बुलाया और चुना हुआ – अपने DNA को समझना - Bulae Gae Aur Chune Gae (Called and Chosen)नमूना
इफिसियों 1:3-5
3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद हो, कि उस ने हमें मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आशीष दी है।
4 जैसा उस ने हमें जगत की उत्पति से पहिले उस में चुन लिया, कि हम उसके निकट प्रेम में पवित्र और निर्दोष हों।
5 और अपनी इच्छा की सुमति के अनुसार हमें अपने लिये पहिले से ठहराया, कि यीशु मसीह के द्वारा हम उसके लेपालक पुत्र हों
क्या आपने कोई ऐसा सामूहिक खेल खेला है जिसमे कप्तान अपने समूह के लिए खिलाडी चुनते हैं? हम सभी पहले चुने जाने वाले खिलाडी होना चाहते हैं, है ना?
इफिसियों हमें बताता है किस तरह परमेश्वर ने हमें अपने समूह में होने के लिए चुना नाकि उसने इसके बारे में बाद में सोचा। वास्तव में, उसने आपको “उजियाला हो” कहने से भी पहले चुना।
हम इस बात को देख रहे है की हमें कैसे और क्यों बुलाया गया, और मसीह में हमारे नए DNA का हमारे जीने पर क्या असर होता है।
वचन 3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद हो
धन्यवाद् के साथ शुरू करना हमेशा अच्छा होता है।
पौलुस किस बात के लिए परमेश्वर को धन्यवाद् दे रहा है? वह हमारे अद्भुत उद्धार के लिए धन्यवाद् दे रहा है। आइए हम हमारे महान उद्धार के लिए धन्यवाद् देने को रोज़मर्रा की आदत बना लें।
यह परमेश्वर कौन है और वह उसे ‘परमेश्वर और पिता’ क्यों कहता है?
अगर वह सिर्फ परमेश्वर कहता तब भी काफी होता। परमेश्वर पूरे विश्व का परमेश्वर है। लेकिन परमेश्वर विश्व का परमेश्वर होने से अब हमारा परमेश्वर बन जाता है।
परमेश्वर हमारा पिता कब बना?
परमेश्वर हमारा पिता तब बना जब हमने मसीह को ग्रहण किया। उससे पहले वह हमारा पिता नहीं था। वह कोई आम पिता नहीं है। वह एक अच्छा और बहुत अच्छा पिता है जिसने हमारी कल्पना से परे हमें हर आत्मिक आशीष से आशीषित किया है।
मसीह के अनुयाई के रूप में हमारे जीवन की शुरुआत और अंत परमेश्वर को बीचोबीच रखते हुए ही होते है। हम “मसीह में” हैं। इस समय यीशु कहाँ है? परमेश्वर के दाहिने हाथ पर। तो अगर हम मसीह में हैं, तो हम भी मसीह के साथ स्वर्गीय स्थानों में बैठे हुए हैं।
हम आशीषित हैं और हमारी पहुचं असीमित ईश्वरीय कृपा तक होती है क्योंकि हम उसके हैं।
सुसमाचार
हमें यीशु के लहू से ख़रीदे गए हैं। कभी हम परमेश्वर से बैर में जी रहे थे और हमें नर्क की सज़ा मिली हुई थी और हम उसकी उपस्थिति से पूरी तरह वंचित थे।
अदन बाग़ के पाप के कारण मानव जाती पर अनंत परिणाम हुआ है, यीशु के आने तक – जो परमेश्वर होते हुए भी मनुष्य बना और एक पापरहित जीवन जिया। वह क्रूस पर एक भयानक मौत मरा जोकि हमारी होनी थी। पर उसने हमारी जगह लेते हुए उस मृत्यु के दंड को तोड़ दिया जो हममे से प्रत्येक जन पर मंडरा रहा था। वही वह एकमात्र सिद्ध बलिदान हैं जो हमारे लिए निर्णायक रूप से दिया गया
इसीलिए हम परमेश्वर को पिता बुला सकते हैं जैसे यीशु उसे पिता बुलाता है।
मनन:
परमेश्वर का धन्यवाद् दें की आप उसे पिता बुला सकते हैं।
क्या आप ऐसी 5 चीज़ें बता सकते हैं जिसने आपको यीशु में होने के कारण आशीषित किया गया?
हर दिन परमेश्वर को 5 बातों के लिए धन्यवाद् देने की आदत बना लीजिए।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
क्या आप जानते हैं कि आपको परमेश्वर द्वारा यीशु में सभी धन और आशीषों का आनंद लेने के लिए चुना गया है? फिर भी हम राजघराने की तरह जीने के बजाय कूड़े के ढेर से खा सकते हैं और अटके रह सकते हैं। परमेश्वर के पास आपके जीवन के लिए एक सुंदर उद्देश्य है। यह छह-दिवसीय योजना इफिसियों 1:3-5 पर आधारित है और वर्ड ऑफ ग्रेस चर्च के नवाज डीक्रूज ( Navaz DCruz) द्वारा लिखी गई है।
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Word Of Grace Church को धन्यवाद देना चाहते हैं। और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें: https://www.wordofgracechurch.org/