निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबलनमूना

निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल

दिन 7 का 365

दोगुनी आशीषें

मुझे ‘दया’ शब्द अच्छा लगता है. मैं परमेश्वर का बहुत आभारी हूँ कि परमेश्वर दया के परमेश्वर हैं. विलियम शेक्सपियर ने द मरचेन ऑफ वेनिस में पिरशिया के संवाद में दया के आश्चर्य के बारे में कुछ लिखा है. वह ‘दया की उत्तमता’ के बारे में बताता है:

‘दया की उत्तमता’ अस्वाभाविक नहीं है,

यह स्वर्ग से कोमल वर्षा की तरह गिरती है  

नीचे की जगहों पर: यह दोगुना उत्तम आशीष है;

यह उसे आशीष करती है जो देता है और उसे भी जो पाता है.’ नाटक IV दृश्य I  

 

आप आशीषित हैं जब आप दया पाते हैं और आप आशीषित हैं जब आप दूसरों के प्रति दयावंत होते हैं 

भजन संहिता 6:1-10

दया के लिए पुकारें

 

आपके जीवन में ऐसा समय भी आता है जब आप सच में संघर्ष करते हैं और आपको कुछ भी सही नहीं दिखता? क्या आप ‘कमजोरी’ (व. 2), ‘संताप’ (व. 2), ‘पीड़ा’ (व. 3), ‘थका हुआ’ (व.6), ‘शोक’ (व. 6), ‘विलाप’ (व. 6) , ‘आंसुओं में (व. 7), और  ‘शोक में कमजोरी’ (व. 7) महसूस करते हैं?

 

कभी कभी ऐसा हमारे खुद के पाप के कारण हो सकता है. या कभी-कभी यह ‘वियोग’, अचानक नुकसान, संबंधों में परेशानी, परिवार का टूटना, बीमारी, नौकरी में परेशानी,बेरोजगारी या विरोध के कारण हो सकता है.

 

दाऊद को भी मुश्किल घड़ी का सामना करना पड़ा लेकिन, इस बीच,उसने दया के लिए परमेश्वर को पुकारा: ‘हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर,’ (व.2). उसने प्रार्थना की: ‘अपने दृढ़ प्रेम और अपनी करूणा के निमित्त मेरा उद्धार कर।’ (व. 4 एएमपी). 

 

कभी-कभी ऐसा लगता है कि हमारी परेशानियाँ कभी खत्म नहीं होंगी. ऐसा लगता है कि ये चलती रहेंगी. जब हम संघर्ष के समय में होते हैं तो हम दाऊद की तरह पुकारते हैं,‘हे यहोवा, कब तक?’ (व.3). हम दया के लिए पुकारते हैं और ऐसा लगता है कि परमेश्वर नहीं सुन रहे हैं. लेकिन वह सुन रहे हैं. ऐसा समय भी आता है जब हम दाऊद के समान कह सकते हैं: ‘हे यहोवा, मेरा रोना सुन. यहोवा ने दया के लिए मेरा गिड़गिड़ाना सुना है’ (वव.8-9).  

 

 प्रभु,‘कभी असफल न होनेवाले प्रेम’ और दया के लिए आपको धन्यवाद (व.4). धन्यवाद कि आपने मेरा रोना सुना है और मेरी प्रार्थनाओं को स्वीकार किया है. मुझ पर अनुग्रह कीजिये,है. 

मत्ती 5:43-6:24

दूसरों के प्रति दयावान रहें

 

दूसरों के प्रति दयावान रहना यीशु की शिक्षा का केन्द्र है. ‘अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सताने वालों के लिये प्रार्थना करो।  जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे’ (5:44-45अ). प्रेम करना, दया दिखाने से कहीं बढ़कर है, लेकिन दया प्रेम का अनिवार्य हिस्सा है.

 

जिन्होंने आपका बुरा किया है उनके प्रति भी दयावान रहने के लिए यीशु ने इस पद्यांश में तीन कारण बताए हैं:

 

पहला,अपने पिता के समान दिखने के लिए अपने शत्रुओं पर भी दया करो – ‘जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे ’ (व.45अ). परमेश्वर की दया उन पर भी बनी रहती है जो उनसे बैर रखते हैं: ‘वह भले और बुरों दोनो पर अपना सूर्य उदय करता है, और धमिर्यों और अधमिर्यों दोनों पर मेंह बरसाता है।’ (व. 45ब).

