निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबलनमूना
प्रभु के लिए कोई काम कठिन नहीं है
क्या आप जीवन में असंभव नजर आनेवाली परिस्थिति का सामना कर रहे हैं? क्या आपके संबंधों में विच्छेद हुआ है जिसे ठीक नहीं किया जा सकता? आपकी नौकरी में लगभग असंभव चुनौती? क्या ऐसी कोई आदत या व्यसन है जिसे छोड़ना आपको मुश्किल नजर आ रहा है?
आपके सामने चाहें जैसी भी चुनौती क्यों न हो. प्रभु के लिए कोई काम कठिन नहीं है.
अब्राहम सौ साल का हो गया था. उसकी पत्नी सारा नब्बे साल की थी. परमेश्वर ने उनसे एक पुत्र का वायदा किया था. उन्होंने कहा, वास्तव में, ‘उन्होंने कहा, वास्त्व में, ‘यह असंभव है’. इस प्रश्न का संदर्भ बहुत ही अलंकारिक: ‘क्या प्रभु के लिए कोई काम कठिन है’ (उत्पत्ति 18:14). जवाब है ‘नहीं’. यदि सारा गर्भवती हो सकती है ‘जब वह बूढ़ी हो गई थी और..... उसका स्त्री धर्म बंद हो गया था’ (व.11), तो फिर प्रभु के लिए कोई काम कठिन नहीं है.
सभी महान तीन चुनौतियों में हम आज के पद्यांश में देखते हैं कि हमें यह याद रखना जरूरी है कि प्रभु के लिए कोई काम कठिन नहीं है.
नीतिवचन 1:8-19
प्रलोभन का विरोध करें
यीशु हमें कभी नहीं कहते कि दुनिया से अलग हो जाओ. ‘दुनिया में रहकर भी दुनिया का न होना’ एक चुनौति है. हमें आसपास की दुनिया के प्रलोभन का विरोध करने के लिए बुलाया गया है.
नीतिवचन की पुस्तक हमें व्यवहारिक सुझाव देती है कि हम संतुलन कैसे बनाए रखें. किसी को भी आपको पाप करने के लिए बहकाने मत दीजिये: ‘यदि पापी लोग तुझे फुसलाएँ, तो उनकी बात न मानना।’ (व.10, एमएसजी). यदि वे आकर कहें, “हमारे संग चल.......” (व. 11),तो हमें उनके साथ नहीं जाना चाहिये.
जब मैं एक वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहा था, तो मैंने देखा कि दूसरों के कहने पर कि,‘हमारे संग चल’ तो कितने सारे लोग अपराध में चले जाते हैं.
वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच,यूके में कुछ बैंकों ने इस बुनियाद पर अनैतिक कार्य किये कि दूसरे बैंक भी ऐसा कर रहे हैं.
हर कोई ऐसा कर रहा है इसलिए पाप में मत गिरीये – कर में या यात्रा शुल्क में चोरी करना, शराब पीना या अविवेकी होना. अन्य लोगों का अनुसरण मत कीजिये,‘उनके पथ पर मत चलिये’ (व. 15). कुछ चीजें अपनाई नहीं जा सकतीं सिर्फ इसलिए क्योंकि दूसरे भी ऐसा कर रहे हैं. सिर्फ इसलिए कि दुनिया भी ऐसा कर रही है,इस आधार पर मेरे कार्यों को न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता.
अंत में, यदि आपके ‘पैर पाप में हैं’ (व. 16), या ‘आप सब लालचियों की चाल चल रहे हैं’ (व 19अ),तो इससे आपका जीवन नाश हो जाएगा. ‘जब आप वह सब हथिया लेते हैं जो आप हथिया सकते हैं, तो क्या होता है: जितना आप पाते हैं, उतना ही आप कम हो जाते हैं’ (व.19, एमएसजी).
दुनिया की पकड़ बहुत मजबूत है. फिर भी,प्रभु के लिए कुछ भी कठिन नहीं है.
प्रभु,मैं प्रार्थना करता हूँ कि आनेवाले साल में आप मुझे दुनिया के सभी प्रलोभन का विरोध करने की और पाप में न गिरने की शक्ति देंगे.
