तेरा नाम पवित्र माना जाएनमूना

तेरा नाम पवित्र माना जाए

दिन 11 का 21

  

दिन 11 

यहोवा शालोम: परमेश्वर शांती है

यशायाह 9:6 ‘‘ और उसका नाम.... शांती का राजकुमार होगा....।

परमेश्वर या उसके पुत्र को जानने के द्वारा शांती और शालोम आता है, जो शांती का राजकुमार है। यह ऐसी शांती जो संसार हमे न दे सकता है और न खुद उसके पास है। शालोम प्राण और आत्मा की वह संपूर्णता और सुदृढ़ता है, जो परमेश्वर के साथ मेलमिलाप में जीने के द्वारा आती है। शालोम यह अंदरुनी मनुष्यत्व की स्थिती है, जिसका बाहरी परिस्थिती से कोई वास्ता नही है।

न्यायियों 6:23,24 ”यहोवा ने उस से कहा, तुझे शान्ति मिले, मत डर, तू न मरेगा। तब गिदोन ने वहाँ यहोवा की एक वेदी बनाकर उसे शांती का परमेश्वर कहाँ।

इस्राएल परमेश्वर के प्रतिज्ञा के देश में तो रह रहा था, परंतु उसकी आज्ञा उल्लंघन के कारण परमेश्वर के प्रतिज्ञा की आशीषों का मजा नही ले पाया। वह शत्रु के द्वारा सताया जा रहा था। और तभी उस देश पर प्रकोप आया, और लोग गुफाओं में रहने लगे और गिदोन जो आगे उन सब को इससे छुटकारा दिलानेवाला था, खुद भी शत्रु से छुपा हुआ था।

परिस्थिती के प्रति गिदोन के सवाल के लिए परमेश्वर का जवाब शांती था, इसका अर्थ यहोवा शालोम जो शांती का परमेश्वर है।

सारी उथल पुथल और गड़बड़ी के बीच में परमेश्वर हमे याद दिलाता है की सिर्फ वही हमे सच्ची शांती देता है। शालोम सिर्फ हमारे परमेश्वर के साथ रिश्ते में पाया जाता है।

यूहन्ना 14:27 ”मैं तुम्हें शांती दिए जाता हुँ, अपनी शांती तुम्हें देता हुँ, जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देताः तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।

यीशु मसीह आए की परमेश्वर और मनुष्य के बीच में शांती लाए और उसे पुर्नस्थापित करे जिसे पाप ने अलग कर दिया था। यह मायने नही रखता चाहे हमारा संसार कितना भी अशांत क्यों न हो, तौभी हम उसके कारण शांती में रह सकते है।

♥ प्रतिक्रियाः प्रभु, मेरे सारे सवालों के लिए आपका एक ही जवाब है, शांती। आप मुझे हर परिस्थिती में आप पर भरोसा करने के लिए बुलाते हो। मेरा सबसे बड़ा आनंद यह है, की मैं यीशु के द्वारा आपकी शांती में बना रहुँ, मेरी खुद के साथ और दूसरों के साथ शांती। यीशु के नाम में।

घोषणाएँ:

प्रभु, मैं किसी भी बात को लेकर चिंतित नही हूँगा, लेकिन सारी बातों में मैं प्रार्थना और विनतियों के द्वारा धन्यवाद के साथ मैं अपने निवेदनों को आपके सामने लाता हुँ। और आपकी शांती जो सारी समझ से परे है, यीशु मसीह के द्वारा मेरे हृदय और मन में वास करें। फिलिप्पियों 4:6,7

प्रभु, आप मुझे सिद्ध शांती में बनाए रखोगे, क्योंकि मेरा मन आप पर लगा हुआ है, और मै आप पर भरोसा करता हुँ। यशायाह 26:3

धन्यवाद यीशु उस शांती के लिए जो आप मुझे देते हो, मैं डरूँगा नही और व्याकुल नही हूँगा। यूहन्ना 14:27

प्रभु, होने दो की आपकी शांती मेरे हृदय में राज्य करे। कुलुस्सियों 3:15

प्रभु, मैं एक मन और शांती में जीने का चुनाव करता हुँ, और मैं जानता हुँ, की प्रेम का परमेश्वर और उसकी शांती मेरे साथ बनी रहेगी। 2 कुरिन्थियों 13:11

प्रभु, अपने मुख का प्रकाश मुझपर चमका और मुझे शांती दे। गिनती 6:26

प्रभु, तु अपने लोगों को सामर्थ देता और शांती से आशीषित करता है। 

भजनसंहिता 29:11

मैं बुराई से मुड़कर भलाई करता हुँ। मैं शांती का पीछा करता और उसे पा लेता हुँ। भजनसंहिता 34:4

मेरे पास बड़ी शांती है, क्योंकि मैं आपकी व्यवस्था से प्रेम करता हुँ, और कोई भी मेरे लड़खडाकर गिरने का कारण नही बनती। भजनसंहिता 119:65

मैं विश्वास के द्वारा धर्मी ठहराया गया हुँ, और यीशु के द्वारा परमेश्वर के साथ शांती में हुँ। रोमियो 5:1

आइएँ प्रार्थना करें:

कलिसिया में के हर एक माँ, विधवाएँ, विधूर, और तलाकशुदाओं के लिए प्रार्थना करे की परमेश्वर का अनुग्रह, सामर्थ और बुद्धि उन पर विश्राम करे। प्रार्थना करे की वो असाधरण स्थानों में परमेश्वर की मदद पाए।

उन हर एक वयस्क लोगों के लिए प्रार्थना करे जो कलिसिया में है, की उनके मन और शरीर में दृढ़ता आए। और वह गौरव और शांती में जी सके।

उन हर एक युवाओं के लिए प्रार्थना करे जो शादी के लिए रुके हुए है, की परमेश्वर उन्हें परिवारों में स्थापित करे।

दिन 10दिन 12

इस योजना के बारें में

तेरा नाम पवित्र माना जाए

यह पवित्र शास्त्र आपको इस बात पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा कि आपके लिए क्रूस पर यीशु की बलिदान की मृत्यु क्या है, आपको परमेश्वर के वचन की सच्चाई को स्वीकार करने और इन 21 दिनों के दौरान सरल बिंदुओं का उपयोग करके प्रार्थना करने के लिए प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी। मैं आपको उपवास, प्रार्थना और अपने जीवन को फिर से समर्पित करने के लिए प्रोत्साहित करूंगा।

More

हम इस योजना को प्रदान करने के लिए न्यू लाइफ लोकखंडवाला को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://www.facebook.com/pastorvijaynadar/