परमेश्वर प्रगट हुए- नये नियम की एक यात्रानमूना

परमेश्वर प्रगट हुए- नये नियम की एक यात्रा

दिन 13 का 13

फिलेमोन- अवतार

सबसे छोटी पत्री होने के बावज़ूद भी यह सर्वोच्च शक्तिशाली पत्री है।

सबसे पहले तो, ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे एक मसीही मालिक फिलेमोन से अपने दास उनेसिमुस को ग्रहण करने की बात चल रही है-जो अपने मालिक के पास से भाग गया था और जिसकी मुलाकात पौलुस से बन्दीग्रह में हुई थी।

वर्तमान दृष्टिकोण में अगर हम देखें तो हमें पता है कि पौलुस को घर में ही कैद किया गया था जहां पर उसे लोगों से मिलने की आज़ादी थी। इस पत्र में कुलुस्सियों के निवासी और अपने घर में ही कलीसिया का संचालन करने वाले वरिष्ठ पासबान फिलेमोन से, अपने निक्कमे दास उनेसिमुस को अगुवे के रूप में ग्रहण करने का निवेदन किया जा रहा है।

उनेसिमुस नाम का अर्थ लाभदायक या उपयोगी होता है।

यह कहानी बताती है कि परमेश्वर की सामर्थ्य एक बेकार या निकम्मे व्यक्ति को कलीसिया के लिए उपयोगी सेवक बना देती है। इतिहास से पता चलता है कि उनेसिमुस वास्तव में एक प्रेरित, एक बिशप और उस शताब्दी में अगली पीढ़ी के शीर्ष नेताओं में से एक बन गया था।।

व्यक्तिगत तौर पर मैं इस पत्र को एक अगुवे के द्वारा दूसरे अगुवे को जन्म देने और उसे तैयार करने वाले पत्र के रूप में देखती हूँ- अन्तिम पासबानी पत्री।

तीमुथीयुस और तीतुस पौलुस के “सच्चे” पुत्र थे, जिन्हें लम्बे समय के लिए सेवाकाई के लिए प्रशिक्षण दिया गया था, उसी बीच में इस नये “जन्में” बच्चे उनेसिमुस को पेश किया गया था।

निम्नलिखित लोग अगली पीढ़ी के नायक थेः

तीमुथीयुस जो एक यहूदी था

तीतुस एक युनानी था

उनेसिमुस एक गुलाम था

एक अगुवे को तैयार करने में बहुत से लोग भूमिका निभाते हैं।

पौलुस की भूमिका

पौलुस उनेसिमुस भी अच्छाईयों को बाहर निकालता हैः

उसके छिपे हुए मूल्य को समझना (फिलेमोन 1:10,11)

दृश्यमान मूल्य में प्रशिक्षण (फिलेमोन 1:12,16) जब पौलुस कहता है कि वह अपने “ हृदय को भेज रहा है” तो वह एक अगुवे के हृदय की बात करता है।

वह उसके कर्ज को चुका कर उसे बीते गुनाहों या कर्ज को रद्द कर रहा है।

वह कलीसिया को उसे स्वीकार करने के लिए मनाता है (फिलेमोन 1:1,2) – जैसे की मानों वे, प्रभु के दास पौलुस- को स्वीकार कर रहे हैं।

कलीसिया की भूमिका

निश्चय तौर पर कलीसिया को नये अगुवे का इस्तेमाल करने के लिए पौलुस का सहयोग करना था। (फिले. 1:17)

उनेसिमुस की भूमिका

उनेसिमुस के लिए वापस जाना बिल्कुल भी आसान काम नहीं रहा होगा। लेकिन वह कायम है. वह नेता की पोशाक पहनता है, अपने नए जूते पहनता है और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता।उनेसिमुस एक कोई गुलाम नहीं था

पौलुस के पुत्र में उनेसिमुस का जन्म हुआ

यीशु की समानता

यही कहानी आज भी ज़ारी है।

दृष्टिकोण – यीशु हमारी कीमत को पहिचानते हैं।

निवेश – यीशु हमें तैयार करते हैं।

कर्ज चुकाना – यीशु ने हमारा कर्ज़ा रद्द कर दिया है।

राज़ी करना- यीशु हमारे लिए रज़ामन्दी तैयार करते हैं।

कलीसिया की साझेदारी – जिन आध्यात्मिक ऊंचाईयों के बारे में हम सोच भी नहीं सकते यीशु हमें वहां तक पहुचने के लिए उपयोग करेगें।

हमारी कहानी के बारे में क्या?? क्या हमें मसीह में र्प्याप्त भरोसा है कि हम वह इन्सान बन सकते हैं जो वह हमें बनाना चाहता है? क्या हम अपने बीते समय का सामना करके, उस पर विजय पाने की बजाय उस से भाग रहे हैं? या फिर हम उनेसिमुस के समान अन्त तक दृढ़ रहने का प्रयास कर रहे हैं?

पवित्र शास्त्र

दिन 12

इस योजना के बारें में

परमेश्वर प्रगट हुए- नये नियम की एक यात्रा

क्या हमारा जीवन मसीह से मुलाकात करने के बाद लगातार बदल रहा है? हम जीवन के परे सम्पत्ति को कैसे बना सकते हैं? हम कैसे आनन्द, सन्तुष्टि और शान्ति को हर परिस्थिति में बना कर रख सकते हैं? इन सारी बातों को वरन कई अन्य बातों को पौलुस की पत्री में सम्बोधित किया गया है।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Bella Pillai को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://www.bibletransforms.com/