आशा का संदेशनमूना

आशा का संदेश

दिन 4 का 7

प्रेम करने के लिए जन्म लिया

जो प्रेम परमेश्‍वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ कि परमेश्‍वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है कि हम उसके द्वारा जीवन पाएँ।(1 यूहन्ना 4:9)

"अम्मा", जिसका तमिल में अर्थ माँ होता है,यही एकमात्र शब्द एमी कारमाइकल की कब्र के पास बने पक्षियों के नहाने के पानी के बर्तन पर उकेरा गया है। तमिलनाडु के दोहनावुर में उनका मिशनरी स्कूल, मंदिरों में वेश्यावृत्ति में फंसी हज़ारों लड़कियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय बन गया। कहा जाता है कि भारत में अपने शुरुआती वर्षों में,जब उन्हें साड़ी पहनने की आदत नहीं थी,फिर भी वह केवल एक छोटी बच्ची को बचाने के लिए साड़ी लपेटकर एक लम्बा रास्ता तय करते हुए साइकिल चला कर जाती थीं। हालाँकि 1931 में गंभीर रूप से गिर जाने के बाद उन्हें बिस्तर तक ही सीमित रहना पड़ा, फिर भी उन्होंने दूसरों के ज़रिए इन बच्चियों को बचाना जारी रखा। जब बच्चियों से पूछा गया कि उन्हें एमी की ओर क्या खींचता था, तो उन्होंने बस इतना कहा, "वह केवल प्रेम था, अम्मा हमसे प्रेम करती थीं।"

कभी-कभी हमें यह याद दिलाने की ज़रूरत होती है कि प्रेम सभी मानवीय गुणों में सबसे उज्जवल और श्रेष्ठ गुण होता है। वास्तव में, मसीह के बिना सच्चे प्रेम का अनुभव नहीं किया जा सकता, क्योंकि वे ही प्रेम की सच्ची परिभाषा हैं (पद 8)। मसीह के जन्म, मृत्यु और पुनरुत्थान में, हम सच्चे प्रेम का प्रदर्शन पाते हैं। यीशु का प्रेम कोई पारस्परिक प्रेम नहीं था, बल्कि ऐसा प्रेम था जो अयोग्य लोगों के प्रति भी दर्शाया गया था (पद 11)। जब हम प्रेम को परमेश्वर की दृष्टि से देखते हैं, तो यह प्रेम को प्रचारित करने के हमारे पूरे दृष्टिकोण को बदल देता है। यह हमें यह समझने में मदद करता है कि जब तक हम यीशु की तरह प्रेम नहीं करते, तब तक हम परमेश्वर को सचमुच जानने का दावा नहीं कर सकते (पद 7-8)। वास्तव में, यीशु का जन्म सच्चे प्रेम का अर्थ समझाने के लिए हुआ था।

धरती पर प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर के स्वरूप में रचा गया है (उत्पत्ति 1:27) और हम ऐसे कई लोगों से मिलते हैं जिन्हें प्रेम की आवश्यकता है। परमेश्वर की संतान होने के नाते, आइए इस क्रिसमस पर उन लोगों के लिए अपनी आँखें खुली रखें जिन्हें सच्चे प्रेम की आवश्यकता है। एमी की तरह, जिन्होंने दोहनावुर की दासी लड़कियों के लिए प्रेम का जीवंत उदाहरण बनकर दिखाया, आइए हम भी अपने हर काम में यीशु के सच्चे प्रेम को प्रदर्शित करें ताकि परमेश्वर का सच्चा प्रेम, जिसके लिए मसीह का जन्म हुआ, उस प्रेम को सभी अनुभव कर सकें।

मसीह का प्रेम आपके जीवन में क्या परिवर्तन लाया है? क्रिसमस के इस त्यौहार के मौसम/ समय में आप दूसरों के प्रति अपना प्रेम दिखाने के लिए क्या कर सकते हैं?

प्रिय यीशु, मुझे बिना किसी अपेक्षा किए दूसरों से वैसा ही प्रेम करना सिखाएँ जैसा आप करते हैं।

पवित्र शास्त्र

इस योजना के बारें में

आशा का संदेश

इस क्रिसमस पर मसीह रूपी उपहार को बाँटने के बारे में 7 चिंतन।

More

हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Our Daily Bread - India को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: hindi-odb.org