एक वर्ष 2019 में बाइबलनमूना

एक वर्ष 2019 में बाइबल

दिन 45 का 365

दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न

 लंदन विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के बुद्धिमान प्राध्यापक, सी.ई.एम. जोड, एक मसीही नहीं थे. एक रेडियो कार्यक्रम में उनसे पूछा गया कि, ‘यदि आप अतीत में से किसी व्यक्ति से मिलें और उनसे सिर्फ एक ही प्रश्न पूछें, तो आप किससे मिलना चाहेंगे और क्या पूछना चाहेंगे?’

 

 प्राध्यापक जोड ने बिना संकोच किये उत्तर दिया: ‘मैं यीशु से मिलकर दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न पूछना चाहूँगा कि – क्या आप मरने के बाद फिर से जीवित हुए थे या नहीं हुए थे? ’

 

 फिर प्राध्यापक जोड के जीवन में ऐसा दिन आया जब वह सबूतों का आंकलन कर रहे थे, तो उनकी मुलाकात स्वयं यीशु से हुई और उन्होंने ‘रिकवरी ऑफ बिलीफ’  नामक एक किताब लिखी. यदि यीशु मसीह मरने के बाद फिर से जी उठे हैं, तो यह सबकुछ बदल देता है.

 

   जब नये नियम के लेखक परमेश्वर के प्रेम के बारे में लिखते हैं तो वे क्रूस की ओर संकेत करते हैं. जब वे परमेश्वर की सामर्थ के बारे में लिखते हैं तो वे पुनरूत्थान की ओर संकेत करते हैं. परमेश्वर की ‘अतुलनीय महान सामर्थ’ मसीह में डाल दी गई थी जब उन्होंने यीशु को मरे हुओं में से जीवित किया था’ (इफीसियों 1:19=20). जी उठे यीशु अपने शिष्यों से कहते हैं, ‘स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है’ (मत्ती 28:18).

 पुनरूत्थान का अर्थ है, यीशु हमारे साथ अब भी मौजूद हैं. यीशु आगे कहते हैं ‘मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ’ (व.20).

 उनके पुनरूत्थान का परिणाम केवल उनकी सामर्थ और उनकी उपस्थिति ही नहीं है बल्कि उनकी व्यवस्था भी है.

भजन संहिता 21:8-13

उनकी सामर्थ

 

 नये नियम के अनुसार यीशु ही हैं जो ‘परमेश्वर की सामर्थ हैं’ (1कुरिंथियों 1:24).

 

 दाऊद ‘तेरी सामर्थ’ और ‘तेरी शक्ति’ यानि  परमेश्वर की स्तुती करता है (भजन संहिता 21:13, एएमपी). वह परमेश्वर के ‘हाथ’ में अपने विश्वास के बारे में कहता है (व.8अ) और वह भी खासकर के ‘दाहिने हाथ’ के बारे में (व.8ब). बाइबल में, हाथ, खासकर दाहिने हाथ का उपयोग सामर्थ और अधिकार के प्रतीक के रूप में किया गया है (उदाहरण के लिए हमारे पुराने नियम आज के पठन, निर्गमन 15:6,12 देखें). दाऊद न्याय के विषय में परमेश्वर के शक्तिशाली हाथ के बारे में कहता है.  

 

 नये नियम में, पुनरूत्थानित यीशु का बारबार उल्लेख ‘परमेश्वर के दाहिने हाथ पर’ किया गया है (उदाहरण के लिए प्रेरितों के कार्य 2:33अ). जब हम हानि और बुरी युक्तियों को पूरा होता हुआ देखते हैं, तो हमें यह याद रखना चाहिये कि उनकी ताकत अस्थायी है क्योंकि यीशु संपूर्ण अधिकार और सामर्थ के साथ परमेश्वर के दाहिने हाथ पर बैठे हैं. ऐसा समय आएगा जब परमेश्वर हस्तक्षेप करेंगे. यीशु जी उठे हैं और जीवित और मरे हुओं का न्याय करने के लिए फिर से आने वाले हैं.