 

 दूसरा,आपको इस हद तक दया करने के लिए अपनी दुनिया से परे होन होगा: ‘यदि तुम अपने प्रेम रखने वालों ही से प्रेम रखो, तो तुम्हारे लिये क्या फल होगा? क्या महसूल लेने वाले भी ऐसा ही नहीं करते?’ (व.46). हम केवल उनसे प्रेम करते हैं जो हमारे जैसे होते हैं या जिन्हें हम पसंद करते हैं. लेकिन आपको कुछ अलग बनने के लिए बुलाया गया है. आपको वह बनने के लिए बुलाया गया है जैसा कि डीट्रिक बोनोफर ने ‘मसीही लोगों की.......  “असाधारण” विशेषता’ के रूप में वर्णन किया है.

 

तीसरा,क्षमा करने और क्षमा पाने के बीच कुछ संबंध है. हम स्वयं परमेश्वर की दया पाने के बाद दूसरों पर दया नहीं कर सकते. हम दूसरों को क्षमा करके स्वयं के लिए क्षमा नहीं कमा सकते,लेकिन यीशु कहते हैं कि परमेश्वर से क्षमा पाने के लिए हमें दूसरों को क्षमा करना अनिवार्य है. दूसरों को क्षमा किये बिना ‘आप परमेश्वर से क्षमा नहीं पा सकते. यदि आप अपना भाग करने के लिए मना करें, तो आप खुद को परमेश्वर के भाग से अलग कर देंगे’ (6:14ब-15, एमएसजी). हरदिन, दया और क्षमा पाइये और हरदिन दूसरों को क्षमा कीजिये और उन पर दया कीजिये.

 

यीशु यह भी समझाते हैं कि आप जो करते हैं उसमें आप व्यवहारिक रूप से दया कैसे कर सकते हैं. वह प्रार्थना के महत्व को उल्लेखित करते हैं. वह आपसे कहते हैं कि, ‘जो तुम्हें सताते हैं,उनके लिए प्रार्थना करो’ (5:44). अपने शत्रुओं के लिए प्रार्थना करने से आपको उन्हें उस तरह से देखने में मदद मिलती है जैसे परमेश्वर उन्हें देखते हैं. प्रार्थना में आप उनके साथ-साथ खड़े रहते हैं,उनके अपराध और व्यथा को खुद पर लेते हुए और आप उनके लिए परमेश्वर से निवेदन करते हैं. प्रार्थना प्रेम की कड़ी परीक्षा है. परमेश्वर की उपस्थिति के प्रकाश में आने से हमारे दिल की गहराई में बसी सच्ची भावनाएं प्रकट होती हैं.    

 

दया का विषय प्रभु की प्रार्थना का मुख्य हिस्सा भी है: ‘और जिस प्रकार हम ने अपने अपराधियों को क्षमा किया है, वैसे ही तू भी हमारे अपराधों को क्षमा कर। ’ 96:12). (अवश्य ही इस प्रार्थना में दया के अलावा बहुत कुछ है,जिसे हम बाद में देखेंगे जब हम दूसरे सुसमाचार पर आएंगे.)

यीशु हमें सिखाते हैं कि जब हम प्रार्थना करें:  

 

तो इसे गुप्त रखें  

 

‘गुप्त और एकांत जगह ढूँढो,ताकि तुम परमेश्वर के समक्ष वार्तालाप करने की परीक्षा में न पड़ो’ (व. 6अ. एनएसजी).

 

इसे सच्ची रखें   

‘जितना भी हो सके साधारण और ईमानदार  रहें’ (व.6ब. एमएसजी).  

 

इसे सरल रखें  

‘परमेश्वर तुम से बेहद प्रेम करते हैं इसलिए आप सरलता से प्रार्थना कर सकते हैं’ (व 9अ. एमएसजी).

 

अंत में,हमारे देने में भी दया मुख्य केन्द्र होना चाहिये. दूसरों के प्रति दया रखना उदारता एक स्वरूप है. ‘जब आप दूसरों की मदद करें,तो यह न सोचें कि यह कैसा दिखेगा. बस दया कीजिये – चुपचाप और सहज रूप से. यह परमेश्वर का तरीका है. जिसने आपको प्रेम में जन्मा है, दृश्य के पीछे कार्य करते हुए, और आपको मदद करते हुए’ (वव. 3-4, एमएसजी).

 

मैं जब भी पहाड़ का उपदेश पढ़ता हूँ. मैं देखता हूँ कि मुझ में कितनी कमी है और दया पाने के लिए मैं अपनी जरूरतों को अच्छे से जानता हूँ.  

