैं जिन्हें मैं नहीं समझता, मैं आपके महान प्रेम में विश्वास करता हूँ। आप आज, और प्रतिदिन, मेरी सहायता कीजिए कि मैं आपके महान प्रेम पर आश्चर्य करना जारी रख सकूँ।

Pippa Adds

पीपा विज्ञापन

 

 ‘जो पीछे हैं वे आगे किये जाएंगे और जो आगे हैं वे पीछे किये जाएंगे’।

 

 

 मैंने इस वचन को कई बार इस विषय से हटकर बताया है। जब बच्चे छोटे थे और दौड़ प्रतियोगिता में हार जाते थे या परीक्षा में या किसी प्रतिस्पर्धा में अच्छा नहीं करते थे, तो मैं इसे दोहराता था, ‘जो पीछे हैं वे आगे किये जाएंगे और जो आगे हैं वे पीछे किये जाएंगे’। यह एक तरह का मजाक था, लेकिन यह याद भी दिलाता है कि हम सफलता, उपलब्धी, और सबसे ऊपर आने को कितना महत्व देते हैं – जिसे शायद स्वर्ग राज्य में इतना मूल्य नहीं दिया जाएगा।

 

References

नोट्स:

सी.एस. लेविस, ए ग्रीफ ऑब्जर्व्ड, (फेबर एंड फेबर, 2013).

जिन वचनों को (एएमपी) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)

 

जिन वचनों को (MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।

 

जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित।’एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।

दिन 28दिन 30

इस योजना के बारें में

निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल

यह योजना एक वाचक को पुरे साल में प्रति दिन वचनों की परिपूर्णता में, पुराने नियम, नये नियम, भजनसंहिता और नीतिवचनोंको पढ़ने के सात सात ले चलती हैं ।

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