बुलाया और चुना हुआ – अपने DNA को समझना - Bulae Gae Aur Chune Gae (Called and Chosen)नमूना

बुलाया और चुना हुआ – अपने DNA को समझना - Bulae Gae Aur Chune Gae (Called and Chosen)

दिन 3 का 6

वचन 4b- हम उसके निकट प्रेम में पवित्र और निर्दोष हों।

परमेश्वर ने हमें क्यूँ चुना?

एक अनुवाद में “पवित्र” के लिए ये शब्द दिए गए हैं – परमेश्वर के लिए अलग किया हुआ, उद्देश्य चालित। हमारी स्थिति ‘निर्दोष’ की हैं। यीशु ने हमारे दोष की कीमत चुकाई ताकि हम शर्म और दोष से मुक्त जीवन जी सकें।

वचन 5 - अपनी इच्छा की सुमति के अनुसार हमें अपने लिये पहिले से ठहराया, कि यीशु मसीह के द्वारा हम उसके लेपालक पुत्र हों।

इसका अर्थ है मेरे यीशु की क्रूस पर मृत्यु को स्वीकार करने से पहले मैं परमेश्वर की संतान नहीं थी! परमेश्वर सभी का पिता नहीं है।

यूहन्ना 1: 12 – पर जिन्होंने उसे अपनाया उन सबको उसने परमेश्वर की संतान बनने का अधिकार दिया।

रोम 8: 15-16 बल्कि वह आत्मा जो तुमने पाया है तुम्हें परमेश्वर की संपालित संतान बनाती है। जिस से हम पुकार उठते हैं, “हे अब्बा, हे पिता!”

पौलुस एक दृढ़ बुनियाद रखता है जिससे हम मसीह में हमारी नई पहचान को समझ सकें। यही हम हैं। हम परमेश्वर के बेटे और बेटियां हैं। हम उसे पिता बुला सकते हैं।

2 कुरिन्थ 5:17 हमें बताता है की हम मसीह में नई सृष्टि हैं।

नई= यानी जिसका निर्माण पहले नहीं हुआ था। आप परमेश्वर का स्वरुप लेकर चलने वाले एक अनोखे जीव हैं। कोई और आप जैसा नहीं बन सकता। हमारा एक नया DNA है, जो मसीह का है। ईश्वरीय स्वभाव कार्यरत।

तो अब आप एक संत हैं। आप अनाथ थे; अब आप परमेश्वर की संतान हैं। अब जब आप पाप करते हैं तो एक संत होते हुए करते हैं। वह परमेश्वर में आपकी पहचान को बदल नहीं देता।

हमारे अस्तित्व में कुछ चमत्कारी रूप से बदल जाता है। अब हमारे पास मसीह का मन है, जिसका उपयोग करने में हम असफल हो जाते हैं।

हम अपने मन को परमेश्वर के वचन से धोने के द्वारा उसे नया बनाते हैं – झूठ को सच से बदलते हुए। एक ऐसी स्वस्थ सोच के साथ जो हृदय परिवर्तन की ओर ले जाती है, जिससे बर्ताव में बदलाव आता है।

जब हम हृदय और मन के परिवर्तन के बिना बदलने की कोशिश करते है, तो हम बस व्यव्हार में फेरबदल कर पाते हैं, जो ज्यादा समय तक नहीं टिक पाता। इसीलिए हममे से कुछ लोग बर्ताव व सोच के पुराने सांचे में लौट जाते हैं।

हममे से कुछ लोग मसीही जीवन को धार्मिक कर्तव्य के बंधन के अधीन जीने की कोशिश करते हैं, बजाय पिता के संबंध व आनंद से। हम अनुग्रह में जीने के बजाय दोबारा व्यवस्था में जीने लग जाते हैं।

उदाहरण

यह एक बच्चे को कहने जैसा है की ‘नाकाम मत होना, नाकाम मत होना’ बजाय उसे यह कहने के की, तुम एक विजेता बनने के लिए पैदा हुए हो। जाओ और सफल बनो। पूरी कोशिश करो।

मनन:

क्या आप महसूस करते हैं कि परमेश्वर आपसे इतना प्यार करता है कि उसने आपको सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि उसने ऐसा करने का फैसला किया था?

क्या आप अपने आप को एक नई रचना के रूप में देखते हैं न कि एक पुरानी रचना के रूप में जिसे नवीनीकृत किया गया है?

पांच चीजें लिखिए जो आपके नए डीएनए का हिस्सा हैं।

दिन 2दिन 4

इस योजना के बारें में

बुलाया और चुना हुआ – अपने DNA को समझना - Bulae Gae Aur Chune Gae (Called and Chosen)

क्या आप जानते हैं कि आपको परमेश्वर द्वारा यीशु में सभी धन और आशीषों का आनंद लेने के लिए चुना गया है? फिर भी हम राजघराने की तरह जीने के बजाय कूड़े के ढेर से खा सकते हैं और अटके रह सकते हैं। परमेश्वर के पास आपके जीवन के लिए एक सुंदर उद्देश्य है। यह छह-दिवसीय योजना इफिसियों 1:3-5 पर आधारित है और वर्ड ऑफ ग्रेस चर्च के नवाज डीक्रूज ( Navaz DCruz) द्वारा लिखी गई है।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Word Of Grace Church को धन्यवाद देना चाहते हैं। और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें: https://www.wordofgracechurch.org/