 

 प्रभु, आपकी महान सामर्थ और अधिकार के लिए आपको धन्यवाद. ‘हे प्रभु अपनी सामर्थ में महान हो! और हम गा गाकर तेरे पराक्रम का भजन सुनाएंगे’ (व.13).  

मत्ती 28:1-20

उनकी उपस्थिति

 

 मैंने पाया है कि पुनरूत्थानित यीशु की उपस्थिति को महसूस करने से बढ़कर जीवन में और कुछ नहीं है.

 

 जी उठने वाले यीशु अपने अनुयायियों को आज्ञा देते हैं, ‘तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ ’ (व.19अ). व्यक्तिगत रूप से और मसीही समाज के रूप में यह हमारी बुलाहट है. हमारे चर्च का मिशन कथन है: ‘देशों में सुसमाचार का प्रचार करने के लिए अपनी भूमिका निभाना, चर्च को फिर से मजबूती देना और समाज को बदलना.’ इसे यीशु की इन आज्ञाओं से लिया गया है.

 

 आज्ञा के साथ एक वाचा भी आती है: ‘मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ’ (व.20ब). पुनरूत्थान सिर्फ ऐतिहासिक सच या धार्मिक विचार नहीं है; यह जीवन को बदल देने वाली सच्चाई है. परमेश्वर वायदा करते हैं जब आप उनकी आज्ञाओं को पूरा करने के लिए बाहर जाएंगे, तो पुनरूत्थानित यीशु की उपस्थिति आपके साथ जाएगी. 

 

 जब स्त्रियाँ कब्र को खाली देखती है तो स्वर्गदूत उससे कहते हैं, ‘वह यहाँ नहीं हैं, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठे हैं.... तुम उसका दर्शन पाओगे’ (वव.6-7).   

 

 वे आनंद से भर गईं और शिष्यों को बताने के लिए दौड़ पड़ीं. जब उन्होंने ऐसा किया तो, ‘यीशु उन्हें मिला’ (व.9). उन्होंने जी उठे यीशु की उपस्थिति महसूस की (वव.8-10), ‘उन्होंने उसके पाँव पकड़कर उस को दंडवत किया और उसे प्रणाम किया’ (वव.9ब, 17अ).

 

 खाली कब्र को बयान न करने का दूसरों का प्रयास बहुत जल्दी शुरू हो गया (व.13) और सभी सबूतों के बावजूद, किसी ने भी विश्वास नहीं किया (व.17ब). यह बताया गया ‘कि रात को जब हम सो रहे थे, तो उसके चेले आकर उसे चुरा ले गए’ (व.13). कुछ लोग अब भी इस स्पष्टीकरण को निर्विवाद मान रहे हैं. लेकिन यह सबूत के साथ सही नहीं बैठता. 

 

 शिष्य घबरा गए थे और निराश हो गए थे. सिर्फ यीशु का मृतकों में से जी उठना ही उन्हें बदल सकता था.

 

 उन्होंने अपेक्षा नहीं की थी कि यीशु मृतकों में से जी उठेंगे. और मृत शरीर चुराने का उनका कोई इरादा नहीं था. 

 

 कब्र पर सख्त पहरा था. 

 

 केवल उन्होंने ही यीशु को नहीं देखा, बल्कि यीशु के जी उठने के बाद अन्य कई लोगों ने उन्हें देखा और चालीस दिनों तक उनसे बातचीत की (प्रेरितों के कार्य 1:3, 1 कुरिंथियों 15:6).

 

   यदि शिष्यों ने उनकी देह चुराई होती, तो उनका पूरा जीवन झूठ पर आधारित होता. मेरे दोस्त इआन वाकर, एक कैम्ब्रिज विज्ञानी हैं, जो मसीही बने क्योंकि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि उनके शिष्य जानबूझकर सताए जाने और मारे जाने के लिए तैयार होते उस कारण के लिए जो बिल्कुल सही नहीं था. 

 यह वास्तव में सच है. यीशु जी उठे. मरना और गाड़े जाना अंत नहीं है. मसीह में आप भी मृतकों में से जी उठेंगे.  