मत्ती 6:25-7:23
यीशु के जैसी जीवनशैली जीएं
यीशु के द्वारा कहे गए कथन अब तक के कहे गए कथनों में सबसे महान हैं. ये बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं. उदाहरण के लिए, वह कहते हैं,‘जो कुछ तुम चाहते हो, कि मनुष्य तुम्हारे साथ करें, तुम भी उन के साथ वैसा ही करो; ’ (7:12). यह सुनहरा नियम सुंदर तरीके से सरल है लेकिन इस तरह से जीना लगभग मुश्किल लगता है. ‘लोगों से पूछें कि वे आपसे क्या करवाना चाहते हैं, फिर पहल करें और इसे उनके लिए करें’ (व. 12,एमएसजी).
यीशु के कथनों को व्यवहार में लाना एक बहुत बड़ी चुनौती है. उनके निर्देश स्पष्ट हैं, लेकिन कुछ मापदंड असंभव रूप से ऊंचे हैं, फिर भी,प्रभु के लिए कुछ भी कठिन नहीं है.
चिंता करना छोड़ें और जीना शुरू करें
यीशु ने आपको आज्ञा दी है कि जीवन की या भौतिक चीजों की चिंता मत करो (6:25, 28-31). भविष्य की सोचो,भविष्य की योजना बनाओ लेकिन भविष्य की चिंता मत करो. स्वर्गीय पिता पर भरोसा करो कि वह तुम्हें सब देंगे (व. 32). विश्वास,चिंता के लिए तनावमुक्ति है.
आप चिंता करके अपने जीवन में एक घंटा भी नहीं बढ़ा सकते (व.27). जैसा कि कोरी टेन बूम ने लिखा है: ‘चिंता कल का दु:ख कम नहीं करती,बल्कि यह आज की ताकत को कम कर देती है.’
डे-टाइट (दिन तंग) डिब्बे में जीवन बिताइये. एक समय में एक दिन ही जीएं. कल के लिए परेशानी मोल न लें: ‘कल का दिन अपनी चिन्ता आप कर लेगा; ’ 9व. 34ब). आज ही निर्णय लें कि आप कल के बारे में चिंता नहीं करेंगे. परमेश्वर पर भरोसा कीजिये कि वह आपको एक समय में एक ही दिन देंगे.
अपनी प्राथमिकता बनाएं
यीशु हमें अपनी अभिलाषाओं और प्राथमिकताओं को बदलने के लिए कहते हैं. परमेश्वर की खोज करें कि वह कौन हैं इसलिए नहीं कि वह आपके लिए क्या कर सकते हैं. हमारी तरह परमेश्वर नहीं चाहते कि उनके दोस्त केवल इसमें दिलचस्पी रखें कि वह हमारे लिए क्या कर सकते हैं. वह चाहते हैं कि आप उनकी ‘उपस्थिति’ में आने का प्रयास करें ना कि सिर्फ उनसे ‘उपहार’ पाने का प्रयास करें.
नई जिम्मेदारियों को लीजिये जो रोमांचक और चुनौतीपूर्ण दोनों हैं: ‘पहिले तुम उसे राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। ’ (व.33).
न्यायी न बनें
हमें दूसरों का न्याय करने में खुशी नहीं होनी चाहिये,दूसरों की असफलता से खुश होने का प्रयास न करें या बुरे इरादे से उनके कार्यों की प्रकल्पना न करें. यदि हम जानते कि लोग किस परिस्थिति से गुजर रहे हैं, उनके दु:ख और उनकी तकलीफें,तो हम उनका न्याय करने में जल्दबाजी न करते. यीशु हमसे कहते हैं कि पहले अपने को सुधारो. इससे पहले कि हम लोगों का जीवन बदलें,हमें अपना जीवन बदलने की जरूरत है (7:1-5). बजाय इसके कि हम उनकी कड़ी आलोचना करें और उनपर दोष लगाएं, हमें उन लोगों को दया,करूणा और प्रेम दिखाना है.
निरंतर प्रार्थना करें
प्रार्थना में बक बक न करें,बल्कि निरंतर प्रार्थना करें. यीशु प्रार्थना का उत्तर देने के साथ-साथ अद्भुत वायदा भी करते हैं (वव 7-8). वह वादा करते हैं, जब आप प्रार्थना करते हैं,तो ‘परमेश्वर प्रतिफल देते हैं’ (वव. 9-11).