 

प्रभु,आपका धन्यवाद कि आप मेरे प्रति दयालु हैं. धन्यवाद कि आपने मेरे पापों को क्षमा किया है. प्रभु,मेरी सहायता कीजिये कि मैं हमेशा दूसरों के प्रति दयालु रहूँ.  

उत्पत्ति 14:1-16:16

परमेश्वर की दया प्राप्त कीजिये

 

पुराने नियम के दो विशिष्ट पद्यांश जो आज के लिए उस मुद्दे को दर्शाते हैं जिससे परमेश्वर की दया पाना संभव हो पाया है.

 

 यीशु के द्वारा परमेश्वर की दया पाना

 

यह उससे शुरु होता है जिसमें चार राजाओं द्वारा पाँच राजाओं को पराजित करने का स्पष्टीकरण असंगत और अजीब नजर आता है. फिर यह संबंध अब्राहम के भतीजे लूत से जुड़ता है जिसे चार राजाओं द्वारा घेर लिया गया था (14:12) पर अब्राहम द्वारा उसे बचाया गया था (व. 16). फिर विजय से वापस लौटते समय रहस्यमय ढंग से मेल्कीसेदेक ने अब्राहम को आशीषि दिया (वव. 18-20). 

इसका वर्णन इब्रानियों अध्याय 7 में किया गया है,

जो यह समझाता है कि ये सभी यीशु की ओर दर्शाते हैं.  मेल्कीसेदेक पुराने नियम में बाकी के सभी याजकों में प्रधान था (लैवीय याजक). अब्राहम,जो कि लेवी का परदादा था – जो कि ‘अपनी कटि में था’ – उसने अपना दसवांश मेल्कीसेदेक को दिया (उत्पत्ती 14:20). दूसरे शब्दों में लेवी ने मेल्कीसेदेक की प्रधानता को समझा.

मेल्कीसेदेक यीशु - प्रधान याजक - का पूर्वभास है,

जिसकी एक सिद्ध बलि ने हमारे सारे पापों को क्षमा करना संभव बनाया. इस तरह से,पुरानी याजक और बलि प्रथा का अंत हुआ.

 

‘रोटी और दाखमधु’ (व.18) प्रभु भोज के दाखरस और रोटी का पूर्वाभास है. ये सभी यीशु की सिद्ध बलि को दर्शाते हों,जिनका शरीर तोड़ा गया और जिनका लहू बहाया गया ताकि आपको और मुझे पूरी तरह से क्षमा मिले और परमेश्वर की दया मिले.

           

 

 

  विश्वास से परमेश्वर की दया प्राप्त कीजिये

 

फिर यह स्पष्टीकरण अब्राहम के लिए परमेश्वर के वायदे पर जाता है – इस सच्चाई के बावजूद कि सारा और अब्राहम बूढ़े थे और उनकी कोई संतान नहीं थी,उनका वंश तारों के समान असंख्य होनेवाला था. अब्राहम ने प्रभु पर विश्वास किया और उसने उसे धार्मिकता गिना’ (15:6).

आपको केवल क्षमा ही नहीं मिलती,बल्कि परमेश्वर अपनी दया में यह भी बताते हैं कि आप ‘परमेश्वर के साथ सही कर दिये गए हैं’ (व.6,एमएसजी). नये नियम में अक्सर इस वचन का वर्णन होता है, क्योंकि यह उस दया को दर्शाता है, क्षमा और सत्यनिष्ठा विश्वास से पाई जाती है – यानि, परमेश्वर पर विश्वास करने से (उदाहरण के लिए, रोमियों 4:1-5;गलातियों 3:6 देखें).

यह प्रोत्साहित करने वाला है कि,इब्रानियों में अब्राहम का वर्णन विश्वास के महान व्यक्तियों के रूप में किया गया है,फिर भी जब आप मूल कहानी देखते है तो आप पाएंगे कि  उसका विश्वास पूरी तरह से अटल नहीं था.

जब संतान के लिए उनकी प्रार्थना का उत्तर नजर नहीं आया,तो अब्राहम और सारा ने मानवीय तरीके से परमेश्वर के लक्ष्य को पाने की योजना बनाई (उत्पत्ति 16:1-2). वे सहमत हुए कि अब्राहम हाजरा के साथ सोए और इश्माएल का जन्म हुआ (वव. 2-4). एक पाप दूसरे पाप को जन्म देता है और सारा हाजरा के साथ बुरा व्यवहार करती है (वव. 5-6).