 पहली बार एक स्त्री को यह संदेश देने का काम सौंपा गया था. खासकर यह ध्यान देने योग्य है कि उस समय न्यायालय में महिलाओं को एक गवाह के रूप में नहीं माना जाता था. बाइबल में महिलाओं द्वारा अगुआई करने के अनेक उदाहरण हैं (हमारे आज के पुराने नियम के पद्यांश में मरियम एक और उदाहरण है).

मत्ती के सुसमाचार का आरंभ यह कहकर हुआ है कि यीशु ‘परमेश्वर हमारे साथ’ हैं (मत्ती 1:23). इस सुसमाचार के आखिरी वचन में यीशु इस बात की पुष्टि करते हैं कि उनके शिष्यों के साथ उनकी उपस्थिति सदा तक बनी रहेगी. जो यीशु पर विश्वास करते हैं और जो उनकी आज्ञाओं को मानते हैं, उनके लिए वह वायदा करते हैं, ‘देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ’ (28:20ब). 

प्रभु, आपको धन्यवाद कि आपने मुझे सारे देशों में शिष्य बनाने के लिए भेजा है और आप वायदा करते हैं कि जब मैं ऐसा करूँगा, तो यीशु की उपस्थिति मेरे साथ बनी रहेगी.

निर्गमन 15:1-16:36

उनका प्रावधान  

 

 क्या आप अपने भविष्य – अपने स्वास्थ्य, अपनी नौकरी, अपने परिवार या अपने धन को लेकर चिंतित हैं? आज ही निर्णय लें कि आप चिंता नहीं करेंगे. जॉयस मेयर लिखती हैं: ‘जब हम भविष्य की चिंता करते हैं, तो हम आज का दिन बरबाद कर देते हैं, परमेश्वर पर भरोसा कीजिये और एक बार में एक ही दिन जीना सीखिये.’ 

 

 इस पद्यांश में हम देखते हैं कि परमेश्वर देने का वायदा करते हैं, लेकिन एक बार में केवल एक ही दिन के लिए. यीशु ने हमें प्रार्थना करने के लिए सिखाया है कि, ‘हमारी दिन भर की रोटी आज हमें दे’ (मत्ती 6:11). परमेश्वर पर भरोसा कीजिये कि आपको जब भी जरूरत होगी वह आपके लिए उपलब्ध कराएंगे.

 

  अध्याय 15 में मूसा और मरियम का गीत परमेश्वर पर भरोसा बनाए रखने का एक बढ़िया उदाहरण है जिसे आराधना में व्यक्त किया गया है. उन्होंने परमेश्वर के गुणों की प्रशंसा की है (निर्गमन 15:1-5), फिर वे परमेश्वर की स्तुती करते हैं जो उन्होंने पिछले दिनों में किया था – उद्धार, छुटकारा और प्रावधान (वव.6-12), और अंत में वे उनकी स्तुती करते हैं, उसके लिए जो वह भविष्य में करने वाले हैं – मार्गदर्शन, उद्धार, सुरक्षा और प्रावधान (वव.13-18).

 

 परमेश्वर उनकी भौतिक जरूरतों को पूरा करने का वायदा करते हैं. वह ‘स्वर्ग से रोटी’ बरसाने का वायदा करते हैं (16:4अ) जिसे ‘मन्ना’ कहा जाता है (व.31). वह हरदिन उनकी सारी जरूरतों को ‘रोज की रोटी’ के रूप में पूरा करते है (वव.18क,21अ). लेकिन उनसे कहा गया था कि उन्हें कल के लिए कुछ भी बचाकर नहीं रखना है: ‘कोई इस में से कुछ बिहान तक न रख छोड़े’ (व.19).

 

 यह ऐसा है जिसे हमने चर्च समुदाय के रूप में बरसों तक अनुभव किया है. परमेश्वर हमारी भौतिक जरूरतों को पूरा करते हैं, लेकिन वह हमें जरूरत से ज्यादा नहीं देते. हम भविष्य के लिए अपने संसाधनों को बचाकर नहीं रखते, बजाय इसके हम परमेश्वर पर लगातार भरोसा करते हैं कि वह हमें महीने दर महीने और साल दर साल आपूर्ति देते रहेंगे.