शानदार जीवन जीने का चुनाव करें
संकरे मार्ग पर चलें जो जीवन को पहुँचता है (वव. 13-14). संकरे मार्ग पर घमंड, बेईमानी, क्रोध,शत्रु के लिए नफरत या अक्षमा के लिए कोई स्थान नहीं है.
नम्रता दिन का क्रम है. आपको देना है, प्रार्थना करना है,आत्म संयम रखना है और सबसे पहले परमेश्वर के राज्य की खोज करना है. यह पवित्रता, सच्चाई,ईमानदारी और क्षमा का मार्ग है. यह ऐसा मार्ग है जहाँ ‘आप दूसरों के साथ भी वैसा ही व्यवहार करते हैं जैसाकि आप उनसे अपने प्रति करवाना चाहते हैं (व.12). आपको अपने चरित्र, जीवनशैली, शिक्षा,कार्य और संबंधों द्वारा अच्छे फल दिखाना है (वव 15-23).
प्रभु, जैसा कि मैं यीशु की जीवनशैली जीने के लिए चुनौती का सामना कर रहा हूँ, मैं आपको धन्यवाद करता हूँ कि आपके लिए कुछ भी कठिन नहीं है. मुझे आज अपने पवित्र आत्मा से भर दीजिये और मुझे ऐसा जीवन जीने में मदद कीजिये जिसे मैं गहराई से जीने का प्रयास करता हूँ.
उत्पत्ति 17:1-18:33
कठिन समय में परमेश्वर पर भरोसा करना
परमेश्वर अब्राहम के सामने प्रकट हुए और उसके सामने एक बड़ी चुनौती रखी: ‘मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर हूं; मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा। ’ (व.17:1). फिर वह एक आश्चर्यजनक वायदा करते हैं: ‘मैं तेरे साथ वाचा बान्धूंगा, और तेरे वंश को अत्यन्त ही बढ़ाऊंगा।’ (व.2). इसमें कोई शक नहीं कि अब्राहम ‘मुंह के बल गिरा’ (व.3).
परमेश्वर अब्राहम के साथ आश्चर्यजनक वाचा बांधते हैं. वह उसे कनान देश देने का वादा करते हैं और यह कि कई जातियाँ और वंश उसके पास आएंगे (वव. 4-8). यह वाचा तब बांधी गई जब उसका नाम अब्राम से अब्राहम किया गया जिसका अर्थ है ‘कई जातियों का पिता’ (व. 5). परमेश्वर सराई का नाम भी सारा रखते हैं – जो कि ‘कई जातियों की माता’ होना था (व. 16). इस वाचा का प्रतीक पुरूष का खतना था (व. 9 से आगे).
परमेश्वर ने सिर्फ एक बार ही नहीं कहा कि उसे एक पुत्र होगा. उसने इसकी पुष्टी बार बार की (15:4; 17:16;18:10). आप अपने जीवन में प्रमुख घटनाओं के बारे में बताने के लिए और बारबार इसकी पुष्टी करने के लिए परमेश्वर से अपेक्षा कर सकते हैं.
अब्राहम का परमेश्वर से संबंध बहुत ही घनिष्ठ था. परमेश्वर अब्राहम से बात करते रहते थे,अब्राहम ने इस्माएल के बारे में उनसे निवेदन किया. परमेश्वर ने जवाब दिया, ‘हाँ,लेकिन....’ (17:19). वह कहते हैं कि वह केवल इस्माएल के लिए अब्राहम की प्रार्थना का उत्तर नहीं देंगे बल्कि वह इससे भी ज्यादा करेंगे जिसके बारे में अब्राहम ने ना तो कभी कहा था और ना कभी कल्पना की थी. (वव. 19-21).
तीसरी बार परमेश्वर ने अब्राहम से यह वाचा बाँधी जब उसने उसके पास ‘तीन यात्री’ भेजे थे (18:1-15). जब हम इसे नये नियम की दृष्टि से पढ़ते हैं, तो हम यहाँ त्रिएक्य के तस्वीर की कल्पना कर सकते हैं. यह स्पष्ट है कि वहाँ उनमें से तीनों थे (व.2) और फिर भी ऐसा लगता है कि यह एक ही बात कर रहा है: ‘तब प्रभु ने कहा’ (व.13).