यह पहली बार था जब परमेश्वर को अल रोही, परमेश्वर जो देखता है, कहा गया (16:13). यह महसूस करना आसान है कि आपको परमेश्वर द्वारा क्षमा मिल गई है, खास तौर पर उन पलों में जब,आप हाजरा के जैसा महसूस करते हैं कि उसके साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार किया गया. परमेश्वर जो देखते हैं, वह आपको विश्वास से जीने में मदद करते हैं. यहोवा वह परमेश्वर हैं जो आपको जंगल में भी देखते हैं और आपको खोजते हैं. 

परमेश्वर जो देखते हैं,वह दया के परमेश्वर हैं. नया नियम बताता है कि परमेश्वर ने सारा और अब्राहम के पाप को अनदेखा किया और केवल उनके विश्वास को याद किया (इब्रानियों 11:11-12).

 

 

प्रभु आपकी अद्भुत दया के लिए धन्यवाद जो कि मेरे लिए यीशु की मृत्यु के द्वारा संभव हुई. आपको धन्यवाद कि वह प्रधान याजक हैं जिन्होंने क्रूस पर सिद्ध बलि दी ताकि मैं आपकी दया पा सकूँ. धन्यवाद कि मैं कभी भी आपकी दया नहीं कमा सकता लेकिन मैं इसे विश्वास से एक उपहार के रूप में ग्रहण करता हूँ. 

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यह अद्भुत है कि परमेश्वर ने अब्राहम को ‘धार्मिकता’ माना उन सभी पर विचार करते हुए जो उसने किया था (उत्पत्ति 12:10-20 देखें).  

 

 

[‘पहाड़ के उपदेश’ (मत्ती 5-7) पर व्यापक विवरण और एप्लीकेशन जानने के लिए निकी गंबलेस की किताब द जीसस लाइफ स्टाइल देखें: shop.alpha.org/product/182/jesus-lifestyle-nicky-gumbel]  

References

सन्दर्भ

डेट्रिक बोनोफर,द कॉस्ट ऑफ डिसाइपलशिप, न्यू यॉर्क: टचस्टोन (1995) पन्ना 134

 

जिन वचनों को (एएमपी) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)

 

जिन वचनों को (MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।

 

जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।         

 

नोट्स:

डेट्रिक बोनोफर, लिखते हैं, ‘प्रार्थना के माध्यम से हम अपने शत्रु के पास जाते हैं, उसकी तरफ खड़े रहते हैं,और उसके लिए परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं...... चूँकि हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं इललिए हम उनकी निराशा और गरीबी को लेते हैं,और उनके अपराध तथा बरबादी को खुद पर लेते हैं और परमेश्वर से उनके लिए प्रार्थना करते हैं ’ (द कॉस्ट ऑफ डिसाइपलशिल, पन्ना 134).   

2016 में नहीं:

सी.एस. लेविस, द वेट ऑफ ग्लोरी, (न्यू यॉर्क: हार्पर कोलिन्स, 2001, मूल रूप से 1949 में प्रकाशित), पन्ने 181-183.

जॉन विम्बर हनीकोम्ब विजन का चित्रण: जॉन विम्बर, पॉवर हीलिंग, पन्ना 52-53 से लिया गया है). जॉन विम्बर हनीकोम्ब विजन का चित्रण: जॉन विम्बर, पॉवर हीलिंग (न्यू यॉर्क: हार्पर कोलिन्स, 1991,मूल रूप से 1987 में प्रकाशित पन्ने 52-53

4 संभावित ट्वीट्स (एनजी – मैं टीम के लिए खुश हूँ कि उन्होंने इन में से एक को चुना. मुझे लगता है कि हम हर साल एक को चुनेंगे क्योंकि वरना अगले साल के लिए कुछ नहीं रह जाएगा.)

जॉन विम्बर्स का विजन ऑफ ए हनीकॉम्ब: ‘यह मेरी दया है,जॉन.... हरएक के लिए बहुत सी’. (लिन्क)

दया: उन लोगों को आशीषित करती है जो इसे देते हैं और जो इसे प्राप्त करते हैं. (लिन्क)

अपने शत्रुओं के लिए प्रार्थना करना हम उस तरह से देखने में मदद करता है जैसे परमेश्वर उन्हें देखते हैं. (लिन्क)

हमें उसके लिए बुलाया गया है जिसे बोनोहर ‘मसीही की....... असाधारण विशेषता कहते हैं’. 

दिन 6दिन 8

इस योजना के बारें में

निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल

यह योजना एक वाचक को पुरे साल में प्रति दिन वचनों की परिपूर्णता में, पुराने नियम, नये नियम, भजनसंहिता और नीतिवचनोंको पढ़ने के सात सात ले चलती हैं ।

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