 

 यह हमेशा इच्छा बनी रहती है कि हम भविष्य के लिए कुछ न कुछ बचाकर रखें - बजाय इसके कि हम परमेश्वर पर भरोसा रखें कि जब भी हमें जरूरत होगी वह हमें अवश्य देंगे. यह हमारी आत्मिक जरूरतों के लिए भी लागू होता है – हम अतीत की आशीषों पर भरोसा नहीं कर सकते.

 

 इस पद्यांश में ऐसा कहा गया है कि परमेश्वर के लोग अतीत में की गई परमेश्वर की भलाई और प्रावधानों को कितनी जल्दी भूल जाते हैं और वर्तमान में अपनी परेशानियों को लेकर कुड़कुड़ाने लगते हैं. अक्सर हम ऐसा ही करते हैं – परमेश्वर की आशीषों को भुलाकर कुड़कुड़ाते रहना. यह पद्यांश हमें अच्छे समय में और बुरे समय में परमेश्वर पर भरोसा करने की याद दिलाता है.  

 

 यीशु खुद हमसे कहते हैं कि वह परमेश्वर का संपूर्ण प्रावधान हैं. वह कहते हैं, ‘जीवन की रोटी मैं हूँ। तुम्हारे बाप दादों ने जंगल में मन्ना खाया और मर गए।  यह वह रोटी है जो स्वर्ग से उतरती है ताकि मनुष्य उस में से खाए और न मरे। जीवन की रोटी जो स्वर्ग से उतरी है मैं हूँ। यदि कोई इस रोटी में से खाए, तो सर्वदा जीवित रहेगा और जो रोटी मैं जगत के जीवन के लिये दूंगा, वह मेरा मांस है’ (युहन्ना 6:48-51).  

 

 यह यीशु का पुनरूत्थान है जो इस व्यवस्थापन को अनंत उत्तमता प्रदान करता है. क्योंकि यीशु जी उठे हैं, जो इस रोटी को खाएगा, वह सर्वदा जीवित रहेगा.

 प्रभु आपको धन्यवाद, कि आपने वायदा किया है कि ‘आप अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है हमारी हर एक घटी को पूरी करेगा’ (फिलिप्पीयों 4:19). जब मैं धन्यवाद सहित पीछे देखता हूँ, तब मैं आशा के साथ भविष्य में देखता हूँ और यह भरोसा करता हूँ कि आप अपने उस के धन के अनुसार जो महिमा सहित यीशु में है मेरी जरूरतों को पूरा करते रहेंगे. 

Pippa Adds

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 मत्ती 28:1-8

उस संस्कृति में जहाँ स्त्री को दूसरे दर्जे का नागरिक माना जाता था, यीशु ने सबसे पहले दो स्त्रियों को दर्शन दिया. उन्होंने दो साधारण स्त्रियों को चुना और इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण समाचार सौंपा.  

 

 

References

नोट्स:

जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है। 

       

जिन वचनों को (एएमपी, AMP) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)

 

 जिन वचनों को (एमएसजी MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।

 

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इस योजना के बारें में

एक वर्ष 2019 में बाइबल

दुनिया भर में 20 लाख से अधिक अनुमानित प्रयोक्ताओं के साथ, Bible in One Year, एक प्रमुख दैनिक बाइबल पठन की योजना है। प्रत्येक दिन आपको, एक प्साल्म या नीतिवचन पाठ, एक न्यूटेस्टामेंट पाठ और एक ओल्ड टेस्टामेंट पाठ प्राप्त होगा। फिर निकी और पिप्पा गंबेल, अंतर्दृष्टिपूर्ण कमेंटरी प्रदान करते हैं, जो कि बाइबल के साथ-साथ पाठों के बारे में ताज़ा समझ प्रदान करने के लिएपढ़े या सुने जाने के लिए है। निकी लंदन में HTB चर्च के पादरी और Alpha के अग्रदूत हैं।

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