अवश्य ही, 1410 में एन्ड्रे रुबलेव द्वारा बना यह प्रसिद्ध चित्रण (नीचे देखें),जो तीन स्वर्गदूतों की बातचीत को दर्शाता है जो अब्राहम के पास आए थे और परमेश्वर के त्रिएक्य (परमेश्वर के तीन व्यक्तित्व) और परमेश्वर के दिल में प्रेम की सहभागिता को दर्शाते हैं.
परमेश्वर ने वादा किया,‘मैं वसन्त ऋतु में निश्चय तेरे पास फिर आऊंगा; और तब तेरी पत्नी सारा के एक पुत्र उत्पन्न होगा। ’ (व.10). सारा हंसी. उसने सोचा, ‘मैं तो बूढ़ी हूं, और मेरा पति भी बूढ़ा है, तो क्या मुझे यह सुख होगा?’ (व. 12).
यह उम्मीद दिलाने वाली बात है कि सारा में भी सामान्य कमजोरियाँ थीं. प्रभु अब्राहम से पूछते हैं,‘ सारा यह कहकर क्यों हंसी, कि क्या मुझे, जो ऐसी बुढिय़ा हो गई हूं, सचमुच एक पुत्र उत्पन्न होगा? ’ (व.13). ‘तब सारा डर के मारे यह कह कर मुकर गई, कि मैं नहीं हंसी। उसने कहा, नहीं; तू हंसी तो थी॥ ’ (व.15). हम सब परेशानी से बचने के लिए कभी कभी झूठ बोलते हैं. यीशु की अपेक्षा में, बाइबल परमेश्वर के महान पुरूषों और स्त्रियों को कभी निर्दोष नहीं बताती.
प्रभु की प्रतिक्रिया थी अपनी वाचा को दोहराना और अलंकारिक ढंग से पूछना ‘क्या परमेश्वर के लिए कोई काम कठिन है?’
प्रभु,इस वर्ष मेरी सहायता कीजिये कि मैं आप पर भरोसा करता रहूँ. आपको धन्यवाद, चाहें मैं अपने जीवन में किसी भी परिस्थिति का सामना क्यों न कर रहा हूँ, लेकिन आपके लिए कुछ भी कठिन नहीं है.
Pippa Adds
पीपा विज्ञापन
मत्ती 6:25
‘अपने जीवन की चिंता न करें.......’
मैंने अपने जीवन का बहुत ज्यादा समय चिता करते हुए बिताया है - जैसे परिवार, बीमारी, क्या पहनना है!... मुझे जरा भी चिंता न करना मुश्किल लग रहा था. यदि आप चिंता नहीं करेंगे, तो तकरीबन ऐसा लगेगा कि आपको किसी की परवाह नहीं है.
सचमुच चिंता करने और जिम्मेदारी से प्रार्थना करने और परेशान होने में एक संतुलन है. मैं सोचता हूँ कि जवाब सच में भरोसेमंद है कि परमेश्वर हमारी प्रार्थना सुनते हैं और कार्य करते हैं, उम्मीद है हमारे कई बार मांगने से उन्हें बुरा नहीं लगता होगा!
[‘पहाड़ पर दिये गए उपदेश’ (मत्ती 5-7) के विस्तृत विवरण और एप्लीकेश के लिए निकी गुम्बेल्स की किताब द जीसस लाइफस्टाइल देखें: shop.alpha.org/product/182/jesus-lifestyle-nicky-gumbel]
References
नोट्स:
कोरी टेन बूम, माइ नोटबुक से क्लिपिंग्स (ट्राइएंगल, 1983)
एन्ड्रे रुब्लेव,हॉली ट्रिनिटी आइकॉन 1410, http://commons.wikimedia.org/wiki/File:Angelsatmamre-trinity-rublev-1410.jpg
[public domain]
जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’,बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।
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जिन वचनों को (MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।
कॉपीराइट स्पष्टीकरण के लिए संपादकीय नोट:
एनआईवी वचन: 13
एमएसजी : 5
एंड्रे रुब्लेव, हॉली ट्रिनिटी आइकॉन,Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivs 3.0 Unported License के अंतर्गत लाइसेंसधारक.
इस योजना के बारें में
यह योजना एक वाचक को पुरे साल में प्रति दिन वचनों की परिपूर्णता में, पुराने नियम, नये नियम, भजनसंहिता और नीतिवचनोंको पढ़ने के सात सात ले चलती हैं ।
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